December 25, 2024
Sevoke Road, Siliguri
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ममता बनर्जी का पहाड़ दौरा! पहाड़ के लोगों को दे सकती हैं तोहफा!

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उत्तर बंगाल के दौरे पर आ रही हैं. वे पहाड़ जाएंगी और पहाड़ के लोगों के लिए कुछ महत्वपूर्ण घोषणाएं कर सकती हैं. मुख्यमंत्री 5 दिसंबर के बाद किसी भी दिन उत्तर बंगाल के दौरे पर आ सकती हैं. मुख्यमंत्री का उत्तर बंगाल दौरा काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.

इस समय राज्य में सीबीआई और ईडी का लगातार छापा और गिरफ्तारी चल रही है. तृणमूल कांग्रेस के कई नेता और मंत्री विभिन्न घोटालों में पकड़े जा चुके हैं. ममता बनर्जी बता चुकी है कि भाजपा एक साजिश के तहत उनके नेताओं और मंत्रियों को फंसा रही है. 2024 में लोकसभा चुनाव है. उससे पहले तृणमूल कांग्रेस तथा भाजपा सरकार के बीच राज्य में लगातार विवाद बढ़ता जा रहा है.

राज्य सचिवालय के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के उत्तर बंगाल दौरे की हरी झंडी दे दी गई है. प्रशासनिक अधिकारी मुख्यमंत्री के पहाड़ दौरे को लेकर तैयारी में जुट गए हैं. हमें जो जानकारी मिल रही है, उसके अनुसार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उत्तर बंगाल में पहाड़ के दो जिलों में प्रशासनिक बैठक कर सकती है. पहाड़ के ये दो महत्वपूर्ण जिले हैं दार्जिलिंग और कालिमपोंग. इन जिलों में सरकारी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा कर सकती हैं और पहाड़ के लोगों के लिए कुछ महत्वपूर्ण घोषणाएं कर सकती हैं.

सूत्रों ने बताया कि पहाड़ के कई चाय बागानों में अनियमितता के कारण चाय श्रमिकों के साथ संकट खड़ा हुआ है. कई चाय बागान बंद हो चुके हैं. जबकि कुछ चाय बागान संकट से गुजर रहे हैं. हाल ही में तिरहाना चाय बागान के प्रबंधक और मालिक पक्ष चाय श्रमिकों को बोनस का भुगतान किए बगैर फैक्ट्री में ताला लगाकर चले गए हैं. इससे चाय श्रमिक काफी परेशान है. सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उत्तर बंगाल के दौरे के क्रम में चाय बागान के श्रमिकों से भी मिलेगी तथा उनका दुख हल्का करने का प्रयास करेंगी.

पहाड़ में चाय बागान के श्रमिकों के समक्ष जमीन का पट्टा का मुद्दा काफी समय से गरमाया हुआ है. पहाड़ के क्षेत्रीय संगठनों के नेता इस मुद्दे को अपने-अपने तरीके से उठा रहे हैं. सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री अपने दौरे के क्रम में चाय श्रमिकों को जमीन का पट्टा प्रदान करेंगी.इसके अलावा उनके लिए नई योजनाएं तथा सुविधाओं का ऐलान भी कर सकती है. आपको बताते चलें कि उत्तर बंगाल में चाय बागानों की संख्या सर्वाधिक है. चाय बागानों के श्रमिक जिस पार्टी को समर्थन करते हैं, वह पार्टी चुनाव जीत जाती है. इतनी बड़ी तादाद है उनकी. जानकारों का मानना है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लोकसभा चुनाव से पहले उनके लिए कुछ महत्वपूर्ण घोषणाएं करके उनका वोट हासिल करने की कोशिश करेंगी.

बहरहाल, अभी इस बारे में यकीन के साथ कुछ कहा नहीं जा सकता है. हालांकि पहाड़ के लोगों की उत्सुकता बढ़ गई है. अपनी बीमारी के बाद मुख्यमंत्री का यह पहला उत्तर बंगाल दौरा होगा. मुख्यमंत्री के लिए सकारात्मक बातें यह है कि पंचायत चुनाव, धुपगुरी विधानसभा सीट पर कब्जा और धुपगुरी को उपमंडल घोषित करना यह सब उनके पक्ष में जाता है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री के उत्तर बंगाल दौरे की तिथि का कार्यक्रम दीपावली और छठ पूजा के बाद बनाया जा सकता है.

वैसे सूत्रों ने बताया कि 5 दिसंबर के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का उत्तर बंगाल दौरा पक्का है. जानकारों का मानना है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने उत्तर बंगाल में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था. लेकिन इस बार तृणमूल कांग्रेस उत्तर बंगाल की सीटों पर कब्जा करने की तैयारी में जुट गई है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के उत्तर बंगाल दौरे को इसी क्रम में राजनीतिक पंडित देख रहे हैं.

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