May 2, 2024
Sevoke Road, Siliguri
उत्तर बंगाल जुर्म दार्जिलिंग सिलीगुड़ी

दार्जिलिंग के नौजवानों से 60 लाख रुपए तक की ठगी से पहाड़ में मची खलबली!

वर्तमान में दार्जिलिंग पहाड़ में चुनाव की चहल-पहल के बीच वहां के कम से कम 21 नौजवानों से 50 से 60 लाख रुपए तक की ठगी की घटनाएं प्रकाश में आने के बाद हर कोई अचंभित है. दार्जिलिंग के सदर पुलिस स्टेशन में मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है. जिन लोगों की जेबे कट गई है, अब वे थाने और वकील का चक्कर लगा रहे हैं. लेकिन पुलिस इस संबंध में उनकी क्या मदद कर पाती है, यह सवालों के घेरे में है. वैसे चर्चा तो यह भी है कि सदर थाना ने मुख्य ठग अनिल लामा को गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि अधिकृत तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की जा सकी है.

कर्सियांग के सिंगताम टी एस्टेट के रहने वाले सुमित तमांग मालदीव में नौकरी करते थे. वह फेसबुक पर भी सक्रिय रहते हैं. एक दिन सुमित तमांग ने फेसबुक पर दार्जिलिंग के सेंट्रल प्लाजा स्थित ए टू बी कंसलटेंसी मैनपॉवर सर्विसेज का एक विज्ञापन देखा. इस विज्ञापन में विदेशों में पहाड़ी लड़कों को काम करने का आकर्षक वेतन के साथ ऑफर था. सुमित तमांग नार्वे जाना चाहता था. फेसबुक में विज्ञापन देखने के बाद सुमित तमांग ने विज्ञापन की सत्यता को खंगालना शुरू कर दिया. फिर जब उसे पता चला कि दार्जिलिंग के सेंट्रल प्लाजा में a2b कंसलटेंसी मैनपॉवर सर्विसेज एजेंसी है, जो दार्जिलिंग के कई लड़के लड़कियों को पहले भी नौकरी दे चुकी है. इतना ही नहीं विदेशों में काम करने के इच्छुक व्यक्तियों के लिए वीजा पासपोर्ट वगैरह का भी प्रबंध एजेंसी के द्वारा किया जाता है. इस कंसलटेंसी एजेंसी के द्वारा भेजे गए और वर्तमान में काम कर रहे कई लोगों से बातचीत के बाद सुमित तमांग को भरोसा हो गया कि यह कोई फ्रॉड एजेंसी नहीं है.

सुमित तमांग ने विज्ञापन में दी गई शर्तों को पढ़ने के बाद एजेंसी के दिए गए फोन नंबर पर संबंध स्थापित किया. दूसरी तरफ से सुमित तमांग को बताया गया कि नौकरी के लिए उसे क्या-क्या करना होगा. और इन सभी प्रक्रियाओं के लिए सुमित तमांग ने 160000 रुपए एजेंसी को अग्रिम भुगतान कर दिया. सुमित तमांग को बताया गया कि उसकी जल्द ही नौकरी लग जाएगी. लेकिन 3 महीने इंतजार करने के बाद भी जब उसके मोबाइल पर ना तो कोई मैसेज और ना ही उसे कॉल लेटर मिला किया गया, तो उसका माथा ठनका. इसके बाद उसने दार्जिलिंग स्थित कंसलटेंसी एजेंसी को फोन किया. लेकिन जल्द ही फोन डिस्कनेक्ट हो गया. पता चला कि a2b कंसलटेंसी मैनपॉवर सर्विसेज एजेंसी वर्तमान में सेंट्रल प्लाजा में है ही नहीं.

नौकरी नहीं मिली और जेब भी कट गई. इस पीड़ा के साथ सुमित तमांग दार्जिलिंग पहुंचे और सदर पुलिस स्टेशन में अपने साथ हुई ठगी की कहानी पुलिस अधिकारी को कह सुनाई. सदर पुलिस स्टेशन में ही सुमित तमांग को पता चला कि केवल वही भुक्त भोगी नहीं है, बल्कि उसके साथ-साथ 20 अन्य लड़कों के साथ भी इसी तरह की ठगी की गई है और यह सभी ठगियां ए टू बी कंसल्टेंसी मैनपॉवर सर्विसेज एजेंसी के माध्यम से हुई हैं. सभी भुक्तभोगियों के द्वारा सदर पुलिस स्टेशन में स्थानीय कंसलटेंसी एजेंसी के खिलाफ ठगी के अलग अलग मामले दर्ज कराए गए थे.

