पूरा उत्तर भारत कोहरे और शीतलहर की चपेट में आ चुका है. सिलीगुड़ी समेत पूरे उत्तर बंगाल में ठंड ने सामान्य जनजीवन को प्रभावित किया है. वही मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार ठंड आने वाले दिनों में विकराल रूप दिखा सकता है.
सिलीगुड़ी, पहाड़, समतल और Dooars इलाकों में इस हफ्ते से सर्दी बढ़ी है और कोहरे ने सड़क, रेल और वायु यातायात को भी प्रभावित किया है. रेलगाड़ियां देरी से चल रही है तो हवाई यातायात का भी बुरा हाल है. बागडोगरा एयरपोर्ट पर विमान समय पर उड़ान नहीं भर रहे हैं. अनेक विमानों को डायवर्ट करना पड़ा है. जबकि कुछ विमान रद्द भी हो रहे हैं. मंगलवार को घने कोहरे के चलते बागडोगरा एयरपोर्ट पर 8 उड़ानों को रद्द कर दिया गया.
कोलकाता हवाई अड्डे पर भी घना कोहरा देखा गया. हालांकि वहां नियमित उड़ानों को रद्द नहीं किया गया. बांग्लादेश में भी हालात बुरे हैं.अनेक देशों से बांग्लादेश जाने वाले यात्री विमानों को कोलकाता एयरपोर्ट पर उतारना पड़ा है. शाह जलाल हवाई अड्डे पर कम दृश्यता के कारण 8 अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को डायवर्ट किया गया. सभी विमान कोलकाता एयरपोर्ट पर मौसम साफ होने का इंतजार कर रहे हैं.
सिलीगुड़ी और आसपास के इलाकों में अभी ना तो घना कोहरा और ना ही कड़ाके की ठंड पड़ रही है. परंतु आने वाले समय में लोगों को घना कोहरा और कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ सकता है. आज जलपाईगुड़ी के डेंगुआझाड़ चाय बागान इलाके में मोरों के झुंड को नाचते देखकर लोगों की समझ में नहीं आया कि यह मौसम का असर है या आने वाले कड़ाके की ठंड का संकेत है.
मौसम विज्ञान विभाग की ओर से मिली जानकारी के अनुसार 31 दिसंबर से 4 जनवरी तक कड़ाके की सर्दी पड़ सकती है. शीतलहर का सामना लोगों को करना पड़ सकता है. पहाड़ों तथा समतल में बर्फबारी की संभावना व्यक्त की गई है. तापमान में भारी गिरावट आएगी. अगले 24 घंटों में अरुणाचल प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर बर्फबारी होने की संभावना व्यक्त की गई है. इससे मेघालय, असम और अरुणाचल प्रदेश के कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि भी हो सकती है.
अलीपुरद्वार के कुछ इलाकों में बुधवार को हुई बर्फबारी के कारण तापमान में भारी गिरावट आई. सिक्किम और दार्जिलिंग में भी हालात बुरे हैं. पहाड़ में कई इलाकों में पिछले 2 दिनों से ओलावृष्टि हो रही है. ऐसे मौसम में जब वातावरण में घना कोहरा और धुंध हो तो सड़क पर गाड़ी चलाते समय काफी सावधानी रखनी चाहिए. अन्यथा दुर्घटना होते देर नहीं होती. जब घना कोहरा हो और दृश्यता में कमी नजर आए, तो गाड़ी की हेडलाइट जलाकर रखें. इसके अलावा गाड़ी की गति पर भी नियंत्रण रखना चाहिए.