सिलीगुड़ी और पूरे बंगाल में शराब और बीयर का सेवन करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है. अप्रैल महीने के आंकड़े बताते हैं कि 1 महीने में सिलीगुड़ी और पूरे बंगाल में 400 करोड़ रुपए की बीयर की बिक्री हुई है. यह अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है.
आप सहज ही अनुमान लगा सकते हैं कि पश्चिम बंगाल के लोगों की जिंदगी का अंग बनती जा रही है शराब और बीयर. एक मजदूर से लेकर अमीर तक शराब अथवा बीयर का सेवन करते हैं. उनकी कमाई का एक बड़ा हिस्सा शराब अथवा बीयर में ही चला जाता है. आंकड़ों से पता चलता है कि अप्रैल महीने में पड़ी गर्मी ने कोलकाता, सिलीगुड़ी और कोलकाता के आसपास के विभिन्न जिलों में बीयर की बिक्री का अब तक का सारा रिकॉर्ड टूट गया.
सिलीगुड़ी में कुकुरमुत्ते की तरह जगह-जगह शराब के ठेके हैं. इन ठेकों में देशी-विदेशी सभी तरह की शराब मिलती है. शराब की बिक्री तो हर समय, हर मौसम में होती है. लेकिन बीयर की बिक्री गर्मियों में सबसे ज्यादा होती है.अप्रैल महीने में बंगाल में सर्वाधिक गर्मी का सामना लोगों ने किया था. कम से कम कोलकाता और आसपास के जिलों में भीषण गर्मी और लू पड़ी थी. उस दौरान लोगों ने सर्वाधिक बीयर का सेवन किया था.
सिलीगुड़ी के कुछ ठेको के संचालकों से खबर समय की हुई बातचीत में उन्होंने स्वीकार किया कि भीषण गर्मी में लोग शराब कम और बीयर का अधिक सेवन करते हैं.उन्होंने माना कि तेज गर्मी में उनके ठेकों पर बीयर की सर्वाधिक बिक्री हुई. आबकारी विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शराब और बीयर की बिक्री ने अब तक का सारा रिकॉर्ड अप्रैल महीने में ही तोड़ दिया. अप्रैल महीने में राज्य भर में 25 लाख केस बीयर की बिक्री हुई है.
राज्य में बीयर की जितनी डिमांड है, उसकी तुलना में 20% कम सप्लाई हो रही है. इसलिए आबकारी विभाग ने बीयर के प्लांट में 24 घंटे काम करते रहने का निर्देश दिया है ताकि मांग और आपूर्ति ठीक हो सके. सूत्रों ने बताया कि पिछले साल 18 लाख केस बीयर की बिक्री हुई थी जो इस साल टूट गई. राज्य में वित्तीय वर्ष 2022 23 में शराब या बीयर की बिक्री से राज्य का मुनाफा लगभग 16 हजार करोड़ रुपए हुआ. यह पिछले वर्ष की तुलना में 30% अधिक है.इस बार यह भी रिकॉर्ड टूट गया.
सूत्रों ने बताया कि इस बार लगभग 2 गुना बीयर की बिक्री सिलीगुड़ी और पूरे प्रदेश में हुई है. आबकारी विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस साल विदेशी शराब की बिक्री में भी भारी उछाल आया है. पिछली बार की तुलना में इस साल लगभग 10% अधिक विदेशी शराब की बिक्री हुई है. कोलकाता में तो अप्रैल महीने में जब यहां भीषण गर्मी पड़ रही थी, तब उस समय यहां बीयर का संकट खड़ा हो गया था.