सिलीगुड़ी के विधान मार्केट में सुबह से ही गहमागहमी शुरू हो जाती है और दिन चढ़ने के साथ ही हलचल तेज होती जाती है. शाम के समय यहां हर समय भीड़ देखी जा सकती है. विधान मार्केट एक बड़ा बाजार है, जहां खरीदारी के लिए सिलीगुड़ी और जलपाईगुड़ी के दूरदराज के क्षेत्रों से लोग आते हैं. यहां हर समय होने वाली भीड़ भाड़ का फायदा उठा कर कुछ लोग अपना उल्लू सीधा करने का जाल फैला देते हैं, जिस पर पुलिस और प्रशासन की नजर कम ही रहती है.
विधान मार्केट में छोटे बड़े व्यवसायियों की अनेक दुकानें हैं. मार्केट का रखरखाव विधान मार्केट व्यवसाई समिति करती है. नजदीक में पुलिस आउटपोस्ट भी है. प्रशासन की आंखों में धूल झोंक कर कुछ लोग यहां काफी समय से 1 डिजिट लॉटरी के नाम पर जुए का ऑनलाइन गोरखधधा चला रहे हैं. कुछ स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के आधार पर खबर समय ने एक स्टिंग ऑपरेशन चलाया तो हैरान कर देने वाली कई बातें कैमरे में कैद हो गई. जिसे जानकर आप भी हैरान हुए बगैर नहीं रहेंगे.
सिलीगुड़ी के लगभग सभी इलाकों और बाजार जैसे चंपासारी, फुलेश्वरी, प्रधान नगर, सिलीगुड़ी टाउन स्टेशन, खालपाडा आदि इलाकों में चोरी-छिपे ऑनलाइन 1 डिजिट लॉटरी की आड़ में जुए और सट्टे का गोरख धंधा चलाया जा रहा है. इस धंधे में शहर के कुछ रसूखदार लोग शामिल हैं. जब भी पुलिस को सूचना मिलती है तो पुलिस दबिश की कार्रवाई तो करती है, परंतु ऐसा कभी नहीं हुआ कि इस धंधे का सरगना अथवा मास्टरमाइंड पकड़ा गया हो.चाहे सिलीगुड़ी के टाउन स्टेशन का मामला हो या फिर खालपाडा का, पुलिस की कार्रवाई में आमतौर पर प्यादे ही पकड़े जाते हैं. सवाल यह भी है कि पुलिस इस गेम के मास्टरमाइंड तक क्यों नहीं पहुंचती?
खबर समय के एक स्टिंग ऑपरेशन से पता चलता है कि विधान मार्केट में फूल बाजार जुए का अड्डा बन गया है. यहां एक दुकान में साधारण तरीके से रखे कंप्यूटर पर फूलों का हिसाब नहीं, बल्कि ऑनलाइन जुए का हिसाब होता है, जिसे समझना बाहरी लोगों के लिए आसान नहीं है. हालांकि 1 डिजिट लॉटरी के नाम पर जुआ खेलने वाले लोग हर समय अपना दाव चलते रहते हैं. यहां परंपरागत ढंग से ही चेतक, भाग्यश्री, संगम इत्यादि मोहरों पर दांव लगाए जाते हैं. फूल बाजार से सिलीगुड़ी के विभिन्न इलाकों जैसे चंपासारी, प्रधान नगर इत्यादि इलाकों को कवर किया जाता है. दाव जीतने पर ₹10 का ₹90 मिलता है.
हमारी खबर समय की टीम ने पाया कि 1 दिन में यहां 40 से 50 लाख का चोरी-छिपे कारोबार होता है. यह पूरी तरह अवैध कारोबार है. सुबह 10:00 बजे से ही यह गोरखधंधा शुरू होता है जो शाम 7:30 तक चलता है. 1 घंटे में 3 बार लकी ड्रा होता है. इस तरह से प्रत्येक 20 मिनट पर ड्रा निकाला जाता है. खबर समय की स्ट्रिंग पार्टी ने पाया कि विधान मार्केट के कई व्यवसाई तथा रसूखदार लोग इस ऑनलाइन गेम से जुड़े हुए हैं. यह भी पता चला कि सिलीगुड़ी के आसपास के क्षेत्रों के कुछ ग्राहक भी जुए का शिकार हो चुके हैं. हैरानी की बात तो यह है कि विधान मार्केट में ऑनलाइन 1 डिजिट लॉटरी के गेम से अधिकतर लोग परिचित हैं, ऐसे में क्या नजदीक में स्थित पानीटंकी पुलिस चौकी को ऐसे धंधों की जानकारी नहीं है या फिर पुलिस कार्रवाई ही नहीं करना चाहती? विधान मार्केट व्यवसाई समिति के अधिकारी गण भी ऐसे अवैध धंधे और जुए की तरफ से आंख मूंद कर बैठे हैं.
यह कहना गलत नहीं होगा कि पुलिस की खामोशी तथा सिलीगुड़ी के कुछ रसूखदार लोगों का इस धंधे को छत्रछाया मिलने से धीरे-धीरे सिलीगुड़ी में 1 डिजिट लॉटरी की आड़ में जुए का धंधा कुकुरमुत्ते की तरह फैलता जा रहा है. कुछ दिनों पहले सिलीगुड़ी टाउन स्टेशन पर इसी तरह के धंधे की धमक सुनाई दी थी. अब यह धंधा सिलीगुड़ी के प्रसिद्ध बाजार विधान मार्केट में भी फैल गया है.अगर अब भी कार्रवाई नहीं होती है तो इस गोरखधंधे की गिरफ्त में धीरे-धीरे पूरा सिलीगुड़ी शहर होगा!