आपको याद होगा कि 15 नवंबर को नेपाल से मेची नदी पर बनी सड़क से होकर पानीटंकी की तरफ जा रही एक महिला को पानीटंकी स्थित चेक पोस्ट से सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने भारत में घुसने से रोका था. कारण उसके पास भारत में प्रवेश करने का कोई वैध दस्तावेज नहीं था. महिला पाकिस्तानी थी. ऐसे में भारत में बिना वीजा के प्रवेश नहीं मिल सकता है. इसी कारण से सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने महिला को डिटेन किया और खोड़ीबाड़ी पुलिस के हवाले कर दिया था.
अब जानकारी मिल रही है कि उक्त पाकिस्तानी महिला पाकिस्तान की जासूस है और वह भारत में जासूसी करने आई थी. लेकिन सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने उसके मंसूबे नापाक कर दिए. हालांकि अभी स्पष्ट रूप से कोई तस्वीर सामने नहीं आई है, जिसके आधार पर प्रमाणित रूप से यह कहा जा सके. लेकिन रिमांड अवधि में शाइस्ता हनीफ नामक पाकिस्तानी महिला से आईबी, एसटीएफ और अन्य गुप्तचर जांच एजेंसियां पूछताछ कर चुकी है.
खोड़ीबारी पुलिस गिरफ्तार महिला शाइस्ता हनीफ के प्राथमिक बयानों के आधार पर कई चीजों की पड़ताल कर चुकी है. शाइस्ता हनीफ मुंबई में काफी दिनों तक रह चुकी है.खोरोबारी पुलिस उसके बयान की तस्दीक करने के लिए मुंबई जा चुकी है और वहां से कुछ जानकारियां लेकर लौटी है. अब तक पुलिस और जांच एजेंसियों को महिला ने जो जानकारी दी है, उसके अनुसार 2008 में वह प्रमाणित कागजात के साथ अपने पति के साथ भारत लौटी थी.
यह भी जानकारी मिली है कि पाकिस्तानी महिला विदेश में अपने पति के साथ रहती है. हालांकि अभी तक इसके बारे में भी कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिली है. यह भी बताया जा रहा है कि शाइस्ता हनीफ नामक पाकिस्तानी महिला का मायके उत्तर दिनाजपुर में है. और वह 15 नवंबर को अपने मायके वालों से मिलने के लिए जा रही थी. जहां सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने वीजा नहीं होने पर उसे रोका था. यह महिला का बयान था. लेकिन इस पर भी अभी तक कोई पुख्ता जानकारी अथवा प्रमाण हासिल नहीं हो सका है.
रिमांड अवधि के दौरान पाकिस्तानी महिला शाइस्ता हनीफ का व्यवहार और उसकी बातचीत का अंदाज खोड़ीबाड़ी पुलिस को रहस्यमय लगा था. पुलिस की नजर में महिला पाकिस्तानी जासूस हो सकती है. विभिन्न जांच एजेंसियां भी इस बात से इनकार नहीं कर सकती. लेकिन अभी महिला से कुछ और पूछताछ किया जाना है.यही कारण है कि पुलिस ने संदिग्ध महिला को सिलीगुड़ी के एसडीओ कोर्ट में पेश करके फिर से 5 दिनों के रिमांड पर ले लिया है.
जानकारी मिल रही है कि इस रिमांड अवधि के दौरान खोरीबारी पुलिस मुंबई में प्राप्त महिला से संबंधित सबूत और साक्ष्य को प्रमाणित करने के लिए शाइस्ता हनीफ से पूछताछ कर सकती है. इसके अलावा उसके पाकिस्तानी जासूस होने का जो संदेह व्यक्त किया जा रहा है, उस संबंध में भी सुरक्षा जांच एजेंसियां, आईबी एसटीएफ, गुप्तचर विभाग की टीम और अधिकारी अंतिम दौर की निर्णायक पूछताछ कर सकते हैं.
कुल मिलाकर स्थिति यह है कि पाकिस्तानी महिला शाइस्ता हनीफ गुप्तचर एजेंसियों और पुलिस के बिछाए जाल में फसती जा रही है. इस रिमांड अवधि में ही यह स्पष्ट हो जाएगा कि महिला क्या वास्तव में पाकिस्तानी जासूस है या नहीं.यह भी मालूम किया जाएगा कि उसे भारत किसने भेजा था और वह भारत में क्या करना चाहती थी. पुलिस के पास कई प्रश्न तैयार हैं. रिमांड अवधि के दौरान महिला से पूछताछ के लिए पुलिस अपनी शैली का इस्तेमाल भी कर सकती है.