कम दबाव का क्षेत्र झारखंड तथा आसपास के इलाकों पर बना हुआ है और यह कई दिशाओं में चक्रवाती प्रसार के रूप में फैल रहा है. तेज हवाएं, वज्रपात, गरज के साथ बारिश, बौछारें इसकी विशेषता है. इस समय देश के लगभग सभी राज्यों में अलग-अलग स्थानो में हल्की से लेकर मध्यम बारिश हो रही है.
सिलीगुड़ी, जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार और पहाड़ में भी अलग-अलग स्थानों पर बारिश हो रही है. लेकिन यहां बारिश लगातार नहीं हो रही है. इससे लोगों में राहत भी है. परंतु मौसम विभाग की ताजा बुलेटिन चिंता में डालने वाली है. आईएमडी के अनुसार पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भारी से भारी बारिश हो सकती है. मौसम विज्ञान विभाग के वैज्ञानिकों ने संभावना जताई है कि यह बारिश 115.6 मिलीलीटर से लेकर 204.4 मिली लीटर तक हो सकती है.
आईएमडी ने कहा है कि पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलावा यह बारिश असम, नागालैंड, मिजोरम, त्रिपुरा समेत पूर्वोत्तर राज्यों ,बिहार, उत्तराखंड ,पंजाब ,हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली आदि प्रदेशों में भी अलग-अलग स्थानों में हो सकती है. बंगाल और सिक्किम में हवाएं चलेंगी. कई स्थानों पर वज्रपात और गरज की भी संभावना व्यक्त की गई है. लगभग अन्य राज्यों में भी यही स्थिति रहेगी.
आईएमडी ने कहा है कि अरब सागर में 65 किलोमीटर की रफ्तार से तूफानी हवाएं चल सकती हैं. इसलिए मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है. छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश, चंडीगढ़ और झारखंड के कई क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश की संभावना व्यक्त की गई है. उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली आदि राज्यों में 64.5 मिली से 115.5 मिलीलीटर तक वर्षा हो सकती है. यहां भी कई इलाकों में बिजली गिरने, गरज के साथ बौछारों की चेतावनी दी गई है.