एक 2 दिनों में ही सिलीगुड़ी समेत पूरे उत्तर बंगाल में कोहरा और कड़ाके की सर्दी शुरू हो सकती है. इसका संकेत मिलने लगा है. इस बीच पहाड़ी क्षेत्रों में तापमान में लगातार गिरावट और कई अन्य पहाड़ी प्रदेशों में बर्फबारी से विशेषज्ञों ने जल्द ही मैदानी भागों में तेज सर्दी और कोहरे की भविष्यवाणी कर दी है.
कश्मीर और हिमाचल प्रदेश समेत कई पर्वतीय प्रदेशों में बर्फबारी के बाद पारा शून्य से नीचे पहुंच गया है. देश के कुछ प्रदेशों में हल्की बारिश भी हुई है. कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश जैसे प्रदेशों में बारिश होने से तापमान में गिरावट आई है. उत्तराखंड में पिछले कई दिनों से लगातार बर्फबारी हो रही है और पारा लगातार गिरता जा रहा है.
जिस तरह से उत्तरी मैदानी इलाकों में ठंड और कोहरे ने पांव पसारने शुरू कर दिए हैं, उससे अनुमान लगाया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा, पंजाब, बंगाल और पूर्वी राज्यों में ठंड की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. हालांकि अभी कोहरे ने यातायात की ज्यादा परेशानी नहीं बढ़ाई है, पर जल्द ही यह विजिबिलिटी को भी प्रभावित कर सकता है.
सिलीगुड़ी और आसपास के इलाकों में एक अच्छी बात यह है कि अभी आसमान में बादल नहीं है. इसलिए धूप में गर्मी देखी जा रही है. पिछले कुछ दिनों से धूप की गर्मी सुहावनी लग रही है. साफ संकेत है कि तापमान में लगातार गिरावट आ रही है. मौसम विभाग का कहना है कि अगले कुछ दिनों में मैदानी इलाकों में तापमान और गिरेगा. इसका असर सिलीगुड़ी और उत्तर बंगाल के लोगों पर अवश्य पड़ेगा.
हालांकि मौसम वैज्ञानिक सिलीगुड़ी और उत्तर बंगाल में पड़ने वाली ठंड को लेकर कह रहे हैं कि यहां वर्षा के बाद ही कड़ाके की सर्दी का आगाज होगा, जिसमें कुछ समय लग सकता है. जिस तरह से चक्रवात मैंडुस के बाद दक्षिण के राज्यों में मौसम बदला है, ठीक उसी तरह से उत्तर बंगाल में आकाशीय घटना घट सकती है. हल्की बारिश अथवा बर्फबारी के बाद मौसम एकदम से बदल जाएगा और कड़ाके की सर्दी का लोगों को सामना करना पड़ सकता है. उससे पहले अगर कोई अप्रत्याशित घटना घटती है तो उसके लिए कुछ कहा नहीं जा सकता.