आखिरकार सिलीगुड़ी कोर्ट में माटीगाड़ा के बहुचर्चित नाबालिग हत्याकांड मामले की सुनवाई शुरू हो ही गई. आज इस मामले से जुड़े महत्वपूर्ण साक्ष्यों और डॉक्टर की गवाही रिकॉर्ड की गई. मुख्य आरोपी मोहम्मद अब्बास के भी बयान रिकॉर्ड किए गए.
पिछले कई महीनों से इसका इंतजार था. किसी न किसी कारण से मुकदमे की सुनवाई टलती जा रही थी. कभी आरोपी पक्ष के वकील नहीं होते थे, तो कभी किसी और तकनीकी कारण से मामले को अगली सुनवाई के लिए टाल दिया जाता था. लेकिन नए साल 2024 की शुरुआत में ही मुकदमे की सुनवाई शुरू हुई तो अपेक्षा की जा रही है कि जल्द ही पीड़िता पक्ष को न्याय मिल सकेगा.
आपको बताते चलें कि 21 अगस्त 2023 को यह मामला सुर्खियों में आया था. जब आरोपी मोहम्मद अब्बास ने मल्लागुरी के स्कूल में पढ़ने वाली नाबालिग बालिका को बहला फुसलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया और फिर उसकी हत्या कर दी थी. तब से ही विभिन्न संगठनों के लोग मुकदमे की शीघ्र सुनवाई करने तथा आरोपी को फांसी देने व पीड़िता पक्ष को न्याय दिलाने की मांग कर रहे हैं.
सिलीगुड़ी कोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार इस मुकदमे की सुनवाई लगातार चलती रहेगी. सूत्रो ने बताया कि 6 जनवरी, 8 जनवरी, 16 जनवरी, 17 जनवरी और 18 जनवरी को भी इस मामले की सुनवाई कोर्ट करेगा. आज पहली बार मोहम्मद अब्बास ने भी अदालत के समक्ष उपस्थित होकर अपना बयान दर्ज कराया है. हालांकि अदालत में उसने क्या बयान दिया है, यह पता नहीं चल पाया है.
आज सिलीगुड़ी कोर्ट में काफी गहमागहमी देखी गई. सुबह 11:00 बजे मामले की सुनवाई शुरू हुई तो लगातार शाम 6:00 बजे तक चलती रही. गहमागहमी इतनी थी कि वकीलों तथा इस मामले से जुड़े लोगों को पानी पीने तक का समय नहीं मिला. मामले की सुनवाई देखने के लिए अदालत परिसर में विभिन्न संगठनों के लोग भी उपस्थित थे, जो इस मामले में दिलचस्पी ले रहे हैं.
किसी भी आपराधिक मामले में डॉक्टर की गवाही सबसे महत्वपूर्ण होती है. इसके आधार पर ही मामले की दिशा और दशा तय होती है. क्योंकि यह सभी जानते हैं कि गवाह तो टूट जाते हैं, लेकिन सबूत और साक्ष्य ही महत्वपूर्ण होते हैं, जो अपराधी को सजा दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. दोनों पक्षों के वकील इसी पर जिरह करते हैं. इसके बाद ही अदालत किसी नतीजे पर पहुंचती है.
आज अदालत में कोलकाता से विशेषज्ञ डॉक्टरों को बुलाया गया था. विशेषज्ञ साक्ष्य की पड़ताल करेंगे और अदालत के समक्ष अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे. आज पहली बार मामले की सुनवाई काफी देर तक चली. चार डॉक्टर अदालत में उपस्थित थे. आरोपी मोहम्मद अब्बास भी अदालत में काफी देर तक रहा. जब अदालत की कार्यवाही पूरी हुई, उसके बाद पुलिस की सुरक्षा में मोहम्मद अब्बास को बाहर निकाला गया. वह मीडिया के सवालों से बचता रहा.
आज मोहम्मद अब्बास काफी परेशान नजर आ रहा था. उसके चेहरे पर थकान भी दिख रही थी. हालांकि वह चेहरे से प्रकट नहीं कर रहा था. लेकिन उसने मीडिया के किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया. अदालत पक्ष से बताया गया कि मामले की अगली सुनवाई 6 जनवरी को होगी. यह मामला बेहद ही संवेदनशील है. इसलिए वकील तथा कोर्ट के प्रवक्ता बड़ा संभल कर बयान दे रहे हैं. कोर्ट में चल रही कार्यवाही के बारे में भी मीडिया को पूरी बात नहीं बताई जाती.
आज मेडिकल साक्ष्य कंप्लीट कर लिए गए हैं. डॉक्टर के पैनल ने साक्ष्य पर अनुसंधान करके अदालत के समक्ष अपना दृष्टिकोण रखा है. अगले सेशन में गवाहों के बयान और वकीलों की बहस भी शुरू हो जाएगी. लेकिन उससे पहले अदालत तमाम साक्ष्य और गवाहों की सच्चाई का पता लगाना चाहेगी.
फैसला अदालत का चाहे जो भी हो लेकिन यह अंतिम फैसला नहीं होता. कोई भी पक्ष अदालत के फैसले के खिलाफ ऊपरी अदालत में जा सकता है.