सिलीगुड़ी समेत पूरे भारत में कल 11 अप्रैल को ईद मनाई जाएगी. हालांकि यह इस बात पर निर्भर करता है कि चांद दिखने के बाद शववाल कब शुरू होता है. चांद का दीदार करने के अगले दिन ईद मनाई जाती है. भारत में आज रात चांद का दीदार होगा. इसलिए कल ईद मनाई जाएगी.
सिलीगुड़ी में ईद उल फितर की जोरदार तैयारी चल रही है. इस्लामिक कैलेंडर में रमजान साल का नौवां महीना है और दसवां महीना शववाल है. इसी महीने के पहले दिन इस्लाम धर्म को मानने वाले ईद उल फितर का त्यौहार मनाते हैं.
मुसलमानों के लिए ईद का त्यौहार रोजे के अंत का प्रतीक होता है. रमजान में मुस्लिम समुदाय के लोग सुबह सूरज निकलने से लेकर सूर्यास्त तक रोजा रखते हैं. इस दौरान खाना ही नहीं पानी तक भी नहीं पिया जाता है. ईद को लेकर सिलीगुड़ी शहर में खासा उत्साह है. बाजार में सेवइयां, टोपी और इस्लामिक सामग्रियों की भरमार है. सिलीगुड़ी के विभिन्न इलाकों में और खासकर हाशमी चौक पर आप यह नजारा देख सकते हैं.
पिछले कई दिनों से ईद को लेकर जोरदार तैयारी चल रही है. मस्जिद, ईदगाह और घरों की साफ सफाई के साथ ही सजावट का कार्य पिछले कई दिनों से चल रहा है. इसके अलावा शहर के विभिन्न इलाकों में चौराहों पर सेवइयां, खुशबू, टोपी और भांति भांति के इस्लामिक आइटम बिक रहे हैं. हालांकि आज दोपहर तक खरीदारी में कुछ कमी देखी गई. परंतु दुकानदारों का विश्वास है कि जैसे-जैसे शाम ढलेगी, खरीदारी में भी वृद्धि होती जाएगी.
पिछले कई दिनों से हाशमी चौक, बर्दवान रोड और मस्जिद ,ईदगाहों के आसपास टोपी लेने वालों की भीड़ देखी जा रही है. इनमें बच्चे, नौजवान, बुजुर्ग सभी उम्र और वर्ग के लोग शामिल हैं. ईद को लेकर एक सामान्य टोपी की कीमत ₹100 से भी ऊपर हो गई है. कई दुकानों में कुर्ता, पजामा, जूता, चप्पल ,कॉस्मेटिक इत्यादि के लिए खरीदारों की काफी भीड़ है. विक्रेताओं ने कहा कि ईद के समय ही उनकी दुकानों पर सर्वाधिक भीड़ होती है. क्योंकि ईद ऐसा त्यौहार है, जहां एक गरीब से गरीब मुसलमान भी नए कपड़े, जूते ,चप्पल, टोपी इत्यादि लेना जरूर पसंद करता है.
सऊदी अरब समेत दुनिया के विभिन्न इस्लामिक देशों में आज ही ईद मनाई जा रही है. ईद उल फितर की तारीख सऊदी अरब में चंद्रमा के दर्शन के आधार पर निर्धारित की जाती है. सिलीगुड़ी में मुस्लिम बस्तियों में ईद की खुमारी सर चढ़कर बोल रही है. तेज चिलचिलाती धूप के बावजूद भी लोग बाजारों में खरीदारी के लिए निकल रहे हैं. अमीर गरीब सभी वर्गों के लोग दुकानों पर देखे जा सकते हैं. ईद की तैयारी घर से लेकर बाजारों तक दिखाई दे रही है.
ईद पर रिश्तेदार और मेहमान घर आते हैं. उनके स्वागत के लिए भी घरों को सजाया जा रहा है. मीठी ईद में खासतौर पर पांच व्यंजन शामिल किए जाते हैं. इनमें से स्पेशल खीर, किमामी सेवइयां, जर्दा पुलाव, इत्यादि शामिल है. कल सुबह से ही ईद मुबारक के साथ ही बच्चे, बूढ़े और नौजवानों में चहल-पहल बढ़ जाएगी. खबर समय की तरफ से मुसलमान भाइयों के लिए बहुत-बहुत ईद मुबारक!
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