सिलीगुड़ी के बाजारों में पके आम की भरमार हो गई है. तरह-तरह के पके आम जैसे दशहरी, लंगरा ,हिमसागर आदि आम अलग-अलग दामों में बेचे जा रहे हैं. बाजार से लेकर सड़क के किनारे दुकानों में, पटरियों पर, सब जगह आम ही आम दिखाई दे रहे हैं. छोटी-बड़े सभी तरह के आम बेचे जा रहे हैं. आमों को पकाने के लिए अमूमन व्यापारी कार्बाइड का उपयोग करते हैं.
आम को फलों का राजा कहा जाता है. इस बार सिलीगुड़ी के बाजार में आम का खुदरा मूल्य न्यूनतम ₹50 किलो है. आम हर किसी की पसंद का फल है. लोग बड़े चाव से खाते हैं. सिलीगुड़ी में 9 से 11 जून तक आम उत्सव मनाया जा रहा है. देश विदेश के 250 से ज्यादा आम की प्रजातियों की यहां प्रदर्शनी लगाई जाएगी. इसका आयोजन सिटी सेंटर में किया जा रहा है. आम उत्सव को गीतांजलि मैंगो फेस्टिवल नाम दिया गया है.
अगर आप बाजार में अथवा सड़क पर पटरियों पर बिक रहे आम खरीद रहे हैं तो सावधान हो जाइए और यह पता लगाइए कि इन आमों को पकाने के लिए कहीं कार्बाईड का उपयोग तो नहीं किया गया. सूत्र बता रहे हैं कि सिलीगुड़ी में अधिकतर बिकने वाले आम कार्बाइड से पकाए गए हैं. इसलिए आपको सावधान हो जाने की जरूरत है.
क्योंकि कार्बाइड से पके आम शरीर के लिए नुकसान देह साबित हो रहा है. मालदा जिले में कार्बाइड से पके आम खाने से कई लोग बीमार हो गए. यह देखते हुए खाद्य सुरक्षा विभाग एक्शन में आ गया है.मालदा जिले में आम जनता को बचाने के लिए मालदा जिला प्रशासन तथा खाद्य सुरक्षा विभाग ने प्रचार अभियान तेज कर दिया है.वहां आम के उत्पादक व्यापारी, निर्यातक इत्यादि पर सख्ती रखी गई है कि वह आम को पकाने के लिए कार्बाइड का उपयोग ना करें. मालदा जिले में आम पकाने के लिए कार्बाइड का उपयोग प्रतिबंधित है.
इस समय मालदा जिले में खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी पुलिस के साथ मिलकर वहां के आम बाजार के व्यापारियों तथा दुकानदारों पर लगातार छापे की कार्रवाई कर रहे हैं. चेतावनी दी जा रही है कि कोई भी व्यापारी आम पकाने के लिए कार्बाइड का उपयोग ना करें. पिछले दिनों पुलिस बल की छापेमारी में कई दुकानों से आम की टोकरियों से कार्बाईड बरामद किया गया.
सिलीगुड़ी में भी कुछ इसी तरह के अभियान चलाए जाने की आवश्यकता है. क्योंकि सूत्र बता रहे हैं कि यहां सड़क से लेकर बाजार तक बिक रहे आम कार्बाइड से पकाया गए हैं. हालांकि अभी यहां कोई ऐसी वैसी घटना तो नहीं घटी है. परंतु कार्बाइड शरीर के लिए नुकसानदेह है. ऐसे में कार्बाइड से पके आम खाने से लोग बीमार हो सकते हैं. सिलीगुड़ी खाद्य सुरक्षा विभाग और पुलिस अधिकारियों को चाहिए कि बाजार में बिकने वाले नुकसानदेह आमों पर प्रतिबंध लगाएं!