सिलीगुड़ी और समतल के मैदानी इलाकों में भीषण गर्मी पड़ रही है. मानव ही नहीं, पशु पक्षी भी बेहाल हैं. नदी, झील, पोखर,तालाब सब सूखे पड़े हैं. पक्षी पानी की तलाश में भटक रहे हैं. जबकि मानव गर्मी से राहत पाने के लिए पहाड़ की ओर भाग रहा है. वैसे भी बंगाल में गर्मी की छुट्टियां चल रही हैं. अनेक परिवार दार्जिलिंग, कालिमपोंग और गंगतोक छुट्टियां बिताने जा रहे हैं. केवल स्थानीय लोग ही नहीं, बल्कि देश के दूर-दराज के क्षेत्र से भी काफी संख्या में सैलानी गंगटोक, दार्जिलिंग और कालिमपोंग पहुंच रहे हैं. इनमें विदेशी परिवार भी शामिल है. सिलीगुड़ी और आसपास के क्षेत्रों से भी काफी संख्या में लोग अपने परिवार के साथ दार्जिलिंग और गंगटोक घूमने जा रहे हैं. दिनों दिन सैलानियों की संख्या में इजाफा हो रहा है.
कुछ दिन पहले संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में दार्जिलिंग और मिरिक इलाकों में राजनीतिक गहमागहमी अत्यधिक बढ़ गई थी. अब वहां चुनाव संपन्न हो चुका है. वर्तमान में यहां सैलानियों की चहल-पहल बढ़ गई है. पहाड़ की रानी दार्जिलिंग में तो हमेशा से ही सुहावना मौसम रहता है. लेकिन आजकल यहां धूप खिलने से कंचनजंगा का सबसे सुंदर नजारा दिखाई देता है, जिसे देखने के लिए काफी तादाद में पर्यटक पहुंच रहे हैं. मिरिक के सहमेंदु झील में नौका विहार, शिकार इत्यादि मनोरंजन गतिविधियों से पर्यटकों की चहल पहल और उत्साह देखा जा सकता है. घूम की हसीन वादियों में घूमना फिरना भला किसको अच्छा नहीं लगता है! उपरोक्त के अलावा दार्जिलिंग के चिड़ियाघर, यहां के कई पर्यटक स्थल इत्यादि में सैलानियों की लगातार भीड़ हो रही है.
वर्तमान में दार्जिलिंग और सिक्किम के पहाड़ी इलाकों में पर्यटकों के लिए सुहाना मौसम बना है. जानकारों की माने तो 14 डिग्री सेल्सियस से लेकर 18 डिग्री सेल्सियस तक का तापमान पर्यटकों के लिए काफी सुहावना होता है. ऐसे तापमान में दार्जिलिंग में कंचनजंगा और टाइगर हिल का नजारा भी साफ देखा जा सकता है. कालिमपोंग पहुंचे कई पर्यटक यहां के प्रसिद्ध स्थानों में मनोरंजन कर रहे हैं. नौका विहार कर रहे हैं. उनकी तादाद सर्वाधिक है. इसके अलावा दार्जिलिंग में घूम से लेकर दार्जिलिंग तक टॉय ट्रेन का मजा भी काफी संख्या में पर्यटक उठा रहे हैं. यहां हर दिन एक नया रिकॉर्ड बन रहा है.
सिक्किम से मिली जानकारी के अनुसार इस साल सिक्किम में पर्यटकों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हो सकती है. पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन विभाग द्वारा जारी एक आधिकारिक आंकड़े में कहा गया है कि सिक्किम में साल की पहली तिमाही में 31 मार्च 2024 तक 2,90,401 पर्यटक यहां घूमने के लिए आए. इनमें से 2,56,537 स्थानीय पर्यटक थे. जबकि 30, 864 विदेशी पर्यटक थे. जाहिर है कि सिलीगुड़ी और आसपास के इलाकों से काफी संख्या में लोग पहाड़ों पर जा रहे हैं. चाहे सिक्किम हो अथवा दार्जिलिंग या कालिमपोंग इन इलाकों में पर्यटन एक प्रमुख व्यवसाय है.पर्यटन उद्योग से कम से कम ढाई से 3 लाख लोग जुड़े हुए हैं, जिनकी रोजी-रोटी पर्यटन व्यवसाय से चलती है.
सिक्किम में 1700 से भी ज्यादा ट्रैवल एजेंसियां हैं. जबकि काफी संख्या में होटल व्यवसाय भी पर्यटकों की आवक पर निर्भर करता है. पर्यटन उद्योग से परिवहन क्षेत्र भी जुड़ा हुआ है. पर्यटकों की तादाद बढ़ने से वहां परिवहन विभाग को भी भरपूर कमाई होती है. पर्यटन विभाग से गाइड और अन्य लोग भी जुड़े हुए हैं. आजकल वे सभी व्यस्त नजर आ रहे हैं. जानकारों के अनुसार पहाड़ पर पर्यटकों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. एक आंकड़े के अनुसार वर्ष 2013 में 576749 पर्यटक पहाड़ी क्षेत्रों में आए थे. वर्ष 2023 में पर्यटकों की तादाद में 1, 62, 573 तक पहुंच गई है. जानकार मानते हैं कि जिस तरह से वर्तमान में पर्यटकों की आवक में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, इसे देखते हुए वर्ष के आखिर तक 1.02 मिलियन पर्यटक पहाड़ी क्षेत्रों में आ सकते हैं. इससे सिक्किम, दार्जिलिंग, मिरिक और कालिमपोंग को काफी लाभ होने वाला है.
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