September 2, 2025
Sevoke Road, Siliguri
gautam deb gautam dev newsupdate Politics shrabani dutta siliguri siliguri metropolitan police SILIGURI MUNICIPAL CORPORATION TMC TRINAMOOL CONGRESS WEST BENGAL westbengal

मेयर गौतम देव ने उठाया कड़ा कदम, वार्ड 14 की काउंसिलर श्रावणी दत्ता मेयर परिषद से बर्खास्त !

Mayor Gautam Dev took strict action, Ward 14 councilor Shravani Dutta expelled from Mayor Council!

सिलीगुड़ी नगर निगम के वार्ड नंबर 14 की काउंसिलर श्रावणी दत्ता पर लगे गंभीर आरोपों के बाद आखिरकार मेयर गौतम देव ने बड़ा फैसला लिया है। मंगलवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में मेयर ने घोषणा की कि श्रावणी दत्ता को नगर निगम की मेयर परिषद से तुरंत प्रभाव से हटाया जा रहा है।

यह कदम तब उठाया गया जब रविवार देर रात गणेश पूजा विसर्जन के बाद श्रावणी दत्ता और उनकी बेटी पर शराब के नशे में मारपीट, गाली-गलौज और हंगामा करने का आरोप लगा था। इलाके की एक महिला ने आरोप लगाया था कि काउंसिलर नशे की हालत में उनकी दुकान पर पहुँचीं और उनके पति से बदसलूकी की, साथ ही हाथापाई भी की। इस घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल बन गया।

स्थानीय लोगों ने भी घटना पर नाराज़गी जताते हुए कहा था कि किसी जनप्रतिनिधि का इस तरह का व्यवहार अस्वीकार्य है और ऐसे व्यक्ति को पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने तुरंत कार्रवाई की मांग की थी।

दूसरी ओर, काउंसिलर श्रावणी दत्ता ने इन सभी आरोपों को सिरे से नकार दिया था। उनका कहना था कि देर रात इलाके में कुछ बाहरी बदमाश असामाजिक गतिविधियाँ कर रहे थे। जब उन्होंने इसका विरोध किया, तो उन्हीं लोगों ने राजनीतिक षड्यंत्र के तहत उन पर झूठे आरोप लगाए और उनके वाहन को भी क्षतिग्रस्त किया। श्रावणी दत्ता का आरोप था कि यह सब उनकी छवि खराब करने की साजिश है। उन्होंने यहाँ तक कहा कि अगर मामले की निष्पक्ष जाँच नहीं हुई तो वे अनशन पर बैठेंगी।

लेकिन मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में मेयर गौतम देव ने स्पष्ट कहा कि नगर निगम किसी भी जनप्रतिनिधि की ऐसी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेगा, जिससे संस्था की गरिमा पर सवाल उठे।
मेयर ने आगे कहा कि श्रावणी दत्ता पर लगे आरोपों की पूरी जाँच कराई जाएगी, लेकिन प्राथमिक स्तर पर जो शिकायतें और तथ्य सामने आए हैं, उन्हें देखते हुए उन्हें मेयर परिषद से हटाना अनिवार्य था।

इस फैसले के बाद वार्ड नंबर 14 और आसपास के इलाकों में मेयर की कड़ी कार्रवाई की चर्चा है। स्थानीय लोगों ने इस कदम का स्वागत किया और कहा कि प्रशासन ने सही समय पर सही निर्णय लिया है। वहीं, श्रावणी दत्ता के समर्थकों का कहना है कि यह फैसला जल्दबाजी में लिया गया है और उन्हें उम्मीद है कि जाँच में सच्चाई सामने आएगी।

फिलहाल सिलीगुड़ी नगर निगम में यह मुद्दा सबसे बड़ी राजनीतिक चर्चा का केंद्र बन गया है और आने वाले दिनों में इसके और भी राजनीतिक असर देखने को मिल सकते हैं।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *