सिलीगुड़ी में फूलबाड़ी औद्योगिक और व्यापारिक क्षेत्र के रूप में जाना जाता है. फुलबाड़ी कॉरिडोर सिलीगुड़ी तथा उसके आसपास के क्षेत्र के विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है. फुलवारी कॉरिडोर होने से यहां औद्योगिक और व्यापारिक निवेश में क्रांति आएगी तथा परिवहन से लेकर व्यापारिक कार्य में तेजी आएगी.
फूलबाड़ी कॉरिडोर का महत्व इतना है कि यह सिलीगुड़ी शहर की छवि बदलने में समर्थ है. वर्तमान में नौकाघाट से आगे बढ़ने पर एशियन हाईवे के दोनों तरफ फुलबारी इलाके में बड़ी-बड़ी कंपनियों के ऑफिस अथवा संस्थान आपको नजर आएंगे. इस क्षेत्र में इंफ्रास्ट्रक्चर और व्यापारिक गतिविधियों में इजाफ़ा लाने के लिए सबसे जरूरी कॉरिडोर का निर्माण और विकास है, जिसके लिए काफी समय से मांग की जा रही है.
शायद यही कारण है कि कॉरिडोर को फोर लेन का बनाने के लिए केंद्र सरकार ने पहले ही 700 करोड रुपए आवंटित कर दिए हैं. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने इसे प्राथमिकता की सूची में रखा है. लेकिन असल समस्या राज्य सरकार द्वारा भूमि अधिग्रहण में हो रहा विलंब है. सिलीगुड़ी के विधायक शंकर घोष का आरोप है कि राज्य सरकार भूमि अधिग्रहण संबंधी समस्याओं के निष्पादन के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं कर रही है.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को भूमि मालिकों के साथ बातचीत करनी चाहिए और उन्हें भूमि अधिग्रहण के लिए तैयार करना चाहिए. ऐसा होने पर सिलीगुड़ी फुलबारी 4 लेन का कार्य जल्द शुरू हो जाएगा. शंकर घोष ने नई दिल्ली में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की और उन्होंने मंत्री को उत्तर बंगाल की कई महत्वपूर्ण सड़क परियोजनाओं के बारे में विशेष ध्यान देने का आग्रह किया है.
वर्तमान में केंद्र सरकार की कई महत्वपूर्ण महत्वाकांक्षी परियोजनाएं सिलीगुड़ी और आसपास के इलाकों में चल रही है. इनमें से बालासन से सेवक तक एलिवेटेड हाईवे कॉरिडोर का निर्माण, सिलीगुड़ी के चारों तरफ प्रस्तावित रिंग रोड का निर्माण, जिसके लिए केंद्र सरकार ने पहले ही राज्य सरकार को पत्र लिखा था, परंतु अभी तक राज्य सरकार की ओर से कोई पहल नहीं की गई है. सिलीगुड़ी के नजदीक सेवक में कोरोनेशन ब्रिज के समानांतर एक नए ब्रिज का निर्माण भी किया जाना है. सभी मुद्दों को लेकर प्रस्तावित प्रोजेक्ट को लेकर शंकर घोष ने केंद्रीय मंत्री से मुलाकात की.
आपको बताते चलें कि इन सभी सड़क परियोजनाओं के लिए दार्जिलिंग के भाजपा सांसद राजू बिष्ट ने अथक परिश्रम किया है. और यह कहने में कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी कि उनकी लगातार भाग दौड़ और परिश्रम की वजह से ही केंद्र सरकार के संबंधित मंत्रालय ने सिलीगुड़ी और आसपास के इलाकों में सड़क नेटवर्क के विस्तार के साथ ही सिलीगुड़ी शहर के विकास का नया मॉडल तैयार किया है. एलिवेटेड रोड का निर्माण तो बहुत पहले से ही चल रहा है. बाकी प्रोजेक्ट पर भी तेजी से कार्य चल रहा है. लेकिन इसके लिए जरूरी है कि राज्य सरकार का भी पूरा सहयोग मिले. क्योंकि कुछ केंद्रीय प्रोजेक्ट राज्य सरकार के सहयोग के बगैर पूरे ही नहीं हो सकते हैं.