घुरे के भी दिन फिर जाते हैं. कम से कम बागडोगरा एयरपोर्ट के बारे में ऐसा कहा तो नहीं जा सकता, परंतु वर्तमान में जिस तरह से बागडोगरा एयरपोर्ट का विस्तार किया जा रहा है, उसको देखते हुए यह कहना कोई गलत नहीं होगा कि किसी ने भी सोचा नहीं था कि 1 दिन बागडोगरा एयरपोर्ट विश्व स्तरीय एयरपोर्ट बनेगा.नागरिक विमानन मंत्रालय के टॉप 10 सूची के अंतर्गत बागडोगरा एयरपोर्ट का नया टर्मिनल ऐसा होगा कि यह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट में तब्दील नजर आएगा.
पश्चिम बंगाल का सबसे बड़ा दूसरा एयरपोर्ट टर्मिनल बनने जा रहा है बागडोगरा एयरपोर्ट.बंगाल में कोलकाता के सुभाष चंद्र बोस इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बाद बागडोगरा एयरपोर्ट दूसरा सबसे बड़ा एयरपोर्ट टर्मिनल होने जा रहा है. नए टर्मिनल के निर्माण का मार्ग प्रशस्त हो गया है और कार्य भी शुरू होने जा रहा है. इंजीनियर से लेकर टेक्निकल अधिकारी सभी अपने अपने कार्य में जुट रहे हैं. वर्तमान में बागडोगरा एयरपोर्ट पर कोई ऐरो ब्रिज नहीं है. नए टर्मिनल में 10 ऐरो ब्रिज के साथ 4 वेब पर काम होगा.यहां अत्याधुनिक रनवे का काम लगभग पूरा हो चुका है. टर्मिनल भवन तैयार हो जाने के बाद बागडोगरा एयरपोर्ट देखने लायक होगा!
वर्तमान में बागडोगरा एयरपोर्ट पर 4 एयरक्राफ्ट उतर सकता है. आने वाले समय में यहां 10 विमान से अधिक लैंड कर सकता है. एयरपोर्ट के विस्तार के साथ ही आसपास के क्षेत्रों का विकास भी होगा. बागडोगरा इंडस्ट्रियल हब बन सकता है. होटल उद्योग विकसित हो सकते हैं. यह एयरपोर्ट बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, सिक्किम और सीमावर्ती बिहार के पर्यटको के लिए काफी महत्वपूर्ण है. यहां अक्सर विमान यात्रियों की भीड़ लगी रहती है. वर्तमान में बागडोगरा एयरपोर्ट से प्रतिदिन दिल्ली, बेंगलुरु,मुंबई ,कोलकाता आदि शहरों के लिए हजारों यात्री रोजाना सफर करते हैं. यहां अंतरराष्ट्रीय विमान टर्मिनल विकसित हो जाने से पर्यटन के क्षेत्र में भी काफी विकास होगा और अधिक से अधिक पर्यटक सिलीगुड़ी, समतल, Dooars और पहाड़ के लिए आएंगे.
आपको बताते चलें कि नए टर्मिनल के लिए 104.65 एकड़ जमीन की आवश्यकता थी. इसमें से राज्य सरकार ने 98.72 एकड़ जमीन मार्च 2022 में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को हस्तांतरित किया था. इसके बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने 23 करोड़ रुपए का भुगतान किया था. भारतीय वायु सेना की ओर से 5.93 एकड़ जमीन का हस्तांतरण किया गया. 18 मई 2023 को बागडोगरा एयरपोर्ट के निदेशक मोहम्मद आरिफ तथा एयर ऑफिसर कमांडिंग बागडोगरा के अमिय त्रिपाठी के बीच एक समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया गया. पूरा प्रोजेक्ट 1313 करोड़ की लागत से पूरा किया जाने वाला है. आप समझ सकते हैं कि विमान यात्रियों के लिए सभी तरह की अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी. बस, कुछ ही दिनों में बागडोगरा एयरपोर्ट को लेकर विमान यात्री कहेंगे, वाह एयरपोर्ट हो तो ऐसा!