सदर पुलिस स्टेशन दार्जिलिंग में दर्ज कराई गई प्राथमिकी के अनुसार a2b कंसलटेंसी मैनपॉवर सर्विसेज एजेंसी का मुख्य संचालनकर्त्ता अनिल लामा था. उसके दफ्तर में पांच लोग नौकरी करते थे. इनमें अनिल लामा की पत्नी अंजलि सुब्बा भी शामिल थी. वर्तमान में वे सभी फरार हैं. उपरोक्त कंसलटेंसी एजेंसी ने विभिन्न तरीकों से 21 भुक्तभोगियों से कम से कम 50 से 60 लाख रुपए की ठगी की थी. सदर पुलिस ने उपरोक्त एजेंसी के बारे में छानबीन की तो पता चला कि बिना लाइसेंस के ही यह एजेंसी चलाई जा रही थी. एजेंसी के द्वारा पहाड़ी नौजवानों को विदेशों में नौकरी दिलाने और उनके लिए पासपोर्ट वीजा का प्रबंध करने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी की जाती थी.

यह भी पता चला कि कंसलटेंसी एजेंसी के माध्यम से विदेशों में काम करने के लिए भेजे गए लड़के लड़कियों को या तो बेच दिया जाता था या फिर विदेशों में उन्हें शारीरिक और मानसिक शोषण के लिए मजबूर कर दिया जाता था. इसी दौरान सुमित तमांग एक अच्छे वकील की तलाश में दार्जिलिंग के चर्चित वकील वीरेंद्र रसायली से मिले. वीरेंद्र रसाइली दार्जिलिंग में माटो का माया नामक संस्था चलाते हैं. उनकी यह संस्था पहाड़ में ठगी के शिकार युवक युवतियों की मदद करती है तथा उन्हें न्याय दिलाने के लिए लड़ाई लड़ती रही है. वीरेंद्र रसाइली ने भुक्तभोगियों को भरोसा दिया है कि उनकी मेहनत की कमाई को बर्बाद होने नहीं देंगे. जिन लोगों ने उनके पैसे लूटे हैं, उन्हें उनका पैसा चुकाना ही होगा.

पर यह कैसे संभव होगा, पीड़ित व्यक्तियों को समझ में नहीं आ रहा है. दार्जिलिंग सदर पुलिस भी अंधेरे में तीर चला रही है. अब तक पुलिस रिकॉर्ड में एक भी आरोपी पकड़ा नहीं जा सका है. हालांकि चर्चा है कि कंसलटेंसी एजेंसी के प्रधान अनिल लामा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.वर्तमान में विदेशों में काम करने का प्रलोभन देकर नौजवान लड़के लड़कियों से ठगी की घटनाएं काफी बढ़ गई है.

दार्जिलिंग और आसपास के क्षेत्रों में बेरोजगारी की समस्या अत्यधिक है. क्योंकि यहां पढ़े लिखे नौजवानों के पास ना तो रोजगार है और ना ही नौकरी. उन्हें अपने पैरों पर खड़ा होने के लिए पलायन के लिए मजबूर होना पड़ता है. अधिकतर नौजवान दिल्ली, मुंबई और बड़े-बड़े शहरों में रोजी-रोटी कमाने जाते हैं. जबकि कुछ महत्वाकांक्षी लड़के लड़कियां विदेशों में अच्छी नौकरी के प्रलोभन में इस तरह की कंसल्टेंसी एजेंसियों के आकर्षक विज्ञापन में फंस जाते हैं और ठगी के शिकार होते हैं. ठगी से बचने के लिए नौजवान लड़के लड़कियों को चाहिए कि वह आंख मूंद कर किसी भी कंसलटेंसी एजेंसी पर भरोसा ना करें.अपनी मेहनत,प्रतिभा और योग्यता पर भरोसा रखें.फूंक-फूंक कर कदम रखें. अन्यथा ऐसी घटनाएं आगे भी होती रहेंगी.

(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)

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