सिलीगुड़ी की 14 वर्षीया रिया शांत और खूबसूरत लड़की थी. वह सिलीगुड़ी के एक स्कूल में पढ़ती थी. स्कूल और ट्यूशन के बाद वह अक्सर घर में ही रहती थी. रिया अक्सर मम्मी पापा को घर में रोज शाम को लड़ाई झगड़ा करते देखती थी. जब वह बीच बचाव करने जाती थी तो अक्सर मम्मी पापा रिया पर ही अपना गुस्सा उतार देते थे. ऐसा कोई दिन भी नहीं बीतता था, जब उसके मम्मी पापा किसी न किसी बात को लेकर आपस में लड़ाई झगड़ा नहीं करते थे. रिया ने काफी कोशिश की कि उसके परिवार में सुख शांति रहे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका.
रिया अपने मन की बात फेसबुक के दोस्तों को बताया करती थी. तथा उनसे ही हालात पर नियंत्रण पाने के लिए सलाह लिया करती थी. कुछ ही दिनों पहले रिया के फेसबुक पेज से एक नया फ्रेंड जुड़ा था, जिसका नाम अविनाश था. वह दिल्ली में रहता था. रिया अविनाश को पसंद करती थी. क्योंकि वह काफी सुलझा हुआ इंसान था तथा बात-बात पर वह रिया को सपोर्ट करता था. रिया भी उसकी तरफ आकर्षित थी. जब भी कोई बड़ी समस्या होती थी, रिया अविनाश को फोन कर लिया करती थी. अविनाश रिया को आवश्यक सलाह दिया करता था.
घर में रिया अपने माता-पिता अथवा पड़ोसियों से बहुत कम बातें करती थी. एक दिन रिया ने अपने फेसबुक के फ्रेंड अविनाश को फोन करके सारी बात बताई कि उसके घर में क्या-क्या हो रहा था. रिया ने कहा कि वह अब इस घर में एक पल भी रहना नहीं चाहती. वह घर से कहीं दूर चला जाना चाहती है. अविनाश को लगा कि रिया कोई गलत कदम उठा सकती है. उसने रिया को सलाह दी कि वह दिल्ली आ जाए. उसका मन भी बहल जाएगा.
रिया को अविनाश की सलाह पसंद आई. फिर उसने दिल्ली जाने का फैसला कर लिया और अपना टिकट भी बुकिंग करवा लिया. निर्धारित दिन को रिया स्कूल जाने के बहाने अपने घर से निकली और एनजेपी स्टेशन पहुंची. वहां से वह ट्रेन में सवार होकर दिल्ली पहुंच गई. दिल्ली में अविनाश उसे लेने आया था. वह सुल्तानपुरी में रहता था. वह रिया को लेकर सुल्तानपुरी आ गया. रिया सुल्तानपुरी में रहने लगी.
इधर सिलीगुड़ी में रिया के अचानक गायब होने से उसके माता-पिता काफी परेशान थे. रिया का मोबाइल स्विच ऑफ था. उन्होंने अपने सभी रिश्तेदारों को फोन कर लिया. लेकिन रिया वहां भी नहीं थी. रिया की सहेलियों ने भी उसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी. माता-पिता की परेशानी और चिंता लगातार बढ़ती जा रही थी. तीन दिन हो गए थे. लेकिन रिया घर नहीं लौटी. 3 जनवरी 2024 को रिया के माता-पिता सिलीगुड़ी पुलिस स्टेशन पहुंचे और रिया के गायब होने की जानकारी दी. पुलिस के निर्देश पर रिया के माता-पिता के द्वारा सिलीगुड़ी थाना में बेटी की गुमशुदगी की लिखित शिकायत दर्ज कराई गई. पुलिस ने माता-पिता को आश्वासन देकर घर भेज दिया. पुलिस लापता लड़की की तलाश में जुट गई.
सिलीगुड़ी थाना की पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी. आखिर रिया कहां जा सकती है. पुलिस ने रिया के स्कूल की कुछ सहेलियों और अन्य रिकॉर्ड ढूंढ कर पता लगाया तो पता चला कि रिया स्कूल गई नहीं थी और वह सीधे एनजेपी स्टेशन पहुंची थी. फिर वहां से वह दिल्ली के लिए रवाना हो गई थी. दो दिनों में पुलिस को इतना तो पता चल गया था कि रिया दिल्ली में रह रही है. लेकिन दिल्ली में वह कहां थी, यह पता लगाना अभी बाकी था. इस बीच रिया का फोन कभी चालू होता तो कभी बंद हो जाता. उससे कोई बात नहीं हो रही थी.
सिलीगुड़ी थाना की पुलिस ने रिया के मोबाइल के टावर का लोकेशन ट्रैक करना शुरू कर दिया. यह लोकेशन दिल्ली के सुल्तानपुरी का था. सिलीगुड़ी थाना की पुलिस ने दिल्ली पुलिस के सुल्तानपुरी थाना से संपर्क किया और मामले के बारे में जानकारी दी तथा सुल्तानपुरी थाना से सहयोग भी मांगा. सुल्तानपुरी थाना सिलीगुड़ी थाना की पुलिस का सहयोग करने के लिए तैयार हो गया. इसके बाद सिलीगुड़ी थाना की पुलिस की एक टीम दिल्ली स्थित सुल्तानपुरी थाना पहुंच गई और सुल्तानपुरी थाना की मदद से रिया तक पहुंच गई. वहां आवश्यक लिखा पढ़ी करके सिलीगुड़ी पुलिस रिया को लेकर सिलीगुड़ी पहुंची.
रिया को पाकर उसके माता-पिता काफी खुश हैं. आज रिया को अदालत में पेश करके भारतीय दंड विधान की धारा 164 के तहत मजिस्ट्रेट के समक्ष उसका बयान कराया गया है. रिया ने कहा है कि वह अपने माता-पिता के साथ रहना चाहती है. लिहाजा अदालत ने रिया को उसके घर वालों को सौपने का पुलिस को निर्देश दिया है. रिया तो वापस अपने परिवार में लौट गई है. पर ऐसे मामलों में लड़कियों के गुमराह होने का खतरा बढ़ जाता है. यह रिया की खुशनसीबी थी कि वह दिल्ली में सुरक्षित थी. वरना ऐसे मामलों में तो फेसबुक के दोस्त अपना उल्लू सीधा करने के लिए कुछ भी करते रहते हैं और इस तरह के मामले अक्सर सामने आते रहते हैं.
इस तरह के कांड हो ही नहीं, इसके लिए माता-पिता को भी सोचना चाहिए. आखिर रिया ने यह कदम उनकी गलतियों के कारण ही उठाया था. ना तो वह रोज लड़ाई झगड़ा करते और ना ही रिया घर छोड़ने पर मजबूर होती. घर में बच्चे बड़े हो जाएं तो माता-पिता को आपसी झगड़ों से दूर रहना चाहिए.