May 4, 2025
Sevoke Road, Siliguri
लाइफस्टाइल उत्तर बंगाल सिलीगुड़ी

क्या कोलकाता के बाद सिलीगुड़ी में भी रूफटॉप रेस्टोरेंट बंद होंगे?

कोलकाता में बिल्डिंगों की छत पर स्थित रेस्टोरेंट यानी रूफटॉप रेस्टोरेंटों पर गाज गिरी है. कोलकाता में बड़ा बाजार स्थित मछुआपटटी के ऋतुराज होटल में भीषण अग्निकांड के बाद कोलकाता नगर निगम ने यह फैसला लिया है. ऋतुराज होटल अग्निकांड में 15 लोगों की मौत हो गई थी. यह घटना देशभर की सुर्खियां बनी हुई है.

कोलकाता नगर निगम के उठाए गए कदमों के बाद सिलीगुड़ी में भी यह सवाल उठाया जा रहा है कि क्या अगला नंबर सिलीगुड़ी का होगा? क्योंकि कोलकाता की तरह सिलीगुड़ी में भी विभिन्न होटलों और मल्टी स्टोरेज बिल्डिंग में रूफटॉप रेस्टोरेंट चल रहे हैं. सेवक रोड, हिल कार्ट रोड और शहर के विभिन्न कमर्शियल इलाकों में रूफटॉप रेस्टोरेंट चल रहे हैं.अब इन रेस्टोरेंटों के भविष्य पर खतरा मंडरा रहा है. रेस्टोरेंट के मालिक कोलकाता नगर निगम के फैसले के बाद काफी सहमे हुए हैं.

हालांकि सिलीगुड़ी नगर निगम ने यहां पूर्व में हुए विभिन्न अग्नि कांडों के बाद भी इस तरह का कठोर कदम नहीं उठाया है. पर सूत्र बता रहे हैं कि कोलकाता के बाद सिलीगुड़ी शायद पहला शहर होगा जहां इस तरह का कदम उठाया जा सकता है. सिलीगुड़ी में भीषण गर्मी पड़ रही है. गर्मियों में अग्निकांड का खतरा बढ़ जाता है. अगर रूफटॉप रेस्टोरेंट में किसी तरह की लापरवाही बरती जाती है, तो आग लगते देर नहीं होती है. ऐसे में बिल्डिंग में रहने वाले अन्य प्रतिष्ठानों और लोगों को भी खतरा हो सकता है.

मेयर फिरहाद हकीम ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि अब बिल्डिंगों की छत पर किसी तरह का रेस्टोरेंट या बार नहीं चलेगा. उन्होंने फरमान जारी किया है कि कमर्शियल बिल्डिंग में छत दखल नहीं किया जा सकेगा. इस संबंध में जल्द ही रेस्टोरेंट मालिकों को नोटिस जारी किया जा रहा है. शहर की पुलिस और अधिकारी यह पता लगाएंगे कि कहां-कहां और किन-किन इलाकों में रूफटॉप रेस्टोरेंट चल रहे हैं. वह उनकी सूची बनाएंगे और शहरी विकास मंत्री हकीम को सूचित करेंगे. इसके बाद कोलकाता नगर निगम उनका मूल्यांकन करेगा और उसकी जांच कराई जाएगी.

फिरहद हकीम का यह कदम अनुचित भी नहीं है. हो सकता है कि इससे व्यवसाईयों और कारोबारियों को नुकसान हो. परंतु उस नुकसान से यह नुकसान कम होगा, जब किसी बिल्डिंग में आग लगती है तो भारी नुकसान होता है. आग बिल्डिंग के एक हिस्से में लगती है लेकिन जब तक दमकल घटनास्थल पर पहुंचता है तब तक आग तेजी से चारों तरफ फैल जाती है और उस दुकान या प्रतिष्ठान या भवन फ्लैट को भी नुकसान पहुंचता है, जिसे सुरक्षित समझा जाता है. वैधानिक रूप से भी किसी भी बिल्डिंग की छत पर कोई व्यावसायिक कार्य नहीं किया जाना चाहिए. छत को खुला रखना ही वास्तु के हिसाब से भी उचित है.

बहुमंजिली इमारत में जब आग लगती है तो छत बंद रहने के चलते बिल्डिंग में रहने वाले लोगों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. लेकिन अगर छत खाली रहे तो बिल्डिंग के किसी भी हिस्से में नीचे आग लगने पर लोग भाग कर छत पर चले जाएंगे और अपनी जान बचा सकते हैं. लेकिन अगर छत खाली नहीं रहे तो लोगों का बचना मुश्किल हो जाता है. सिलीगुड़ी में बहुत से रेस्टोरेंट बिल्डिंग की छत पर स्थित है. ऐसे में हो सकता है कि यहां भी सिलीगुड़ी नगर निगम के द्वारा इस तरह का फरमान भविष्य में जारी किया जा सकता है. सूत्र भी यही बता रहे हैं.

सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर गौतम देव इन दिनों इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में थोड़ी सख्ती बरत रहे हैं. शहर के विभिन्न इलाकों में सड़कों के अतिक्रमण को रोक दिया है और पहले से बने भवनो और दुकानों को नष्ट कर दिया गया है. इसलिए इस बात की ज्यादा संभावना है कि मेयर गौतम देव सिलीगुड़ी में चल रहे रूफटॉप रेस्टोरेंट को लेकर बड़े फैसले कर सकते हैं.

(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)

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