किसी बड़े बुजुर्ग ने ठीक कहा है कि दुखी व्यक्ति हमेशा परेशान रहता है. भगवान भी उसकी मदद नहीं करता है. ऐसा देखा भी गया है कि एक परिवार में हादसों की श्रृंखला सी बंध जाती है. किसी किसी परिवार का इतिहास परिवार के सदस्यों की अकाल मौत का भी रहा है. कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिनके परिवार में हंसी खुशी रहती है. उस परिवार में सलामती का वातावरण रहता है. ईश्वर भी ऐसे परिवार को सलामत रखता है. इसी बात को कुछ लोग नियति से जोड़कर देखते हैं, जो कहीं ना कहीं सच भी है.
चंदन राय का परिवार दुखी था. चंदन राय की पत्नी पुष्पा राय कैंसर से पीड़ित है. चंदन राय सिलीगुड़ी में ही रहकर उसका इलाज कराता था. वही चंदन राय अब इस दुनिया से चला गया है. ईस्टर्न बाईपास सड़क हादसे में उसकी मौत हो चुकी है. ऐसे में पुष्पा राय जो कैंसर से पीड़ित महिला है, उसका क्या होगा? उसका तो सहारा छिन चुका है. अब वह किसके भरोसे रहेगी? उसका इलाज कैसे होगा? इस परिवार के शुभचिंतक भी कहते हैं कि भगवान ने इस परिवार को इतनी बड़ी चोट क्यों पहुंचाई? जो परिवार शुरू से ही दुखी रहा हो उस परिवार में दुखों का अंबार क्यों? इस सवाल का उत्तर देना बड़ा ही कठिन है.
सिलीगुड़ी समेत पूरे बंगाल में जीवन बचाओ और गाड़ी होशियारी से सुरक्षित चलाओ योजना चल रही है. यह योजना मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की महत्वाकांक्षी योजना है.राज्य की ट्रैफिक पुलिस वाहन चालकों से योजना का पालन करवाने के लिए सभी तरह के कदम उठा रही है. लेकिन इन सभी के बावजूद आए दिन सड़क हादसे होते रहते हैं. पिछले एक महीने में सिलीगुड़ी में पांच से अधिक सड़क हादसे हुए हैं. इनमें दो से अधिक व्यक्तियों की जानें भी गई हैं. सिलीगुड़ी शहर के व्यस्ततम रोड सेवक रोड, हिलकार्ट रोड पर एक हफ्ते में ही दो दो सड़क हादसे हुए हैं. एक व्यक्ति की मौत भी हो चुकी है.
इन सड़क दुर्घटनाओं के बीते अभी दसेक दिन भी नहीं हुए कि एक बार फिर से सिलीगुड़ी के ईस्टर्न बाईपास में एक दिल दहला देने वाली सड़क दुर्घटना घटी है. इस दुर्घटना में एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई. यह दुर्घटना एक ट्रक चालक के लापरवाही से गाड़ी चलाने के कारण हुई, बताई जाती है. घटना रात 9:00 बजे के बाद बताई जा रही है, जब एक तेज रफ्तार ट्रक ने सड़क पार कर रहे एक व्यक्ति को जोरदार टक्कर मारी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
इस सड़क हादसे में जिस व्यक्ति की मौत हुई है, उसका नाम चंदन राय(42) है. वह मयनागुड्डी, चुरा भंडार का रहने वाला था. यहां सिलीगुड़ी में वह 18 साल से एक चाउमिन फैक्ट्री में वेन चालक के रूप में काम कर रहा था. घटना की रात वह खाना खाने के बाद अपने घर जा रहा था. लेकिन उसे क्या पता था कि मौत उसका पीछा कर रही है. जैसे ही वह सड़क पार करने लगा, विपरीत दिशा से आ रहे एक तेज रफ्तार ट्रक ने उसे कुचल दिया. यह हादसा बेणेश्वर जंक्शन इलाके में हुआ था.
चंदन राय के परिवार में उसकी पत्नी पुष्पा राय और एक बेटा है. पत्नी कैंसर से पीड़ित है. जबकि बेटा एकटिया साल में किराए के घर में रहता है. स्थानीय लोगों के अनुसार चंदन राय सिलीगुड़ी में अपनी पत्नी का इलाज करा रहा था. ऐसे में चंदन राय के नहीं रहने से पुष्पा राय का इलाज कैसे होगा, यह बड़ा कठिन सवाल है. सवाल यह भी है कि आखिर वाहन चालक ट्रैफिक नियमों का पालन क्यों नहीं कर रहे हैं?
ईस्टर्न बाईपास सड़क दुर्घटना के एक दिन बाद शनिवार को भी एक और मर्मांतक सड़क दुर्घटना घटी. सिलीगुड़ी के नजदीक उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल के निकट कदमतला दुर्गा मंदिर के पास, जब एक तेज रफ्तार बस ने स्कूटर सवार एक युवती को कुचल दिया. बस मेडिकल मोड से शिव मंदिर की ओर जा रही थी. युवती स्कूटी पर विपरीत दिशा से आ रही थी. दुर्गा मंदिर के पास ही बस ने युवती को कुचल दिया. युवती की मौत हो गई.
सिलीगुड़ी में ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार के लिए वर्षों से प्रयास चल रहे हैं. लेकिन समस्या ज्यों की त्यों है. अब तो प्रशासन ने भी हाथ जैसे खड़े कर लिए हैं. सिलीगुड़ी के लोगों का सहयोग मांगा है. सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नर ने सिलीगुड़ी की ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार लाने के लिए सिलीगुड़ी के बुद्धिजीवियों और सामान्य लोगों से सुझाव मांगे हैं. ऐसे में सड़क हादसों पर नियंत्रण पाने के लिए प्रशासन के पास कोई विकल्प नजर नहीं आ रहा है. अब तो भगवान ही मालिक है ऐसे में स्वयं ही संभलकर चलने की जरूरत है
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