आने वाले कुछ दिनों में सिलीगुड़ी संलग्न फूलबाड़ी,कावाखाली मेडिकल तक जमीन के दाम बढ़ सकते हैं. इस तरह के संकेत मिल रहे हैं. राज्य सरकार और SJDA की नजर इन इलाकों की खाली जमीन पर टिकी हुई है. सरकार इन जमीनों का इस्तेमाल व्यापार, उद्योग, होटल, कन्वेंशन सेंटर, बाजार और विभिन्न उद्देश्यों के लिए करने जा रही है.
सिलीगुड़ी के कावाखाली में पहले से ही कई प्रोजेक्ट चल रहे हैं. उतस धारा प्रोजेक्ट के तहत मल्टीस्टोरीज और कारोबार के क्षेत्र में नए-नए संसाधन विकसित किये जा रहे हैं. यहीं पास में ही सिलीगुड़ी नगर निगम के द्वारा निर्मित 422 आवासीय फ्लैट भी हैं. अब राज्य सरकार यहां 10 एकड़ जमीन पर उत्तर बंगाल कन्वेंशनल सेंटर विकसित करने जा रही है. इसका साफ मतलब है कि यहां विकास और रोजगार के पर्याप्त अवसर उपलब्ध होने वाले हैं.
फूलबाड़ी और डाबग्राम इलाके में छोटे बड़े उद्योग और कल कारखाने हैं. लेकिन उनका समुचित विकास नहीं हुआ है. इन इलाकों में कुछ बुनियादी समस्याएं भी हैं. हालांकि परिवहन के दृष्टिकोण से यह इलाका एशियन हाईवे से जुड़ा हुआ है. यहां ट्रांसपोर्ट के क्षेत्र में भी एक हब विकसित होने के आसार दिख रहे हैं. अगर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की घोषणा मूर्त रूप लेती है, तो यहां फाइव स्टार होटल से लेकर उद्योग और व्यापार के क्षेत्र में कुछ नए विकास देखने को मिल सकते हैं. कौवा खा
हाल के बरसों में सिलीगुड़ी जलपाईगुड़ी विकास प्राधिकरण के द्वारा नौका घाट क्षेत्र का सौंदर्यीकरण और विकास भी हुआ है. पहले से यहां ज्यादा चहल-पहल बढ़ गई है. इसके साथ ही इन इलाकों में छोटे-मोटे व्यापार भी विकसित हुए हैं. नौका घाट के समीप वर्ती इलाकों में कई कारखाने भी खुले हैं, जहां लोगों को रोजगार मिलने के अवसर बढ़ गए हैं.
फूलबाड़ी इलाके में बाईपास, एशियन हाईवे, खुला विस्तृत क्षेत्र, अच्छी सड़क और नजदीक में ही उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल स्थित होने से प्रॉपर्टी डीलर इन इलाकों का तेजी से विकास होने का अनुमान लगा रहे हैं. उन्होंने बताया कि सिलीगुड़ी के अंदर खाली जमीन का अभाव है और पहले से बनी बिल्डिंगों को ना तो हटाया जा सकता है और ना ही उनका विकास किया जा सकता है.
ऐसे में सरकार भी जानती है कि फूलबाड़ी, नौकाघाट, तीन बत्ती, उत्तर कन्या, कावाखाली, मेडिकल आदि इलाके जहां अभी भी काफी जमीन बची है, वहां नए प्रोजेक्ट लगाए जा सकते हैं. इन इलाकों में कन्वेंशनल सेंटर की स्थापना के बाद काफी चहल-पहल बढ जाएगी. ऐसे में व्यापार और रोजगार के क्षेत्र में विकास होंगे. यही कारण है कि इन इलाकों में जमीन के दाम बढ़ने का अनुमान यहां के जमीन मालिक, प्रॉपर्टी डीलर और विशेषज्ञ लगा रहे हैं.
नौका घाट के नजदीक उतस धारा का प्रोजेक्ट अभी चल रहा है. इसका निर्माण अंबुजा करवा रहा है. अगले 10 सालों में कावाखाली के इन क्षेत्रों में सघन आबादी विस्तार देखने को मिल सकता है. राज्य सरकार ने घोषणा की है कि माटीगाड़ा इलाके में नया क्रिकेट स्टेडियम बनाया जाएगा. प्रॉपर्टी डीलर मानते हैं कि इसका भी यहां विकास पर काफी असर पड़ने वाला है.
राज्य सरकार का जोर है कि इन इलाकों में पर्यटन को बढ़ावा दिया जाए और इसीलिए सरकार यहां पर्यटन विकास के लिए नए-नए कदम उठा रही है. रियल एस्टेट से जुड़े एक विशेषज्ञ ने बताया कि अभी से ही इन क्षेत्रों में जमीन की मांग बढ़ गई है और पिछले 5 वर्षों में यहां की जमीन का भाव दुगुना हो गया है.उन्होंने दावा किया है कि आने वाले 5 से 10 वर्षों में यहां जमीन का भाव आसमान छूने लगेगा.
