सिलीगुड़ी: सोमवार को न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन से नौकरी के नाम पर अन्य राज्य ले जाई जा रही 56 युवतियों को बचाया गया। यह कार्रवाई न्यू जलपाईगुड़ी जीआरपी द्वारा की गई। इस मामले में दो आरोपियों — जीतेंद्र कुमार और चंद्रिमा कर — को गिरफ्तार कर मंगलवार को जलपाईगुड़ी अदालत में पेश किया गया, जहां से दोनों को छह दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया।
तलाशी और पूछताछ के दौरान की टीम जीतेंद्र कुमार को लेकर ठाकुरनगर इलाके में स्थित एक कथित ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट और पास के एक होटल में छापा मारा। यहां से जीआरपी को तस्करी से जुड़ी कई जरूरी दस्तावेज और जानकारियां हाथ लगीं। जांच में यह भी सामने आया कि इन्हीं स्थानों से नौकरी का लालच देकर युवतियों को बाहर भेजा जाता था।
इस छापेमारी के दौरान एक और आरोपी संस्थान का प्रोग्राम को-ऑर्डिनेटर वीरेंद्र प्रताप सिंह को भी गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के दौरान वीरेंद्र ने खुद को निर्दोष बताया और कहा कि उसके पास संस्था से जुड़े सभी दस्तावेज मौजूद हैं। हालांकि, जीआरपी ने उसे हिरासत में लेकर गहन पूछताछ की, जिसके बाद बुधवार को उसे अदालत में पेश किया गया। पुलिस ने वीरेंद्र की पांच दिन की रिमांड की मांग की है।
जीआरपी अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में और भी लोग शामिल हो सकते हैं और युवतियों की तस्करी का एक बड़ा नेटवर्क सक्रिय है। फिलहाल, तीनों आरोपियों से पूछताछ जारी है और पुलिस इस पूरे रैकेट की गहराई से जांच कर रही है।
युवतियों को सुरक्षित उनके घर पहुंचाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।