सिलीगुड़ी: 4 साल के लंबे अंतराल के बाद विदेशी नागरिकों के लिए भारत-नेपाल भूमि बंदरगाह खुलने से खोड़ीबाड़ी, पानी टंकी स्थित व्यापारी खुश है | उन्होंने इस खुशी को साझा करते हुए बताया कि, कोविड के समय से यहां पर तीसरे देश के नागरिकों की यातायात पर रोक लगा दी गई थी, अतः यह भूमि बंदरगाह बंद होने से यहां के व्यापारियों को नुकसान हो रहा था और पानी टंकी ने अपने अस्तित्व को ही खो दिया था | अब प्रतिबंध हटने से सीमा पर स्थित व्यापारी काफी खुश है, जो कि, क्षेत्र के लिए यह एक खुशी की खबर है | पानी टंकी ट्रेड एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि, कोविड के बाद व्यापारियों को काफी घाटा उठाना पड़ा था विदेशी नागरिकों के आगमन ना होने के कारण पानी टंकी ने अपनी पहचान को खो दिया था, जिससे क्षेत्र के व्यापारी भी मायूस हो गए थे ,इस खबर से सिर्फ व्यापारी ही नहीं भारत, नेपाल, सिक्किम और भूटान के पर्यटक भी खुश है | भूमि बंदरगाह फिर से खुलने से भारत-नेपाल के पर्यटन उद्योग में भी बढ़ोतरी आएगी, यह दोनों देशों के लिए अच्छी खबर है |
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