सिलीगुड़ी और आसपास के इलाकों में आपराधिक घटनाएं बढ़ गई हैं. अधिकांश अपराध निजी स्वार्थ लोलुपता के कारण होते हैं. ऐसे में अपराध होने पर पुलिस भी मामले को विभिन्न एंगल से जांचना चाहती है. जैसे कि सिलीगुड़ी नगर निगम के 33 नंबर वार्ड गेट बाजार के निवासी युवक रोशन की मृत्यु की जांच में जुटी सिलीगुड़ी पुलिस इस मामले को एक्सीडेंट और हत्या दोनों ही एंगल से देख रही है और सही नतीजे पर पहुंचना चाहती है. पुलिस जल्द ही संदिग्ध युवती से विस्तृत पूछताछ करने वाली है. लेकिन उससे पहले पुलिस को रोशन के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है!
सिलीगुड़ी के वार्ड नंबर 33 गेट बाजार के रहने वाले 22 वर्षीय दीपक मंडल उर्फ रोशन को क्या पता था कि वह जिस गर्लफ्रेंड के साथ घूमने निकला था, उसके बाद वह लौटकर कभी नहीं आएगा. लड़की ने दीपक मंडल के दोस्तों और परिजनों को बताया था कि दीपक का एक्सीडेंट हुआ था. लेकिन दीपक के शरीर पर सिवाय सर के कहीं भी खरोंच के निशान तक नहीं हैं. अगर एक्सीडेंट होता तो इसके निशान रोशन के शरीर पर भी होते. घर वालों के अनुसार दीपक की एक सोची समझी रणनीति के तहत हत्या की गई है. उन्होंने हत्या की प्राथमिकी भी प्रधान नगर थाने में दर्ज करा दी है. आखिर पूरा मामला क्या है?
तारीख थी 9 नवंबर. इतवार का दिन था. दीपक की भी छुट्टी थी. दीपक सिलीगुड़ी के एक निजी फर्म में नौकरी करता था. दीपक मंडल अपनी गर्लफ्रेंड के साथ बाइक से घूमने निकला था. अपराहन का समय था. घर से निकले हुए कुछ ही समय बीता था कि अचानक दीपक उर्फ रोशन ने अपने एक दोस्त को फोन किया और कहा कि उसका किसी से झगड़ा हो गया है. इसलिए वह बाकी दोस्तों को साथ लेकर चंपासारी मोड पहुंचे. यह सुनते ही उसका दोस्त बाकी दोस्तों को साथ लेकर तुरंत ही चंपासारी मोड पहुंच गया.
जब वे सभी चंपासारी मोड पहुंचे तो वहां रोशन का कहीं दूर-दूर तक पता नहीं था. इसके बाद एक दोस्त ने रोशन को फोन मिलाना चाहा लेकिन फोन एंगेज मिला. लेकिन कुछ ही समय बाद रोशन के फोन से एक लड़की की आवाज आई, जो वास्तव में रोशन की गर्लफ्रेंड थी. उसने फोन करके बताया कि रोशन का देवीडांगा में एक्सीडेंट हो गया है. इसलिए वह उसे लेकर सिलीगुड़ी जिला अस्पताल पहुंच रही है. आप उनके परिवार वालों को बता दीजिए और सभी लोग जिला अस्पताल पहुंच जाइए.
इस खबर के बाद घबराए रोशन के एक दोस्त ने उसके माता-पिता को मामले की सूचना दी और उनसे सिलीगुड़ी जिला अस्पताल पहुंचने को कहा. उधर रोशन के सभी दोस्त चंपासारी से ही सिलीगुड़ी जिला अस्पताल पहुंच गए. तब तक रोशन को अस्पताल में भर्ती करके उसकी प्राथमिक चिकित्सा की जा रही थी. इसी दौरान रोशन की मृत्यु हो गई. रोशन की मौत ने उसके माता-पिता, परिजनों, शुभचिंतकों और दोस्तों को हिला कर रख दिया.
रोशन की गर्लफ्रेंड ने बयान दिया था कि रोशन का एक्सीडेंट हुआ था. लेकिन डॉक्टरों ने बताया कि रोशन के सर पर गहरी चोट लगी है. बाकी उसके शरीर पर कोई गहरा निशान नहीं है. परिवार और दोस्तों का माथा ठनका, क्योंकि उन्हें लग रहा था कि मामला कुछ और है और लड़की एक्सीडेंट का झूठा नाटक रच रही है. घर वालों ने स्वयं रोशन के शरीर को देखा और उन्हें लगा कि उसके साथ कोई एक्सीडेंट नहीं हुआ था. परंतु लड़की झूठ क्यों बोल रही थी? इसी बात को लेकर उनका संदेह गहराता चला गया.
बहरहाल घर वालों ने इस मामले को प्रधान नगर थाना में रोशन की हत्या का शक जाहिर करते हुए दर्ज करा दिया है. वे पुलिस से इस मामले का सच लाने के लिए निवेदन कर रहे हैं. घरवाले चाहते हैं कि रोशन के साथ गई उसकी गर्लफ्रेंड रोशन की मौत के रहस्य पर से पर्दा उठा सकती है. क्योंकि वह सच्चाई जानती है. लेकिन वह सच्चाई बता नहीं रही है. इसलिए वे चाहते हैं कि लड़की को हिरासत में लेकर पुलिस कड़ी पूछताछ करे.
पुलिस भी यही चाहती है. परंतु पुलिस के हाथ बंधे हैं. जब तक पुख्ता सबूत नहीं मिले, तब तक पुलिस केवल शक के आधार पर किसी को गिरफ्तार नहीं कर सकती है. इसलिए रोशन के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पुलिस इस मामले की विस्तृत पड़ताल करेगी और आवश्यकता होने पर रोशन के साथ गई लड़की को गिरफ्तार भी कर सकती है. सिलीगुड़ी और आसपास के इलाकों में पिछले कुछ दिनों में इस तरह के कई मामले सामने आए हैं, जिसके बाद पुलिस की जांच में विविधता भी आ रही है. पुलिस इस मामले की भी विभिन्न एंगल से जांच कर रही है.
