विभिन्न राष्ट्रीय न्यूज़ चैनल और संवाद माध्यमों से पता चलता है कि बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार का तख्तापलट हो चुका है. एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने परिवार के साथ ढाका छोड़ दिया है और वह भारत के लिए रवाना हो गई है. पुलिस को हटाकर पूरे देश को सेना ने अपने कब्जे में कर लिया है. सेना प्रमुख ने अंतरिम सरकार के गठन की बात कही है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हजारों प्रदर्शनकारी कर्फ्यू की परवाह नहीं करते हुए प्रधानमंत्री हाउस में घुस गए. पिछले 2 दिनों में लगभग 150 लोगों की मौत हो चुकी है. आरक्षण के खिलाफ शुरू हुआ छात्रों का प्रदर्शन पूरी तरह से हिंसा में तब्दील हो चुका है. रविवार को हिंसा में सबसे अधिक लोगों की मौत हुई है. सरकारी नौकरियों के लिए कोटा प्रणाली खत्म करने की मांग को लेकर छात्र लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे हैं. पुलिस मुख्यालय के अनुसार 14 से अधिक पुलिसकर्मी मारे गए हैं. बांग्लादेश के एक प्रमुख अखबार के अनुसार पूरे देश में 100 से अधिक लोगों की मौत हुई है.
प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया और वह अपने परिवार समेत भारत के लिए रवाना हो गई. आपको बताते चलें कि बांग्लादेश में आरक्षण के मुद्दे को लेकर कई बार हिंसा भड़की है. प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि 1971 के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों के लिए 30% सरकारी नौकरियों को आरक्षित करने वाली कोटा प्रणाली को समाप्त किया जाए. पहले जब हिंसा भड़की थी तब अदालत ने कोटे की सीमा को घटा दिया था.लेकिन जब हिंसा नहीं थमी और प्रदर्शनकारी शेख हसीना के इस्तीफे की मांग करने लगे, तब मामला तूल पकड़ता चला गया. अब तक पूरे देश में 11000 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
शेख हसीना सरकार के नेताओं का दावा है कि स्टूडेंट के हिंसक आंदोलन को कट्टरपंथी जमाते इस्लामी संगठन और पूर्व प्रधानमंत्री खालिद जिया की पार्टी बीएनपी की छात्र इकाई बांग्लादेश इस्लामी छात्र शिविर ने भड़काया है. हाल ही में शेख हसीना ने जमाते इस्लामी तथा इसकी छात्र शाखा और इससे जुड़े अन्य सभी संगठनों पर प्रतिबंध लगा दिया था. यह कदम बांग्लादेश में कई सप्ताह तक चले हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद उठाया गया था. माना जा रहा है कि सरकार की इस कार्रवाई के बाद यह सभी संगठन शेख हसीना सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं.
बांग्लादेश सेना के चीफ जनरल वकार उज जमान ने एक संवाददाता सम्मेलन करके कहा है कि फिलहाल अंतरिम सरकार का गठन किया जा रहा है. उन्होंने बांग्लादेश के छात्रों और सामान्य लोगों से निवेदन किया है कि वह तोड़फोड़, आगजनी, मारपीट से दूर रहे और सेना का सहयोग करें. उन्होंने कहा कि शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है और अब हम बांग्लादेश का शासन संभाल रहे हैं. देश को नुकसान होने से बचाने के लिए सेना को जिम्मेवारी दीजिए. उन्होंने कहा कि छात्रों की जो भी मांग है, उसे हम पूरा करेंगे. देश में शांति वापस लाएंगे. उन्होंने कहा कि जो हत्या हुई है, उस पर सेना विचार करेगी. हम सभी दलों से बात कर शांति से देश चलाएंगे.
बांग्लादेश में पाकिस्तान वाली स्थिति पूरी तरह बन चुकी है. इसलिए अगला घटनाक्रम क्या होगा, कुछ कहा नहीं जा सकता है. इतना तय हो चुका है कि बांग्लादेश में सेना का शासन हो चुका है. अब सेना का अगला कदम क्या होता है,पूरे देश की नजर टिकी है. भारत इस घटनाक्रम को काफी गंभीरता से ले रहा है. भारत ने बांग्लादेश की यात्रा करने वाले देश के नागरिकों को फिलहाल बांग्लादेश नहीं जाने की सलाह दी है. इस बीच भारत और बांग्लादेश के बीच होने वाला कारोबार ठप पड़ चुका है. चेंगडाबांदा और फुलवारी चेक पोस्ट को बंद कर दिया गया है. अगले तीन दिनों तक कोई भी व्यापार नहीं होगा.
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