हमारे देश में विश्वविद्यालयों की कोई कमी नहीं है. एक से बढ़कर एक यूनिवर्सिटी है. इनकी कई विशेषताओं से छात्र रूबरू हैं. जैसे नालंदा विश्वविद्यालय,दिल्ली यूनिवर्सिटी समेत दर्जनों यूनिवर्सिटी देश भर में चर्चा के केंद्र में हैं. परंतु जो नाम ऑक्सफोर्ड, स्टैनफोर्ड तथा येल यूनिवर्सिटी का है, भारत ही क्या, दुनिया के बाकी देशों में भी उनके जैसा दूसरा विश्वविद्यालय नहीं है.
सिलीगुड़ी और दार्जिलिंग जिले में भी ऐसे अनेक नौजवान छात्र होंगे, जो ऑक्सफोर्ड अथवा स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में अध्ययन करना चाहते होंगे और वहां की डिग्री हासिल करना चाहते होंगे. परंतु चाह कर भी कई कारणों से उनका सपना पूरा नहीं हो पाता है. सबसे बड़ा कारण छात्रों की वित्तीय और आर्थिक समस्या होती है, जिसके चलते उनका यह सपना पूरा नहीं हो पाता है. लेकिन अगर वे जहां रहते हैं, वहीं से उनका यह सपना पूरा हो जाए तो आप क्या कहेंगे!
सिलीगुड़ी समेत बंगाल और भारत के छात्रों और नौजवानों की बड़ी इच्छा रहती है कि वे ऑक्सफोर्ड, येल अथवा स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करें तथा वहां से डिग्री प्राप्त करें. परंतु सभी छात्रों का यह सपना पूरा नहीं हो पाता. केवल कुछ ही गिने-चुने छात्र वहां तक पहुंच पाते हैं. परंतु अब केंद्र सरकार ने छात्रों के इस सपने को पूरा करने के लिए कदम उठाया है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार केंद्र की मौजूदा सरकार ने भारत के ऐसे सभी नौजवानों और छात्रों को इंग्लैंड में स्थित ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी मे पढ़ाई करने तथा डिग्री प्राप्त करने का एक बड़ा अवसर दिया है. अब आप अपने देश में रहकर ही विदेशी ऑक्सफोर्ड, स्टैनफोर्ड तथा येल यूनिवर्सिटी में ना केवल पढ़ाई कर सकते हैं बल्कि वहां की डिग्री भी हासिल कर सकते हैं.
केंद्र की नरेंद्र मोदी की सरकार ने देश में विदेशी यूनिवर्सिटी के कैंपस खोलने तथा डिग्री देने को अनुमति प्रदान करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है. यूजीसी ने सार्वजनिक प्रतिक्रिया के लिए एक ड्राफ्ट पेश किया है. केंद्र सरकार के इस कदम के बाद सिलीगुड़ी और दार्जिलिंग जिले के छात्रों को भी अपने देश में रहकर विदेशी यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करने और डिग्री हासिल करने का अवसर मिल सकेगा, उम्मीद की जा रही है.