हवाई जहाज से यात्रा करना चाहते हैं तो अब पहले से ज्यादा रुपए खर्च करने होंगे. क्योंकि कयास लगाया जा रहा है कि एक दो हफ्ते में हवाई यात्रा महंगी हो सकती है.
इसमें कोई शक नहीं कि हवाई यात्रा बढ रही है. देश में छोटे-बड़े अनेक हवाई अड्डों का विकास हुआ है. उत्तर बंगाल में बागडोगरा हवाई अड्डा के विकास के बाद कूचबिहार, मालदा, हासीमारा आदि हवाई अड्डे भी विकसित किए जाएंगे. हवाई अड्डों के विकास के साथ ही हवाई यात्राएं भी सस्ती हो रही हैं. वर्तमान आलम यह है कि अगर आपने पहले से हवाई जहाज के टिकट की बुकिंग कराई है, तो राजधानी ट्रेन से भी यह सस्ता पड़ता है!
दरअसल अनेक एयरलाइन कंपनियां विमानों का परिचालन कर रही है. एक तरह से कह सकते हैं कि एयरलाइन के क्षेत्र में भी स्पर्धा आ गई है. अभी गर्मी का मौसम चल रहा है. छुट्टियां शुरू हो जाएंगी. ऐसे में अनेक लोग घूमने और पर्यटन के लिए निकलेंगे.उत्तर बंगाल, दार्जिलिंग, सिक्किम ,भूटान, नेपाल, Doooars आदि क्षेत्र शुरू से ही पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहे हैं. इस बार भी काफी संख्या में पर्यटकों के उत्तर बंगाल और सिलीगुड़ी पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है.
अधिकांश पर्यटक या तो राजधानी ट्रेन से या फिर हवाई जहाज से सिलीगुड़ी और उत्तर बंगाल आते हैं. हवाई जहाज से यात्रा करने से एक तो किराया कम लगता है, दूसरे में समय भी कम लगता है. और यह उतना ही आरामदायक भी है. बागडोगरा हवाई अड्डे से दिल्ली, बेंगलुरु,मुंबई, कोलकाता आदि विभिन्न शहरों के लिए सीधी उड़ान हैं. एयरलाइन कंपनियों में गो फर्स्ट की विमान सेवा बागडोगरा हवाई अड्डे से पिछले काफी समय से विभिन्न शहरों के लिए उड़ान भर रही है. परंतु हाल ही में गो फर्स्ट एयरलाइन कंपनी के दिवाला निकल जाने से एक तरफ जहां विमान यात्रियों में उदासी व्याप्त है तो दूसरी ओर हवाई परिचालन सेवा में भी व्यवधान उपस्थित हो सकता है.
मालूम रहे कि गो फर्स्ट एयरलाइन की विमान सेवा 3 मई से ही स्थगित हो चुकी है. एयरलाइन ने दीवाला समाधान के लिए आवेदन किया है. परंतु उम्मीद नहीं है कि 6 मई से गो फर्स्ट अपनी सेवा शुरू कर सकेगी. p&w इंजन आपूर्ति संकट के बीच गो फर्स्ट एयरलाइन की माली हालत हवाई यात्रा को संकट में डाल रही है. वह भी उस समय जब यहां गर्मियां बढ गई है और पर्यटक गर्मियों की छुट्टियों में सिलीगुड़ी तथा उत्तर बंगाल के विभिन्न पर्यटन केंद्रों की ओर रुख करेंगे.
जानकार मानते हैं कि गो फर्स्ट के विमान सेवा स्थगित हो जाने से विमान यात्रा का संकट बढ़ेगा. इसके साथ ही विमान किराया भी बढ़ सकता है. भारतीय ट्रैवल एजेंट संघ का अनुमान है कि अगले एक-दो सप्ताह के अंदर एयरलाइन कंपनियां विमान का किराया बढ़ा सकती हैं. आपको याद होगा कि कुछ समय पहले केंद्र सरकार के मंत्रियों द्वारा यह बयान जारी किया गया था कि आने वाले समय में विमान किराया इतना कम हो जाएगा कि विमान में चप्पल पहनने वाले भी यात्रा कर सकेंगे. परंतु मौजूदा हालात तो कम से कम ऐसा नहीं है.
गो फर्स्ट एयरलाइन पर लगा ग्रहण विमान परिचालन व्यवस्था को असंतुलित कर सकता है. विशेषज्ञों ने बताया कि जिन रूट पर गो फर्स्ट उड़ान भर रही थी, वहां दूसरी विमान एयरलाइन कंपनियां विमान के किराए में बढ़ोतरी कर सकती हैं. पर्यटन सीजन के बीच विमान के किराए में बढ़ोतरी तथा विमान सेवा में कमी का पर्यटन उद्योग पर पर भारी असर पड़ेगा. भारतीय ट्रैवल एजेंट संघ के अध्यक्ष ज्योति मायाल ने एक बयान में कहा है कि इससे पहले किंगफिशर के चलते करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है. उसके बाद जेट एयरवेज में भी सरकार को भारी नुकसान हुआ. अब गो फर्स्ट एयरलाइन के वित्तीय संकट ने हवाई यात्रा को प्रभावित किया है.आने वाले कुछ दिनों में हवाई यात्रा महंगी होने का कयास लगाया जा रहा है!