विभिन्न एजेंसियों तथा शोध वैज्ञानिकों और भविष्य वक्ताओं ने वर्ष 2023 में अब तक की सबसे भीषण गर्मी का अनुमान व्यक्त किया है.एक एजेंसी का दावा है कि इस साल इतनी ज्यादा गर्मी पड़ेगी कि लोग और पशु पक्षी तिलमिला उठेंगे. वर्तमान में कुछ-कुछ ऐसा ही आभास देखा जा रहा है. अभी तो फरवरी महीना है क्योंकि यह तो एक शुरुआत है… आगे आगे देखिए क्या होता है!
जिस तरह से मौसम ने सर्दी से सीधे गर्मी में छलांग लगाई है. उसके बाद लोग ग्लोबल वार्मिंग की ही बात करने लगे हैं. पारिस्थितिक संतुलन को खतरा उत्पन्न हो गया है. क्योंकि इस बार बसंत ऋतु का एहसास किसी को भी नहीं हुआ है.यह वह बसंत ऋतु है, जहां वातावरण में एक अजीब सी मादकता और आकर्षण देखा जाता है. जहां सुबह-सुबह कोयल और पक्षी कलरव करते हैं तो लोगों को ऐसा लगता है, जैसे एक नया सवेरा हुआ है!
पहली बार सिलीगुड़ी को यह एहसास नहीं हुआ है. सिलीगुड़ी ही क्यों, देशभर में कुछ ऐसा ही लगा कि एकदम से सर्दी से गर्मी में देश ने छलांग लगा दी है.वसंत ऋतु कब आई और कब चली गई, लोगों को कुछ पता ही नहीं चला. जब सिलीगुड़ी में बसंत ऋतु का आगमन हुआ और बसंत पंचमी का त्यौहार मनाया गया, तब लोग कितना खुश थे.बसंती बयार की कल्पना करते रहे.
बसंत ऋतु गिनती के लिए तो आज भी है, परंतु क्या कोई कह सकता है कि बसंत ऋतु है. क्योंकि इस फरवरी महीने में ही देश का पारा कुछ इलाकों में 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है और मार्च महीने में लू की भी चेतावनी दी गई थी.
राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश के कई जिलों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है.भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने तो कच्छ और कोंकण क्षेत्रों में अलग-अलग स्थानों पर लू चलने की चेतावनी दे दी थी. हालांकि समुद्री हवाओं से तापमान में थोड़ी गिरावट जरूर आई, जिसके बाद फौरन मौसम विज्ञान विभाग ने लू चलने की चेतावनी को वापस ले लिया.
सिलीगुड़ी, दार्जिलिंग, उत्तर बंगाल के अन्य जिलों के साथ-साथ पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में सामान्य से कम वर्षा हुई है. फरवरी महीने में वर्षा होती रही है.लेकिन इस बार बरसात हुई ही नहीं, जिसके कारण तापमान में वृद्धि हुई है. मौसम विभाग की ओर से चेतावनी दी गई है कि अगले 24 घंटों के दौरान गुजरात के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस से 38 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है.
दिल्लीवासी फरवरी महीने में ही गर्मी का असर महसूस कर रहे हैं. हिमाचल के धर्मशाला में 52 साल का रिकॉर्ड टूट गया.दिल्ली में रविवार को अधिकतम तापमान 31. 5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. यह सामान्य से 7 डिग्री अधिक था.
1 साल पहले की बात करें तो मार्च 2022 में 1901 के बाद से 120 साल का रिकॉर्ड टूटा था. जब देश में सबसे अधिक गर्मी दर्ज की गई थी. इस बार फरवरी में ही इतनी गर्मी महसूस की जाने लगी है. तापमान में लगातार वृद्धि से कृषि संकट को भी खतरा बढ़ गया है. पिछले साल गेहूं की पैदावार में 2.5% की गिरावट आई थी. इस बार कृषि मंत्रालय ने तापमान वृद्धि के फसलों पर प्रभाव के आकलन के लिए समिति बना दी है. जो स्थितियां बन रही है उनसे आभास होने लगा है कि 2023 में गर्मी अब तक के सभी रिकॉर्ड को तोड़ सकती है!