यह कहावत एक बार फिर से सही साबित हुई है कि कानून के हाथ लंबे होते हैं. अगर पुलिस चाहे तो अपराधी को आसमान से भी ढूंढ कर ला सकती है. लेकिन अगर पुलिस ना चाहे तो हत्या का मुजरिम भी पुलिस के बगल से गुजर जाता है.अक्सर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते रहते हैं. लेकिन माटीगाड़ा थाने की पुलिस ने यह साबित कर दिखाया है कि पुलिस चाहे तो असंभव को भी संभव बना सकती है!
माटीगाड़ा पुलिस ने बहुचर्चित मेफेयर टी रिसोर्ट में हुए चोरी कांड के मास्टरमाइंड को मध्य प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया है. इससे पहले माटीगाड़ा पुलिस ने मध्य प्रदेश के कई जिलों में छापे मारकर वहां से चोरी के लगभग 90% गहनों को बरामद किया था. लेकिन पुलिस चोरों को गिरफ्तार नहीं कर सकी थी. इस चोरी कांड में पुलिस ने तीन लोगों को आरोपी बनाया था और तीनों ही फरार चल रहे थे.
आपको बता दे कि यह घटना पिछले साल दिसंबर की है. झंकार मोड में रहने वाले एक परिवार ने अपने बेटे का विवाह कार्यक्रम माटीगाड़ा थाना इलाके में स्थित मेफेयर टी रिसोर्ट में आयोजित किया था.10 दिसंबर 2024 को रिसोर्ट में हल्दी और मेहंदी की रस्म थी. दूल्हे की मां हल्दी और मेहंदी की रस्म में व्यस्त थी. वह वहां से फारिग होकर जब वह अपने कमरे में लौटी तो उनके कमरे का लॉकर टूटा हुआ था और उसमें रखे लगभग 70 लाख रुपए मूल्य के गहने और डेढ़ लाख रुपए नगद गायब थे.
सिलीगुड़ी में इस घटना की खूब चर्चा हुई थी. इसके साथ ही मेफेयर जैसे टी रिजॉर्ट की सुरक्षा पर भी सवाल उठने लगे थे. प्रबंधन को भी इस मामले में लपेटा गया था. चोरी का यह मामला माटीगाड़ा थाने में दर्ज कराया गया था. जब पुलिस ने मामले की जांच की तो पता चला कि तीन बाहरी लोग रिश्तेदार बनकर शादी में पहुंचे थे और मौका पाकर गहनों तथा रुपए पर हाथ साफ कर फरार हो गए थे. सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस ने इसके लिए एक टीम का गठन किया.
आरंभिक सूत्रों के आधार पर SOG की टीम को पता चला कि शादी में शामिल होने आए तीन लोग मध्य प्रदेश के हैं. इसके आधार पर टीम मध्य प्रदेश गई और वहां की पुलिस की सहायता से कई स्थानों पर छापा मारा और लगभग 90% गहनों को बरामद करने में सफलता पाई. हालांकि कोई भी आरोपी पुलिस के हत्थे नहीं चढा था. लेकिन माटीगाड़ा थाने की पुलिस ने ठान लिया था कि चाहे जैसे भी हो, आरोपियों को गिरफ्तार करना ही होगा.
माटीगाड़ा थाने की पुलिस का दृढ़ संकल्प, मेहनत और खोजी अभियान ने आखिरकार इस घटना के 8 महीने बाद फरार आरोपियों में से मास्टरमाइंड को गिरफ्तार करवा ही दिया. जैसे ही पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली, पुलिस की टीम तुरंत मध्य प्रदेश गई और स्थानीय पुलिस की सहायता से चोरी कांड के एक मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. मध्य प्रदेश की अदालत से ट्रांजिट रिमांड पर लेकर पुलिस सिलीगुड़ी लौटी और आरोपी को अदालत में पेश कर रिमांड पर ले लिया है. पुलिस को विश्वास है कि इस मास्टरमाइंड के जरिए अन्य दो आरोपियों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
इस घटना ने बड़े-बड़े होटल, रेस्टोरेंट और रिसॉर्ट में शादी विवाह रिसेप्शन आयोजित करने वाले लोगों को एक संदेश दिया है कि अगर उन्होंने सतर्कता नहीं रखी तो गलत मंशा रखने वाले सूट बूट पहनकर कुछ भारी लोग भी इसमें शामिल हो सकते हैं, जो आपको काफी नुकसान पहुंचा सकते हैं. इस चोरीकांड ने प्रबंधन को भी एक कड़ा संदेश दिया था. लापरवाही हमेशा भारी पड़ती है.