सिलीगुड़ी के सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को सरकार एक बार फिर से यूनिफॉर्म उपलब्ध करवाने जा रही है. सिलीगुड़ी समेत राज्य के अन्य सरकारी स्कूलों को 1.10 करोड़ स्कूल यूनिफॉर्म उपलब्ध कराए जाएंगे. इसे लेकर एक तरफ जहां बच्चों में उत्साह के साथ संशय है तो दूसरी ओर अभिभावकों में उत्सुकता भी देखी जा रही है.
दरअसल बात यह है कि पश्चिम बंगाल सरकार ने नवंबर 2022 में सिलीगुड़ी समेत राज्य के स्कूली बच्चों को जो यूनिफॉर्म उपलब्ध कराया था, उसको लेकर सिलीगुड़ी, जलपाईगुड़ी, कूचबिहार, अलीपुरद्वार समेत उत्तर बंगाल के विभिन्न जिलों में काफी बवाल कटा था. छात्रों तथा अभिभावकों ने यूनिफॉर्म के डिजाइन और अन्य मुद्दों को लेकर काफी नाराजगी व्यक्त की थी. अब सवाल उठ रहा है कि क्या एक बार फिर से यह स्थिति लौटने वाली है?
सूत्र बता रहे हैं कि सरकार ने इस बार छात्रों तथा अभिभावकों को संतुष्ट करने की गरज से ही अपनी तैयारी शुरू की है. इस बार सरकार पिछली गलतियों को नहीं दोहराएगी. बच्चों को जो यूनिफॉर्म उपलब्ध होगा, वह गुणवत्तापूर्ण तथा उन्हें संतुष्टि दिलाएगा. अभिभावकों को भी वस्त्रों की गुणवत्ता को लेकर कोई शिकायत नहीं रहेगी. इन सभी पहलुओं को लेकर पिछले दिनों राज्य सरकार के सचिव एके द्विवेदी की स्कूल शिक्षा विभाग, सहकारिता विभाग, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग, स्वास्थ्य विभाग इत्यादि विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक हो चुकी है तथा इस पर विस्तृत चर्चा भी हो चुकी है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मई महीने में सरकार स्कूली बच्चों को यूनिफॉर्म का पहला सेट उपलब्ध कराने जा रही है जबकि दूसरा सेट 2 महीने बाद जुलाई में उपलब्ध कराया जाएगा. स्कूल यूनिफार्म आधुनिक डिजाइन और उत्तम क्वालिटी का होगा, जिसमें बच्चे गर्व कर सकेंगे.राज्य सरकार ने अभी से ही पावर लूम की क्वालिटी और आधुनिकता पर जोर देना शुरू कर दिया है. कहने का मतलब यह है कि आधुनिक पावरलूम के द्वारा ही कपड़ों का उत्पादन शुरू होगा. इससे कयास लगाया जा रहा है कि बच्चों को मिलने वाला स्कूल यूनिफार्म बढ़िया क्वालिटी का होगा.
फिलहाल कपड़ों का उत्पादन शुरू हो चुका है.आधुनिक पावर लूम कार्य में लग चुके हैं. बुनकरों को आर्थिक मदद से लेकर सरकारी प्रोत्साहन भी दिया जा रहा है.विभिन्न पहलुओं को खंगालने के बाद राज्य सरकार इस बार कोई चूक नहीं करेगी, इस बात की संभावना बढ़ गई है. सरकारी संगठन और गैर सरकारी संगठन दोनों मिलकर विभिन्न तकनीकों से उत्पादन से लेकर बिक्री और सभी कार्य करेंगे. यहां तक कि पोर्टल भी शुरू किया जा रहा है.
बहरहाल मई में मिलने वाले स्कूल यूनिफार्म को लेकर स्कूली बच्चे काफी उत्सुक हैं. अभिभावकों में भी उत्सुकता व्याप्त है. अब यह देखना होगा कि इस बार सरकार बच्चों तथा उनके अभिभावकों की कसौटी पर खरी उतरती है या नहीं!