पिछली रात की तेज आंधी और बारिश में उत्तर बंगाल के कई जिलों में भले ही लोगों को गर्मी से राहत मिली हो, परंतु किसानों और विभिन्न पेशेवर लोगों के लिए यह किसी आफत से कम नहीं है. खासकर गरीब और मध्यम वर्गीय लोगों को आफत का सामना करना पड़ा है. सिलीगुड़ी से लेकर जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार, दार्जिलिंग, कालिमपोंग, रायगंज, उत्तर दिनाजपुर इत्यादि कई जिलों में आम की फसलों को व्यापक नुकसान पहुंचा है. इसके अलावा कई जगहो पर पेड़ धराशाई हो गए.
सिलीगुड़ी और आसपास के इलाकों में पिछले दो दिनों से जारी मौसम के बीच मध्य रात्रि से अचानक तेज आंधी के बीच बारिश शुरू हुई. वज्रपात और आंधी किसी तूफान से कम नहीं थी. भारतीय मौसम विभाग ने पहले ही मोबाइल ऑपरेटिंग के जरिए लोगों तक सूचना पहुंचा दी थी. इससे लोग सजग जरूर थे. तेज आंधी के बीच सिलीगुड़ी के बस्ती इलाकों में लोगों को काफी परेशान देखा गया.
मिली जानकारी के अनुसार रात में आई भयानक आंधी और पानी में सिलीगुड़ी और बस्ती इलाकों में कई पेड़ों के धराशाई होने की भी जानकारी मिली है. इसके अलावा जिनके घर टिन के थे, उनकी टिन की छतें उड़ गई. घर में छोटे-मोटे नुकसान की भी खबर है. बस्ती इलाकों में पेड़ गिरने से मार्ग अवरुद्ध हो गए. तेज आंधी और बारिश में बिजली भी नदारद रही.
आज सुबह सिलीगुड़ी और आसपास के इलाकों में तेज आंधी के साथ वृष्टि हुई जिससे कुछ देर के लिए जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया. पिछली रात से ही जारी मेघ गर्जन, उल्का पात ने लोगों को डरा दिया. हवा की गति 90 से 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रही. मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार सिलीगुड़ी, जलपाईगुड़ी, रायगंज, कूचबिहार, अलीपुरद्वार और आसपास का मौसम आज भी ऐसा ही रह सकता है.
पिछले दो दिनों से सिलीगुड़ी और आसपास मौसम के प्रभाव के चलते लोगों को गर्मी से राहत जरूर मिली है. तापमान में भी गिरावट देखी जा रही है परंतु जानकार मानते हैं कि फसलों के लिए मौसम का यह बदलाव अच्छा नहीं है. उधर पहाड़ों में कुदरत का कहर देखा जा रहा है. सिक्किम और दार्जिलिंग इलाके में भारी बारिश और भूस्खलन से सड़क यातायात अवरुद्ध हो गया, जिससे हजारों पर्यटकों के फंसे होने की जानकारी मिली है. मार्ग को साफ करने की कोशिश जारी है. हालांकि किसी तरह के कोई नुकसान की खबर नहीं है.
बंगाल की खाड़ी से उठा यह तूफान पड़ोसी राज्यों की ओर तेजी से बढ़ रहा है. बिहार और झारखंड में आंधी और बारिश हो रही है. इससे इन राज्यों में गर्मी और लू से लोगों को राहत मिली है. मौसम विभाग के सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार झारखंड और बिहार में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. तेज आंधी की चेतावनी जारी की गई है.
मौसम केंद्र के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के अनुसार बंगाल की खाड़ी में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है. वहां से मॉइश्चर नमीयुक्त हवा के साथ आफत झारखंड और बिहार की तरफ बढ़ रही है. इससे संभावना व्यक्त की जा रही है कि बिहार और झारखंड में ओलावृष्टि और वज्रपात हो सकता है. हालांकि किसानों के लिए यह एक आफत की तरह है. आम और लीची की फसल को नुकसान पहुंचने की खबर है.
हालांकि मौसम विभाग की ओर से कोई अधिकृत जानकारी नहीं दी गई है, परंतु विशेषज्ञों का मानना है कि आज और कल 2 दिन सिलीगुड़ी, जलपाईगुड़ी, मालदा, रायगंज, दार्जिलिंग, कालिमपोंग आदि उत्तर बंगाल तथा सिक्किम में कई स्थानों पर तेज आंधी के साथ भारी बारिश हो सकती है. इसके साथ ही वज्रपात, बिजली गिरने की घटनाओं में वृद्धि हो सकती है. इसके अलावा पहाड़ों में भूस्खलन की भी संभावना व्यक्त की गई है.
विशेषज्ञ किसान और आम लोगों को सजग रहने के लिए निर्देश दे रहे हैं. आम और लीची की फसल के लिए बारिश तो ठीक है, लेकिन आंधी में फसल नष्ट हो जाती है. किसानों को काफी नुकसान हो सकता है. कृषि विशेषज्ञों ने बताया कि लीची पकने के कगार पर है. इसलिए बारिश तो अच्छी है.लेकिन तेज आंधी में लीची की फसल नष्ट हो सकती है. संभावना है कि बुधवार बृहस्पतिवार से मौसम एक बार फिर से बदलेगा और लोगों को एक बार फिर से गर्मी का सामना करना पड़ सकता है.