जॉन बारला के टीएमसी में जाने का संकेत मिलने लगा है. अलीपुरद्वार और खासकर उत्तर बंगाल की राजनीति गरमाने लगी है. कयासों का दौर शुरू हो चुका है. चर्चा हो रही है कि जिस बीजेपी ने जॉन बारला को नाम, प्रतिष्ठा और पहचान दिलाई, क्या जॉन बारला उस पार्टी को छोड़कर टीएमसी में शामिल होने जा रहे हैं? इस सवाल का जवाब ना तो बीजेपी के पास है और ना ही टीएमसी के पास. मंत्री ब्लू चिक बराइक कहते हैं कि उन्हें जॉन बारला के टीएमसी में शामिल होने, ना होने की कोई जानकारी नहीं है.
जॉन बारला बीजेपी से काफी नाराज है. पिछले लोकसभा चुनाव के समय जब जॉन बारला को अलीपुरद्वार संसदीय सीट से टिकट नहीं दिया गया और उनकी जगह पर भाजपा विधायक मनोज टिगगा को टिकट दिया गया, उसी समय से प्रदेश भाजपा और भाजपा के नेताओं से उनकी नाराजगी चल रही है. हालांकि बीच में जॉन वारला को मना लिए जाने का दावा किया गया था. लेकिन समय के साथ जॉन वारला पार्टी से दूर होते चले गए और टीएमसी की तरफ उनके रूझान बढ़ते गए.
जॉन बारला कई मौकों पर टीएमसी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तारीफ कर चुके हैं. 2026 में पश्चिम बंगाल विधानसभा का चुनाव होने वाला है. टीएमसी अभी से ही इसकी तैयारी में जुट गई है. दूसरी तरफ बीजेपी भी 2026 के चुनाव के लिए पार्टी सदस्यता अभियान चला रही है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अलीपुरद्वार आ रही है. उत्तर बंगाल में मुख्यमंत्री के कई कार्यक्रम रखे गए हैं. कालचीनी के सुभाषिनी चाय बागान में नेताजी जयंती के दिन एक सरकारी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शामिल होने वाली है. इस कार्यक्रम में जॉन वारला को भी न्योता दिया गया है. जॉन बारला के पक्ष से कहा गया है कि वह मुख्यमंत्री के सरकारी कार्यक्रम में अवश्य शामिल होंगे.
हालांकि जॉन बारला ने भाजपा से त्यागपत्र देने का सीधा कोई जवाब नहीं दिया है. उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में चाय बागान और चाय श्रमिकों की बात होगी. वह चाय श्रमिकों के नेता भी हैं. इसलिए वे मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि यह किसी पार्टी का कार्यक्रम नहीं है. दूसरी तरफ टीएमसी के प्रति नरम और भाजपा के प्रति गरम जॉन बरला ने कहा कि केंद्र सरकार ने हमेशा ही आदिवासियों के साथ छल किया है. उन्होंने कहा कि Dooars के चाय बागानों के लिए केंद्र ने कोई मदद नहीं की है.
जॉन बारला इन दिनों केंद्र सरकार और भाजपा पर अपनी भड़ास निकालने का कोई मौका गवाना नहीं चाहते हैं. जानकार मानते हैं कि जॉन बारला प्रदेश भाजपा के नेताओं के द्वारा उन्हें कोई भाव नहीं देने से काफी नाराज हैं. अब उन्होंने मन बना लिया है कि वह भाजपा छोड़ देंगे और टीएमसी में जाएंगे. एक सोची समझी रणनीति के तहत जॉन वारला मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कार्यक्रम में शामिल होंगे. कुछ लोग तो यह भी बता रहे हैं कि कहीं ऐसा नहीं हो कि जॉन बारला ममता बनर्जी की उपस्थिति में ही कहीं टीएमसी का झंडा थाम न ले. इस पूरे घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अलीपुरद्वार से भाजपा सांसद मनोज टिगगा कहते हैं कि यह उन पर निर्भर करता है कि वह किसी समारोह या बैठक में मौजूद रहेंगे या नहीं.
इधर सूत्र बता रहे हैं कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आधिकारिक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए जॉन वारला 22 जनवरी को दिल्ली से लक्ष्मीपुर चाय बागान स्थित अपने घर पहुंचेंगे. 23 जनवरी को कार्यक्रम में शामिल होने से पहले वह 22 तारीख को अपने समर्थकों के साथ चर्चा करना पसंद करेंगे. उसके बाद ही वह कोई फैसला लेंगे. इन दोनों जॉन वारला दिल्ली में रहकर अपनी बीमार पत्नी का इलाज करा रहे हैं.
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