चुनाव से पहले हर पार्टी और नेता जनता से वादे करते हैं. सिक्किम में 2024 में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव है. ऐसे में मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग कैसे पीछे रहते. उन्होंने तो ऐसी ऐसी घोषणाएं की है, अगर वह सारी घोषणाएं सरकार ने पूरी कर दी तो सिक्किम में तो कोई गरीब नहीं रहेगा. मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने एक तरफ अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाई, तो दूसरी तरफ सत्ता के लिए बेकरार एसडीएफ और उनके नेताओं की विफलताओं को भी गिनाया.
सिक्किम के नामची जिले में पिकनिक कार्यक्रम था. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने जनता को एक-एक वोट की कीमत को समझाया और एसडीएफ की आलोचना करते हुए कहा कि एसडीएफ ने 1994 में नेपाली लोगों पर लगे विदेशी आरोप को चुनावी मुद्दा बनाया था. लेकिन 25 साल सत्ता में रहने के बावजूद भी इसे मिटा नहीं सके. जबकि उनकी सरकार और पार्टी ने साढे चार वर्षों में ही इसे मिटा कर दिखा दिया. प्रेम सिंह तमांग ने एसडीएफ और उनकी पार्टी के नेताओं को अहंकारी बताते हुए कहा कि अगर उन्हें सत्ता मिल गई तो प्रदेश का बेरा गर्क हो जाएगा.
प्रेम सिंह तमांग ने प्रदेश के लोगों के लिए कई घोषणाएं की. इन घोषणाओं में सिक्किम में रहने वाले प्रत्येक घर में एक व्यक्ति को स्थाई नौकरी और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को पक्की नौकरी देने का वादा किया. उन्होंने यह काम चुनाव से पहले ही कर देने का लोगों को आश्वासन दिया. राज्य में जो लोग अस्थाई रूप से काम कर रहे हैं, ऐसे लोग पक्की नौकरी की खुशी को महसूस कर रहे होंगे. प्रेम सिंह तमांग ने वाहन चालकों के लिए भी कुछ घोषणाएं की हैं. इनमें वाहन चालकों के लिए बीमा का प्रावधान किया गया है. अब वाहन चालक 10 लाख रुपए का जीवन बीमा पाएंगे.
प्रेम सिंह तमांग ने कहा कि प्रदेश में गृहिणियों के लिए हर साल चार रसोई गैस सिलेंडर सरकार मुफ्त उपलब्ध कराएगी. इसके अलावा जो लोग 2005 से सरकारी नौकरी में है, उन्हें पुरानी पेंशन योजना का लाभ मिलेगा. राज्य में सरकारी कर्मचारियों के लिए सरकार ने वन रैंक वन पेंशन नीति लागू करने का फैसला किया है. वर्तमान में राज्य में गरीब माताओं को साल में ₹40000 प्रदान किया जाता है. इस सरकार ने स्कूली छात्राओं के लिए बहिनी योजना के तहत कई सुविधाएं प्रदान की है. प्रेम सिंह तमांग की सरकार ने मेरो रुख, मेरो संतति के अंतर्गत रजिस्टर्ड महिलाओं को ₹10000 की राशि देने का फैसला किया है.
मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने 4 अक्टूबर 2023 को राज्य में तीस्ता आपदा से तीस्ता ऊर्जा जल विद्युत परियोजना का जलाशय फटने के कारण हुई क्षति को चामलिंग द्वारा निर्मित आपदा करार दिया. राज्य में इस समय चुनाव का माहौल पूरी तरह बन चुका है. ऐसा संकेत मिल रहा है कि आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव भारतीय जनता पार्टी और सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा मिलकर लड़ेंगे. सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा का गठन 21 दिसंबर 2009 को किया गया था. मोर्चा का गठन करने वाले प्रेम सिंह तमांग पहले एसडीएफ में ही थे.
एसडीएफ में रहते हुए उन्होंने 2009 में पूर्वी सिक्किम के बुरतुक विधानसभा क्षेत्र से उन्होंने चुनाव लड़ा और जीतकर विधायक बने. लेकिन कुछ दिनों बाद प्रेम सिंह तमांग का एसडीएफ से मनमुटाव हो गया. इसके बाद उन्होंने पार्टी छोड़ दी और अपने समर्थकों के साथ एक नई पार्टी बनाकर राजनीति शुरू कर दी. यह नयी पार्टी सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा धी. वर्ष 2014 में सिक्किम विधानसभा चुनाव में सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा को 10 सीटों पर जीत मिली थी. लेकिन इनमें से आठ विधायक एसडीएफ में शामिल हो गए. वर्ष 2019 के चुनाव में सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा ने लोकसभा की एक सीट के साथ विधानसभा में 18 सीटों पर विजय प्राप्त कर ली और सत्ता के हकदार बन गए. तब से सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा राज्य की सत्ता में है.
मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव की जोरदार तैयारी कर रहे हैं.