जिसका लंबे समय से इंतजार था, आखिरकार वह क्षण आ ही गया. आज से सिलीगुड़ी के सभी टोटो की TTEN के तहत पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. टोटो मलिक सिलीगुड़ी के किसी भी क्षेत्र में रहते हो, आप अपनी गाड़ी का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. 30 नवंबर तक यह प्रक्रिया चलने वाली है.
जानकार मानते हैं कि परिवहन विभाग के फरमान के बाद टोटो चालकों और मालिकों की परेशानी बढ़ गई है. क्योंकि टोटो पंजीकरण के बाद उन्हें अपने टोटो को ई-रिक्शा में कन्वर्ट करना होगा और इसके बाद उन्हें परिवहन विभाग के सभी नियम और शर्तों के अनुसार चलना होगा. वर्तमान में टोटो किसी भी तरह के नियम और ट्रैफिक कानून से ऊपर होकर शहर में किसी भी रोड में चल रहे हैं.लेकिन नयी व्यवस्था के बाद उन्हें निश्चित रूट में ही चलना होगा. अन्यथा उनका चालान कटेगा और उन पर कानूनी कार्रवाई के साथ ही उनका लाइसेंस भी जब्त किया जा सकता है.
शहर में एक से अधिक पंजीकरण केंद्र बनाए गए हैं. टोटो मालिक अगर चाहे तो पंजीकरण केंद्र में जाकर खुद रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में भाग ले सकते हैं यानी ऑफलाइन भी यह संभव है और ऑनलाइन भी. आज से यह रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. अगर आप ऑनलाइन प्रक्रिया में भाग लेना चाहते हैं तो परिवहन विभाग की वेबसाइट पर जाएं. इसमें आपको विस्तृत जानकारी भी मिल सकेगी.
टोटो मालिकों को पंजीकरण के लिए कुछ जरूरी कागजात अपने साथ रखने होंगे. जैसे टोटो खरीद की रसीद, बिल तथा अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज, जिसमें आधार कार्ड, पते का प्रमाण पत्र इत्यादि के साथ आवेदन करना होगा. आप सिलीगुड़ी के आरटीओ कार्यालय में जाकर आवेदन कर सकते हैं. या फिर ऑनलाइन प्रक्रिया में भाग ले सकते हैं. 30 नवंबर तक यह चलने वाली है. यानी पूरे 45 दिनों तक यह प्रक्रिया चलेगी. इसमें किसी भी तरह की हेरा फेरी नहीं की जाएगी.
राज्य परिवहन विभाग ने जो नियम और कानून निर्धारित किए हैं उसी के अनुसार यह पूरी प्रक्रिया संपन्न की जाएगी. आवेदन के बाद संबंधित अधिकारियों के द्वारा उसका सत्यापन किया जाएगा. सत्यापन पूरा होने के बाद टोटो का रूट निर्धारण, नंबर प्लेट और क्यूआर कोड प्रदान किया जाएगा. इसी QR कोड के माध्यम से टोटो की पहचान की जा सकेगी.
फिलहाल शहर के सभी टोटो को टेंपरेरी टोटो एनरोलमेंट नंबर यानि TTEN के तहत पंजीकरण किया जाएगा. यह केवल दो वर्षों के लिए ही मान्य होगा. यानी टोटो मालिकों को केवल 2 साल दिए जाएंगे. ताकि वह इस अवधि में अपने वाहन को E रिक्शा में कन्वर्ट कर सकें. आपको बता दें कि सिलीगुड़ी शहर में बढ़ रही अनियंत्रित टोटो की संख्या और उससे उत्पन्न ट्रैफिक को नियंत्रित करने के लिए परिवहन विभाग ने कुछ समय पहले यह महत्वपूर्ण कदम उठाया था.
देखना होगा कि राज्य परिवहन विभाग के फरमान का सिलीगुड़ी शहर के टोटो चालक और मालिक कितना पालन कर पाते हैं. यह भी देखना होगा कि परिवहन विभाग के नियम और आदेश के बाद शर्तों को पालन करने में टोटो मालिकों को क्या परेशानी हो रही है और इस प्रक्रिया में भाग लेने के लिए वे कितना उत्साह दिखाते हैं. यह भी आने वाले समय में पता चल जाएगा.