दार्जिलिंग में पहली बार जी 20 का सम्मेलन होने जा रहा है. दार्जिलिंग इसे अपनी खुशकिस्मत मानता है और यही कारण है कि देश विदेश के अतिथियों का स्वागत करने के लिए तमाम तरह की तैयारी में जुट गया है.
दार्जिलिंग के चौक चौराहों को सजाया और संवारा जा रहा है. यहां के प्रमुख स्थानों जैसे चौरास्ता, माल रोड आदि इलाकों में रंग रोगन का काम चल रहा है. इसके साथ ही दार्जिलिंग शहर के सौंदर्यीकरण का काम भी द्रुत गति से चल रहा है. कोशिश यह है कि मेहमान दार्जिलिंग की सुंदरता और स्वच्छता देखकर उसकी तारीफ किए बगैर नहीं रह सके.
दार्जिलिंग में पर्यटन का भी मौसम है. पर्यटन व्यवसाई भी काफी खुश हैं. राष्ट्राध्यक्षों के आने से पर्यटन भी गुलजार होगा. यहां के होटल और सांस्कृतिक स्थलों को भी नया रूप प्रदान किया जा रहा है.होटल की सजावट में पहाड़ की हरियाली और संस्कृति दिख सके, होटल वाले इस तरीके से सजावट कर रहे हैं. होटल के सामने अथवा अन्य मार्गों पर जहां-तहां गड्ढे हैं, उन गड्ढों को भरा जा रहा है ताकि यातायात में किसी तरह की कोई परेशानी ना हो.
दार्जिलिंग में अप्रैल महीने में जी 20 सम्मेलन होने जा रहा है. वक्त कम है. इसलिए प्रशासन सभी मोर्चे पर काम कर रहा है. दार्जिलिंग जिला प्रशासन का जीटीए और दार्जिलिंग नगरपालिका सहयोग कर रही है. यहां की प्रसिद्ध सवारी और पहाड़ों की रानी टॉय ट्रेन की सजावट का भी खास ख्याल रखा जा रहा है. क्योंकि जो राष्ट्राध्यक्ष आएंगे, वे toy ट्रेन की सवारी करना नहीं भूलेंगे. यहां की टॉय ट्रेन विश्व हेरीटेज में शामिल है.
जिस तरह से दार्जिलिंग में सजावट और स्वच्छता के मोर्चे पर काम हो रहा है, ठीक उसी तरह से घूम को भी सजाया जा रहा है. जी 20 सम्मेलन और विश्व के देशों के प्रतिनिधियों के दार्जिलिंग आने से यहां के दुकानदार भी खुश हैं. उन्हें लगता है कि एक बार फिर से दार्जिलिंग में चहल-पहल बढ़ेगी और यहां का पर्यटन उद्योग नया स्वरूप ग्रहण करेगा.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दार्जिलिंग के राजभवन में भी जी 20 सम्मेलन का कार्यक्रम होगा. इसके अलावा दार्जिलिंग के चौरस्ता के ओपन थिएटर में सांस्कृतिक कार्यक्रम रखा जाएगा, जिसकी तैयारी शुरू हो गई है. सबसे बड़ी बात यह है कि पहली बार दार्जिलिंग में यह सम्मेलन आयोजित होने जा रहा है.इससे दार्जिलिंग का प्रत्येक नागरिक खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा है.