सिलीगुड़ी में छठ महापर्व की शुभ शुरुआत हो गई है. कल 17 तारीख को नहा खा से छठ व्रती पर्व की शुरुआत करेंगे. सुबह घर आंगन की सफाई के साथ ही घर के जिस कक्ष में व्रती पूजा करेंगे, उस घर में व्रती लोगों के अलावा घर के अन्य सदस्यों का प्रवेश नहीं होगा. नहा खा के दिन महिलाएं अरवा चावल और लौकी की सब्जी खाती है. दिन में वे छठी मैया का गीत गाती है. कल से ही छठ महापर्व के लिए लोग खरीददारी करना शुरू कर देते हैं. शनिवार को खरना होगा. जबकि रविवार को पहला अर्घ्य दिया जाएगा.
छठ महापर्व में 36 घंटे का निर्जला व्रत रखा जाता है. यह निर्जला व्रत शनिवार से शुरू होगा और सोमवार सुबह तक जारी रहेगा, जब तक कि छठ महापर्व का समापन नहीं हो जाता. नहाए खाए के दिन व्रती महिलाएं नदी में स्नान करती हैं. इस दिन महिलाएं दिन में सिर्फ एक बार खाना खाती हैं. छठ महापर्व का दूसरा दिन खरना कहलाता है.उस दिन व्रती महिलाएं दिन भर उपवास रहती है और शाम के समय स्नान करके खीर बनाती है. खरना में खीर,केला और रोटी खाई जाती है. जबकि पहला अर्घ्य के दिन व्रती महिलाएं कुछ नहीं खाती और दिन में छठ घाट के लिए दौरा सजाती हैं.
छठ महापर्व को लेकर सिलीगुड़ी के घाट सज कर तैयार हो गए हैं. छठ घाटों पर श्रद्धालू और छठ करने वाले लोग छठ पूजा समितियों से मिलकर घाट का बंदोबस्त कर रहे हैं. जिन लोगों को घाट मिल रहा है, वह अपने घाट पर खूंटी गाड़ कर वहां तिरपाल और बांस बला लगा कर जगह घेर रहे हैं. नौका घाट से लेकर गंगानगर, संतोषी नगर, प्रकाश नगर ,सब जगह यही देखा जा रहा है. इसके साथ ही सिलीगुड़ी नगर निगम और SJDA की ओर से सड़क, रास्तों का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है.
आज विभिन्न छठ पूजा समितियों के द्वारा सड़कों पर तोरण द्वार लगाए जा रहे हैं. इस कार्य में सिलीगुड़ी नगर निगम और SJDA के लोग छठ पूजा कमेटियों का सहयोग कर रहे है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सिलीगुड़ी नगर निगम के अंतर्गत कई छठ घाटों पर घाट बिक्री करने की भी खबरें आ रही है. हालांकि छठ पूजा कमेटियों की ओर से कहा जा रहा है कि लोग स्वेच्छा पूर्वक डोनेशन दे रहे हैं. कई छठ घाटों पर छठ व्रतियों से न्यूनतम ₹500 लेकर घाट दिए जा रहे हैं.
छठ महापर्व को लेकर इस बार सिलीगुड़ी के बाजार में भी खासा उत्साह देखा जा रहा है. सिलीगुड़ी में विभिन्न छठ पूजा समितियों के द्वारा छठ महापर्व के दिन व्रतियों तथा श्रद्धालुओं के लिए विभिन्न सांस्कृतिक और अन्य कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया है. कई छठ पूजा समितियां बाहर के कलाकारों और गीतकारों को बुला रही हैं, तो कुछ छठ पूजा समिति छठ महापर्व के दिन संध्या अर्घ्य को संगीत प्रतियोगिता का भी आयोजन करवा रही है. एक नंबर मां संतोषी छठ पूजा समिति और नवयुवक वृंद क्लब की ओर से इस बार छठ पूजा के दिन आकर्षक रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया है.