विमान हादसों के इतिहास में शुक्रवार का दिन शायद मनहूस ही कहा जाए! क्योंकि शुक्रवार को विमान के दो दो हादसे हुए हैं. एक हादसा पंचकूला में, जब जगुआर फाइटर जेट विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ और इस हादसे के बाद दूसरा हादसा बागडोगरा एयरपोर्ट पर हुआ है. दोनों ही हादसों में चालक दल के लोग घायल हुए हैं. यह कितनी अजीबोगरीब बात है कि दोनों ही हादसे वायु सेना से जुड़े हुए हैं और दोनों ही हादसे प्रशिक्षण और अभ्यास से संबंधित हैं.
बागडोगरा और आसपास के बस्ती क्षेत्रों के लोग तेज धमाके की आवाज सुनकर चौंक गए. धमाका इतना तेज था कि बागडोगरा और आसपास का पूरा इलाका थर्रा उठा था. उस समय तो किसी की समझ में कुछ नहीं आया. लेकिन जल्दी ही पता चल गया कि एयर फोर्स के विमान का टायर फट गया है. इससे विमान घसीटता हुआ रनवे से काफी दूर मैदान में लगभग 250 फीट घसीटता हुआ चला गया था. एयर फोर्स के इस विमान में पायलट समेत सेना के 6 जवान सवार थे.
कुछ ही देर में बागडोगरा एयरपोर्ट पर हडकंप मच गया. एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारी और प्रशासनिक लोग मौके पर पहुंचे. रनवे पर टायर फटने का यह पहला मामला था. बहरहाल पायलट और अन्य क्रू मेंबर्स को तुरंत ही दुर्घटनाग्रस्त विमान से निकालकर बेंगडूबी के अस्पताल ले जाया गया. पायलटों का इलाज चल रहा है. यह घटना कैसे हुई, इसके लिए वायु सेना ने एक विशेष जांच टीम टीम का गठन कर दिया है.
पंचकूला में वायु सेना का विमान तब दुर्घटनाग्रस्त हुआ, जब वह नियमित प्रशिक्षण उड़ान पर था. बताया जा रहा है कि विमान में तकनीकी खराबी आ गई थी. जिसके कारण विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. विमान के पायलट को चिकित्सा के लिए अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है. विमान ने अंबाला से उड़ान भरी थी. दोपहर 3:45 पर जब विमान पंचकूला के रायपुर रानी और मोरनी क्षेत्र के बीच उड़ान भर रहा था, उसी समय विमान अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. हालांकि पायलट नवीन रेडी ने काफी सूझबूझ दिखाई और वह विमान को उड़ाते हुए रिहायशी क्षेत्र से काफी दूर ले गए. फिर पैराशूट की मदद से विमान से कूद गए.
बागडोगरा में दुर्घटनाग्रस्त एयर फोर्स के विमान को भारतीय वायु सेना के ट्रांसपोर्ट ऑपरेशन की रीढ कहा जाता है. यह एक रूसी विमान था. इस रूसी विमान का नाम A N 32 था. बागडोगरा एयरपोर्ट अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार विमान में तकनीकी खराबी आ गई थी, जिसके कारण विमान को आपातकालीन लैंडिंग कराना पड़ा. आपको बताते चलें कि क
आपको बताते चलें कि AN32 एक ट्विन इंजन टर्बो प्रॉप विमान है. इसका इस्तेमाल मुख्य रूप से सेना और माल परिवहन के लिए किया जाता है. यह भारतीय वायुसेना के संचालन का एक महत्वपूर्ण भाग रहा है.