सिलीगुड़ी के रेड लाइट एरिया में स्थित उस छोटे से मकान के एक कमरे में कैद नाबालिग लड़की को अब तक समझ में आ चुका था कि उसके साथ धोखा किया गया है. सिलीगुड़ी में उसे नौकरी के बहाने कोठे पर पहुंचा दिया गया था. उसकी खुद की मौसी ने ही उसके जिस्म का सौदा कर दिया था. जब लड़की ने वहां का परिवेश देखा तो उसे समझ में आ गया और वहां से निकल भागने का फैसला किया. वह दरवाजे तक आई. दरवाजे को धक्का दिया तो दरवाजा खुल गया. इसके बाद वह किसी तरह से वहां से निकल भागी और एनजेपी स्टेशन पहुंच गई.
लड़की काफी घबराई हुई थी. कहीं कोई उसका पीछा तो नहीं कर रहा, यह सोचकर ही उसके प्राण सूख रहे थे. वह वहां से ट्रेन से अपने घर जाना चाहती थी. गाड़ी आने में अभी समय था. तभी प्लेटफार्म पर बेचैनी से इधर-उधर घूमती लड़की पर कुछ लोगों की नजर पड़ी, तो उन्होंने लड़की से पूछा और उसके डर को दूर करते हुए लड़की को तृणमूल कांग्रेस ट्रेड यूनियन के कार्यालय में पहुंचा दिया, जहां श्रमिक नेता सुजय सरकार ने लड़की से पूरा मामला जाना. इसके बाद उन्होंने न्यू जलपाईगुड़ी थाना की पुलिस को मामले की सूचना दी.
एनजेपी थाना की पुलिस जल्द ही मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने पीड़िता का बयान दर्ज किया और उसे अपनी सुरक्षा में ले लिया. पुलिस को दिए बयान में पीड़िता ने जो कहा, उसके अनुसार पीड़िता अरुणाचल प्रदेश के फुलवारी की रहने वाली है. उसकी उम्र 17 साल है. बचपन में ही उसके माता-पिता की मौत हो गई. इसके बाद उसकी मौसी ने उसे पाला पोसा. घर में गरीबी थी, इसलिए पीड़िता ज्यादा पढ लिख नहीं पाई थी. किसी तरह सातवीं कक्षा तक पढ़ पायी.
माता पिता की मौत के बाद मौसी ही उसका सहारा थी. मौसी उसके लिए मां समान थी. उसने हमेशा मौसी को मां की नजरों से ही देखा था. लेकिन मौसी ने उसे कभी भी बेटी की निगाहों से नहीं देखा. मौसी के लिए तो वह अंडे देने वाली मुर्गी थी. उसे क्या पता था कि मौसी एक दिन उसे जिस्म के बाजार में बेच देगी. मौसी, जिसका नाम पीड़िता ने अलका बताया है, उसने अंदर ही अंदर एक खतरनाक योजना बना ली थी. एक दिन मौसी घर में एक व्यक्ति को लेकर आई और पीड़िता को बताया कि उस व्यक्ति ने सिलीगुड़ी में उसके लिए जाॅब की बात कर ली है. पीड़िता भी कहीं नौकरी करना चाहती थी.
फिर एक दिन पीड़िता को लेकर उसकी मौसी एक अन्य व्यक्ति के साथ सिलीगुड़ी पहुंच गई. यहां सिलीगुड़ी में उसकी मौसी और वह व्यक्ति जो अरुणाचल प्रदेश से उनके साथ सिलीगुड़ी आया था, पीड़िता को लेकर विवेकानंद रोड स्थित रेड लाइट एरिया में पहुंचे. यहां लड़की को धोखे में रखकर उसकी मौसी और उसके साथ आए दलाल ने कोठा मालकिन के साथ उसके जिस्म का सौदा कर दिया. फिर पैसे लेकर वह वहां से चंपत हो गई. दूसरी तरफ पीड़िता का सौदा होने के बाद उसे एक कमरे में ले जाकर बंद कर दिया गया.
एनजेपी पुलिस पीड़िता की मौसी के साथ-साथ उस दलाल व्यक्ति को भी ढूंढ रही है, जिसने लड़की को कोठे तक पहुंचाया था. एनजेपी पुलिस ने इस बात की भी जांच शुरू कर दी है कि सिलीगुड़ी में इस तरह का मानव तस्कर गिरोह कौन चला रहा है. क्योंकि यह कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी दूर दराज की लड़कियां सिलीगुड़ी के रेड लाइट एरिया में पहुंचाई गई है. ऐसा लगता है कि एक बार फिर से सिलीगुड़ी में मानव तस्कर गिरोह सक्रिय हो गया है.
लड़की ने अपने बयान में घर जाने की इच्छा व्यक्त की है. पुलिस ने आवश्यक खाना पूरी करके लड़की के रिश्तेदारों और परिजनों को मामले की जानकारी दे दी है. सभी कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद पीड़िता को उनके घर वालों के सुपुर्द कर दिया जाएगा.