पिछले काफी समय से स्त्री पुरुष लगभग एक माह के बच्चे को गोद में लिए इधर-उधर घूम रहे थे. वे कभी पक्का लाइन क्षेत्र में चले जाते तो कभी चाय बागान क्षेत्र में जाते. कभी टोटो पर सवार होकर बाजार की तरफ निकल जाते. माल बाजार क्षेत्र में एक-एक चीज उनका जाना पहचाना था. इसलिए लोग देखते भी तो किसी को कुछ शक नहीं होता था. पर यह जरूर था कि स्त्री पुरुष बच्चे को लोगों की नजरों से जरूर छिपा लेते थे.
उस समय दंपति बच्चे को गोद में छुपाए माल बाजार शहर से सटे राजा चाय बागान के पक्का लाइन क्षेत्र में पहुंचे और किसी से बच्चे को ₹50000 में बेचने का सौदा करने लगे. स्थानीय श्रमिक मोहल्ले को इसकी जानकारी हुई तो कुछ लोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया. जब स्थानीय लोगों का गुस्सा भडका तो दोनों भाग कर पुराना माल बाजार रेलवे स्टेशन की ओर चले गए. श्रमिक मोहल्ले के लोग उनके पीछे भाग रहे थे. उनका पीछा करते हुए श्रमिक मोहल्ले के लोगों ने आसपास में यह बात फैला दी कि स्त्री पुरुष एक महीने के बच्चे का सौदा कर रहे थे.
जो भी सुनता, वही उनके पीछे दौड़ लगा देता. धीरे-धीरे इस बात का पता दैनिक बाजार के व्यापारियों तथा वहां के स्थानीय लोगों को चला तो उन्होंने शिशु का सौदा करने वाले तथाकथित दंपति को चारों तरफ से घेर लिया. फिर दोनों को पकड़ कर उनसे पूछताछ करनी शुरू कर दी. इस बीच किसी ने माल बाजार थाने की पुलिस को भी सूचना दे दी थी. पुरुष का नाम राजेश मिश्रा जबकि उसकी पत्नी का नाम अनीता उरांव था. लोगों को इसी पर शक हुआ कि दोनों अलग-अलग जाति के थे. तो क्या वे सचमुच पति पत्नी थे? उनकी भाषा में भी असमानता पाई गई.
यह भी पता चला कि राजेश मिश्रा बानरहाट के कर्बला चाय बागान का निवासी है. जबकि अनीता उरांव बानरहाट के देवपाडा चाय बागान की निवासी थी. उन दोनों की बातचीत और भाषा में लोगों ने अंतर पाया. इसके साथ ही उनके बयान में भी विरोधाभास पाया गया. उन्होंने शिशु को लेकर कहा कि वह डॉक्टर को दिखाने आए थे. तो कभी कोई और बहान कर रहे थे. पुलिस के आने के बाद दोनों स्त्री पुरुष ने स्वीकार किया कि वे बच्चे को बेचना चाहते थे. और इसीलिए उसका सौदा करने के लिए पक्का लाइन क्षेत्र में घूम रहे थे.
उन्होंने एक जगह शिशु की कीमत ₹50000 लगा दी थी और वह बच्चे को उस व्यक्ति के हाथ बेचने के लिए टोटो पर सवार होकर आए थे. लेकिन इससे पहले ही स्थानीय लोगों ने उन्हें घेर कर पकड़ लिया. मिली जानकारी के अनुसार दोनों स्त्री पुरुष काफी समय से इलाके में घूम रहे थे. स्थानीय माल बाजार स्टेशन रोड के व्यवसायी संजय बासफोर के अनुसार स्थानीय लोगों से शिकायत मिलने के बाद उन्होंने माल बाजार पुलिस को जानकारी दी. माल बाजार की पुलिस ने दोनों स्त्री पुरुष से पूछताछ की और उन्हें अपने कब्जे में ले लिया.
अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि दोनों स्त्री पुरुष क्या सचमुच पति-पत्नी है अथवा मानव तस्कर समूह के लोग हैं. क्या शिशु उनकी ही अपनी औलाद थी? या उन्होंने बच्चा चुरा कर बेचने की कोशिश की? पुलिस पूछताछ कर रही है. अगर दोनों वास्तव में पति-पत्नी है, तो वह बच्चे को क्यों बेचना चाहते थे? पुलिस यह भी जानना चाहती है.माल बाजार की पुलिस मामले की छानबीन कर रही है. इस इलाके में मानव तस्करी की घटनाएं पहले भी सुर्खियों में थी. एक बार फिर से यह घटना चर्चा का विषय बन गई है. माल बाजार पुलिस विभिन्न एंगल से घटना की जांच कर रही है.
(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)