30 मार्च का इंतजार सभी को बेसब्री से है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से लेकर राज्य सरकार के संयुक्त कर्मचारी संघ भी उस दिन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी केंद्र सरकार से बकाए का भुगतान करने के लिए कई बार पत्र लिख चुकी हैं और अब उन्होंने भी आंदोलन का रास्ता अपना लिया है.
उधर राज्य में सरकारी कर्मचारियों का एक वर्ग सरकार पर हमलावर दिख रहा है. मुद्दा वही है. महंगाई भत्ता और बकाया, जिसको लेकर राज्य सरकार ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि वर्तमान स्थिति में महंगाई भत्ता में वृद्धि संभव नहीं है. जिस दिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बकाए का भुगतान केंद्र सरकार से कराने के लिए नई दिल्ली में धरना प्रदर्शन करेंगी. उसी दिन राज्य सरकार के धरना दे रहे कर्मचारियों का एक वर्ग भी सामूहिक अवकाश पर जाएगा. उस दिन 30 मार्च का दिन होगा!
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सरकारी कर्मचारियों का 1 वर्ग सामूहिक अवकाश के अलावा कोलकाता में विरोध रैली का मार्च करेगा, जिसकी तैयारी शुरू कर दी गई है. राज्य सरकार के कर्मचारियों का संयुक्त मंच मुख्यमंत्री को एक ईमेल भेजने की तैयारी कर रहा है. उसके बाद कर्मचारी यहीं तक नहीं रुकेंगे. बल्कि उनका दिल्ली मार्च भी होगा. मिली जानकारी के अनुसार राज्य सरकार के कर्मचारी 10 और 11 अप्रैल को नई दिल्ली के जंतर मंतर पर 2 दिनों का धरना प्रदर्शन करेंगे.
आपको बताते चलें कि राज्य सरकार के कर्मचारी इस मुद्दे पर 1 दिन की हड़ताल और 2 दिनों का पेन डाउन हड़ताल पहले ही कर चुके हैं. साथ ही सर्वोच्च न्यायालय में भी वे कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं. हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने अभी तक इस पर सुनवाई नहीं की है.