सिलीगुड़ी में नाबालिग गोरखा बेटी की हत्या की चिंगारी पहाड़ में भी भड़क उठी है. गोरखा सेवा सेना ने 26 अगस्त को पहाड़ में 12 घंटे का बंद बुलाया है. बृहस्पतिवार को आरोपी हत्यारे को फांसी देने तथा पुलिस को कार्रवाई तेज करने की मांग में सिलीगुड़ी और समतल क्षेत्र में 12 घंटे का विश्व हिंदू परिषद ने बंद बुलाया था. सिलीगुड़ी बंद के दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के दौरान कई जगह पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प की भी शिकायत मिली है.
अब गोरखा सेवा सेना ने पुलिस पर मामले की जांच कार्रवाई तेज करने का दबाव बनाने के लिए पहाड़ में 12 घंटे का बंद बुलाया है. यह बंद शनिवार को सुबह 6:00 से शाम 6:00 तक होगा. इस संबंध में गोरखा सेवा सेना की ओर से प्रवक्ता ने मीडिया को संबोधित किया है और कहा है कि पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द इंसाफ मिलना चाहिए. उन्होंने शीघ्र न्याय के लिए पुलिस पर दबाव बनाने तथा ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए बंद का आह्वान किया है.
गोरखा सेवा सेना की ओर से कहा गया है कि ऐसे मामलों की त्वरित जांच होनी चाहिए तथा इसका मुकदमा फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाना चाहिए, ताकि पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द इंसाफ मिल सके. उन्होंने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि यह हत्याकांड निर्भया हत्याकांड से भी ज्यादा जघन्य है. इसलिए पुलिस को किसी तरह की ढिलाई नहीं करते हुए जल्द से जल्द पीडित परिवार को इंसाफ दिलाना चाहिए.
गोरखा सेवा सेना की ओर से कहा गया है कि ऐसी घटनाएं बेहद निंदनीय है. हम चाहते हैं कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं हो सके. इसके लिए पुलिस प्रशासन सख्त कदम उठाए. उन्होंने पहाड़ में शांतिपूर्ण बंद के लिए सभी से समर्थन मांगा है. बालिका हत्याकांड के विरोध में तथा आरोपी हत्यारे को तुरंत सजा दिलाने की मांग में पिछले कुछ दिनों से समतल से लेकर पहाड़ तक उबल रहा है. जगह-जगह कैंडल मार्च, धरना प्रदर्शन, नारे आदि लगाए जा रहे हैं. इस बीच पुलिस की कार्य शैली को लेकर तमाम तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं.
सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस ने आरोपी हत्यारे को 10 दिनों के रिमांड पर लिया है. उससे पूछताछ की जा रही है.लेकिन सूत्रों ने बताया कि अभी तक आरोपी हत्यारे से कोई नई बात कबूलवा कर पाना पुलिस के लिए टेढी खीर बनी है. लोगों ने सवाल उठाया है कि आखिर पुलिस को किस बात से डर है या फिर कोई पुलिस पर दबाव बनाना चाहता है ?
26 अगस्त को होने वाले पहाड़ बंद को लेकर गोरखा सेवा सेना की ओर से संपूर्ण तैयारी की जा रही है. पर्वतीय क्षेत्रों में लोगों से शनिवार के बंद में समर्थन एवं सहयोग मांगा जा रहा है. सिलीगुड़ी की गोरखा बेटी की हत्या पहाड़ में एक भावनात्मक मुद्दा बन चुका है. यह उतना ही संवेदनशील भी है.पीडित परिवार को इंसाफ दिलाने के समर्थन में सभी वर्ग, पैशा, उम्र के लोग एक साथ दिख रहे हैं.
जो भी हो, धीरे-धीरे यह मुद्दा एक राष्ट्रीय मुद्दा बनता जा रहा है. पश्चिम बंगाल में बच्चियों की सुरक्षा पर दार्जिलिंग के भाजपा सांसद राजू बिष्ट ने पहले ही सवाल उठा दिया है. अब जनसाधारण और सामान्य नागरिक भी कहीं ना कहीं अंदर से टूटे और दुखी महसूस कर रहे हैं. अगर आप 26 अगस्त को दार्जिलिंग इत्यादि पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा की योजना बना रहे हैं तो उस दिन अपनी यात्रा स्थगित कर लेने में ही भलाई है.