सिलीगुड़ी नगर निगम के अंतर्गत सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर गौतम देव का बहुचर्चित कार्यक्रम टॉक टू मेयर सफलता के साथ चल रहा है. इससे प्रेरित होकर एसजेडीए के चेयरमैन सौरव चक्रवर्ती ने भी टॉक टू एसजेडीए कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की है. प्रत्येक मंगलवार को सौरव चक्रवर्ती सिलीगुड़ी नगर निगम के बाहर सिलीगुड़ी और जलपाईगुड़ी के विभिन्न क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की समस्याओं को सुनेंगे और उसका उचित समाधान ढूंढने का प्रयास करेंगे.
यह कार्यक्रम सिलीगुड़ी नगर निगम के कार्यक्रम टॉक टू मेयर की तरह होगा. आपको बताते चलें कि टॉक टू मेयर कार्यक्रम सिलीगुड़ी में काफी लोकप्रिय है. इस कार्यक्रम के 50 सप्ताह पूरे होने जा रहे हैं.सिलीगुड़ी नगर निगम के लोगों ने टॉक टू मेयर कार्यक्रम के जरिए अपनी कई समस्याओं का अपेक्षित समाधान हासिल किया है. मेयर गौतम देव स्वयं शिकायतकर्ता से बात करते हैं तथा उसकी समस्या का समाधान ढूंढने के लिए संबंधित विभाग को आदेश देते हैं.
सिलीगुड़ी और जलपाईगुड़ी के विभिन्न ग्रामीण और कस्बाई क्षेत्रों में रहने वाले लोग कई तरह की समस्याओं से पीड़ित रहते हैं. लेकिन उन्हें उनकी समस्या का समाधान नहीं मिलता. आमतौर पर निर्माण संबंधित शिकायतें सामने आती रहती हैं.इसके अलावा फैक्ट्री, दुकान, जमीन, बिक्री, पेयजल, सड़क और दूसरी समस्याएं सामने आती हैं. इनका समाधान पाने के लिए एसजेडीए दफ्तर का चक्कर लगाना पड़ता है. फिर भी बात नहीं बनती है. अब एसजेडीए ने सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र से बाहर रहने वाले सभी लोगों की समस्याओं तथा शिकायतों को देखते हुए सीधे जनता से जुड़ने का कार्यक्रम बनाया है, जिसका नाम टॉक टू एसजेडीए दिया गया है.
टॉक टू एसजेडीए कार्यक्रम के अंतर्गत सिलीगुड़ी और जलपाईगुड़ी से जुड़े क्षेत्रों के लोगों की समस्याएं फोन पर सुनने के बाद एसजेडीए के चेयरमैन सौरव चक्रवर्ती विभाग को हस्तांतरित करेंगे और कम से कम समय में समस्या का समाधान ढूंढने का प्रयत्न करेंगे. पीड़ितों को जल्द से जल्द न्याय दिलाना इस कार्यक्रम का उद्देश्य है. एसजेडीए सूत्रों ने बताया कि प्रत्येक मंगलवार को सौरव चक्रवर्ती का कार्यक्रम आयोजित होगा.
यह दोपहर 2:30 से शुरू होगा और 4:00 बजे तक चलता रहेगा. सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र से बाहर के लोग अपनी समस्या 82933 35505 के जरिए एसजेडीए के चेयरमैन सौरव चक्रवर्ती को बता सकेंगे. खुद सौरभ चक्रवर्ती सभी समस्याओं को देखेंगे और विभाग को निराकरण का निर्देश देंगे. वास्तव में इस तरह के कार्यक्रम जनता और शासन को सीधे जोड़ते है. सूत्र बता रहे हैं कि ऊपर से आदेश आने के बाद एसजेडीए ने कार्यक्रम शुरू करने का फैसला किया है.