विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक के अनुसार 2020 से चल रहे कोरोनावायरस का इस साल खात्मा हो सकता है. सोशल मीडिया तथा न्यूज़ चैनल्स पर डब्ल्यू एच ओ के महानिदेशक की भविष्यवाणी तथा उनके बयान की खूब चर्चा हो रही है. w.h.o. के महानिदेशक घेबरेयसस ने कहा है कि कोविड-19 भले ही इस समय चर्चा में हो लेकिन ऐसा लगता है कि इस साल यह खत्म हो जाएगा.
इस बीच चीन में तबाही मचा रहे कोरोना के नए वैरीअंट बीएफ 7 का संक्रमण बंगाल तक पहुंच गया है. अब तक राज्य में 4 लोगों में इसके संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है. यह सभी लोग 29 दिसंबर को अमेरिका से कोलकाता लौटे थे. सभी व्यक्ति एक ही परिवार के हैं. उन सभी को क्वारंटाइन कर दिया गया है. इसलिए चिंता की ज्यादा जरूरत नहीं है.
हालांकि इसका असर हवाई यात्रियों पर पड़ा है. कोलकाता एयरपोर्ट पर अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की संख्या में लगभग 50% की कमी आ गई है. भारत सरकार के आदेश के बाद राज्य सरकार और स्वास्थ्य मंत्रालय ने 1 जनवरी से 6 देशों की हांगकांग, जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और थाईलैंड से आने वाले यात्रियों का rt-pcr टेस्ट अनिवार्य कर दिया है. हालांकि राहत की बात यह है कि भारत में जो वैरीअंट पाए जा रहे हैं, वे पहले से ही मौजूद हैं.
अगर पूरे भारत की बात करें तो 24 दिसंबर से 3 जनवरी के बीच आए अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की जांच के दौरान 11 व्यक्तियों में ओमी क्रोन के सब वैरीअंट पाए गए. यह वैरीअंट भारत में पहले से ही मौजूद है. भारत चीन के जानलेवा वैरीअंट से अभी सुरक्षित है और ना ही यहां किसी को घबराने की जरूरत है. 19227 अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की कोरोना जांच के बाद कुल 124 यात्रियों में संक्रमण पाया गया. उनके सैंपल आनुवंशिक जांच के लिए भी भेजे गए. उनमें से 40 के नतीजे आ चुके हैं.
14 सैंपल में xbb1 समेत एक्सबीबी सब वैरीअंट पाए गए हैं. जबकि एक सैंपल में बीएफ 7.4.1 सब वैरीअंट मिला है. कहने का तात्पर्य है कि भारत अभी चीनी वैरीअंट से पूरी तरह सुरक्षित है. अगर यहां लोगों की सतर्कता और कोरोना गाइडलाइंस का पालन होता रहे तो भारत पूरी तरह सुरक्षित और किसी भी तरह की हानि से मुक्त रहेगा. पश्चिम बंगाल में अभी तक चार हवाई यात्रियों के अलावा किसी में भी बीएफ 7 के वैरीअंट नहीं मिले हैं.