पश्चिम बंगाल और देश के दूसरे प्रदेशों में रामनवमी पर निकाली गई शोभायात्रा तथा उससे उत्पन्न परिस्थितियों से पुलिस अभी तक निबट नहीं पाई है. सबसे ज्यादा प्रभावित पश्चिम बंगाल रहा. केंद्र सरकार और केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल की हिंसा पर राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है. इस बीच हनुमान जयंती के उपलक्ष्य में शोभा यात्रा का कार्यक्रम शुरू हो गया है.
हनुमान जयंती देशभर में कल मनाई जा रही है. सिलीगुड़ी में धार्मिक और सनातनी संगठनों के द्वारा शोभायात्रा निकाली जाती रही है. सिलीगुड़ी जिला प्रशासन शांतिपूर्ण शोभायात्रा के लिए सभी तरह के कदम उठा रहा है. पुलिस प्रशासन को जिम्मेदार और चुस्त बनाया गया है. हालांकि रामनवमी की शोभायात्रा में सिलीगुड़ी और आसपास के इलाकों में शांति बनी रही और सामाजिक सौहार्द भी देखा गया, फिर भी पुलिस किसी तरह की कोताही बरतना नहीं चाहती है. संवेदनशील इलाकों में पुलिस का कड़ा पहरा भी है.
पिछली हिंसा को देखते हुए इस बार पश्चिम बंगाल सरकार शोभा यात्रा के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी रोकने के लिए सचेष्ट है. राज्य सरकार के द्वारा सभी जिलों के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया गया है कि शोभा यात्रा के दौरान शांति बनाए रखें और किसी भी तरह की गड़बड़ी ना होने दें.
आज केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हनुमान जयंती को लेकर राज्यों को एडवाइजरी जारी कर दिया है. गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को निर्देश दिया है कि वह कानून व्यवस्था को बनाए रखें और त्यौहार का शांतिपूर्ण ढंग से होना सुनिश्चित करें. गृह मंत्रालय ने राज्यों को निर्देश दिया है कि सभी राज्य ऐसी घटनाओं की निगरानी रखें जिनसे सामाजिक सौहार्द बिगड़ने का खतरा पैदा होता हो.
6 अप्रैल को हनुमान जन्म उत्सव मनाया जा रहा है. इसके उपलक्ष्य में आज से ही विभिन्न धार्मिक संगठनों के द्वारा शोभायात्रा निकाली जा रही है. आज सिलीगुड़ी में पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में श्री सालासर दरबार संतोषी नगर के द्वारा विशाल शोभायात्रा निकाली गई. यह शोभायात्रा नेहरू रोड से निकली और खालपाड़ा के विभिन्न मार्गों का परिभ्रमण करते हुए वापस सालासर दरबार लौट गई. अन्य संगठनों के द्वारा भी शोभायात्रा निकाली जाएगी. इसके लिए प्रशासन काफी चुस्त है और असामाजिक तत्वों पर नजर बनाए हुए है.
सिलीगुड़ी पुलिस प्रशासन बस्ती इलाके पर भी नजर बनाए हुए है. उन सभी इलाकों में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं जहां अशांति उत्पन्न होने का खतरा बना हुआ है. रामनवमी की हिंसा की घटना को देखते हुए पुलिस प्रशासन पर एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है. उम्मीद की जानी चाहिए कि सिलीगुड़ी समेत पूरे राज्य में हनुमान जयंती की शोभायात्रा के दौरान किसी तरह की गड़बड़ी नहीं होगी.