सिलीगुड़ी में सर्दी खांसी बुखार जैसे वायरल और दिल्ली एनसीआर में इन्फ्लूएंजा वायरस के बढ़ते मामलों ने लोगों की स्वास्थ्य चिंता बढ़ा दी है. वायरस की चपेट में ज्यादातर वे लोग आ रहे हैं, जिनकी इम्यूनिटी सिस्टम काफी कमजोर है. या फिर वृद्ध और बच्चे इसके शिकार हो रहे हैं. एक अध्ययन से पता चलता है कि यह वायरस घर-घर में दस्तक दे चुका है.
इस वायरस की चपेट में ऐसे लोग भी आ रहे हैं, जिन्हें कोई गंभीर बीमारी है. जैसे हाइपरटेंशन, मधुमेह, अस्थमा या फिर दिल की बीमारी. दिल्ली के अस्पतालों में रोगियों में ज्यादातर निमोनिया और ब्रोंकाइटिस के मामले देखे जा रहे हैं. डॉक्टर मामले पर निगरानी बनाए हुए हैं. हालांकि चिंता की कोई बात नहीं है.
डॉक्टरो के अनुसार ऐसे मौसम में इस तरह की बात होना कोई अस्वाभाविक नहीं है. मौसम परिवर्तन के साथ ही ऐसे मामले बढ़ जाते हैं. हालांकि रोगी को ठीक होने में 7 से 10 दिन लग सकते हैं. दिल्ली में जो मामले हैं, वह सांस से संबंधित ज्यादा है. सर्दी खांसी बुखार अथवा स्वाइन फ्लू हो, इससे बचाव के लिए सबसे जरूरी यह है कि रोगी व्यक्ति से सोशल डिस्टेंसिंग रखा जाए. डॉक्टरों ने टीकाकरण की भी सलाह दी है.
चिकित्सकों की ओर से कहा जा रहा है कि लोग मास्क पहने. इसके अलावा हाथ से कुछ छूने के बाद हाथ धोना ना भूले. अगर घर में कोई व्यक्ति बीमार है, तो उससे बचाव करें. खूब पानी पिए. इन सभी छोटी-मोटी बातों पर ध्यान देने के बाद ऐसे वायरस जनित रोगों से बचाव हो जाता है.