बुधवार को रंगों का त्योहार होली है. पूरे शहर में इसकी चहल-पहल बढ़ गई है. दुकानों में होली के रंग, पिचकारी, गुलाल दिख रहे हैं तो खरीदार भी पूरे उत्साह से खरीद रहे हैं. नया बाजार, विधान मार्केट, हांगकांग मार्केट, चंपासारी मार्केट, हिल कार्ट रोड, गुरुंग बस्ती, सब जगह दुकानों में चहल-पहल आप देख सकते हैं. कोरोना के बाद यह पहली होली है जो धूमधाम के साथ मनाने के लिए सिलीगुड़ी तैयार है.
इन सबके बीच सबसे ज्यादा उत्साहित सिलीगुड़ी के मांस विक्रेता हैं,जो कई दिनों पहले से ही होली को लेकर खंसी, चिकन, अंडे,मछली आदि को जमा कर रहे हैं. क्योंकि उन्हें लगता है कि होली में माल की अधिक खपत होगी. इसलिए मुनाफा काटने के लिए उन्होंने इन्हें जमा कर रखा है या फिर जमा कर रहे हैं. सूत्रों ने बताया कि सिलीगुड़ी के कई मांस विक्रेता जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार, कूचबिहार तक के ग्रामीण इलाकों से खंसी मंगा रहे हैं. जबकि अनेक मांस विक्रेता किशनगंज, कटिहार तक से मुंहमांगे दाम पर खंसी खरीद रहे हैं. किशनगंज और कटिहार में बकरियों की तादाद सबसे ज्यादा है.
इस बीच सिलीगुड़ी और आसपास के कुछ इलाकों में नकली अंडे बेचे जाने की भी शिकायत मिल रही है. लोगों ने बताया कि होली पर मंगाए गए अंडे खराब हो गए हैं. लेकिन दुकानदार उन्हें बेच रहे हैं या फिर होली में बेचने को लेकर नकली अंडे काफी तादाद में मंगाए गए हैं. मालदा के इनायतपुर इलाके में प्लास्टिक का अंडा या नकली अंडा पाए जाने के बाद सिलीगुड़ी में भी हड़कंप मचा हुआ है.
सिलीगुड़ी के अनेक बाजारों में मांस की बिक्री होती है. जलपाई मोड, केलाहटी, चंपासारी, गुरुंग बस्ती, झंकार मोड, सिलीगुड़ी जंक्शन, एनजेपी और जगह जगह चौक चौराहों पर मांस की बिक्री होती है. लेकिन सिलीगुड़ी में होली के दिन सब जगह सब स्थानों पर मांस की बिक्री होती है. मांस की सर्वाधिक बिक्री मेडिकल मोड पर होती है. होली में आलम यह होता है कि खरीदारों को घंटों अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है. ताकि माल की कमी ना रहे, इसलिए सिलीगुड़ी के मांस विक्रेता दूर-दूर से खंसी मंगा रहे हैं.
जलपाई मोड पर मांस की दुकान लगाने वाले एक दुकानदार ने बताया कि इस बार होली को लेकर वह सबसे ज्यादा उत्साहित है. उसने कहा कि होली के दिन मांस का दाम अन्य दिनों की अपेक्षा कम से कम ₹50 से ₹100 किलो तक ज्यादा हो सकता है.उस दिन बढ़ा हुआ भाव ही दुकानदारों को मुनाफा दिलाता है.
इस तरह अनेक दुकानदारों से बातचीत करने के बाद ऐसा लगा कि होली को लेकर वे खासा उत्साहित हैं तथा उन्हें लगता है कि इस बार होली में उन्हें काफी मुनाफा होगा. दूसरी ओर यह भी एक सच्चाई है कि कई दुकानदार होली के दिन मिलावटी मांस बेचकर ग्राहकों को चूना लगाते हैं. ऐसे दुकानदारों के खिलाफ जनता को सतर्क रहना चाहिए तथा प्रशासन को चाहिए कि ऐसे दुकानदारों का पता लगाए और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करे.