June 7, 2025
Sevoke Road, Siliguri
राजनीति उत्तर बंगाल सिलीगुड़ी

शंकर मालाकार ने सिलीगुडी के किन TMC नेताओं की मुसीबत बढ़ाई?

शंकर मालाकार टीएमसी में शामिल हो चुके हैं. यह सभी जानते हैं कि पार्टी द्वारा माटीगाड़ा नक्सलबाड़ी सीट पक्की होने पर ही उन्होंने टीएमसी ज्वाइन किया होगा. इस सीट से शंकर मालाकार दो दो बार विधायक रह चुके हैं. इस विधानसभा सीट पर उनकी अच्छी पकड़ भी है. कांग्रेस में लंबे समय तक इस क्षेत्र का उन्होंने प्रतिनिधित्व भी किया था. इसलिए इस बात की पूरी संभावना है कि टीएमसी ने उन्हें सीट को लेकर आश्वस्त किया होगा.

पश्चिम बंगाल विधानसभा का चुनाव 2026 में होगा. विभिन्न दलों के द्वारा अभी से ही विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो चुकी है. चाहे टीएमसी हो अथवा बीजेपी या फिर वाम दल, कांग्रेस…. सभी आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर नई-नई रणनीति तैयार कर रहे हैं. टीएमसी में कई ऐसे चेहरे हैं, जो माटीगाड़ा नक्सलबाड़ी विधानसभा सीट के लिए पसीने बहा रहे हैं. उनमें से तृणमूल कांग्रेस दार्जिलिंग समतल जिला अध्यक्ष पापिया घोष, सिलीगुड़ी महकमा परिषद के समाधिपति अरुण घोष, दिलीप बर्मन आदि नेता है.

शंकर मालाकार ने उनकी आशाओं पर पानी फेर दिया है. दार्जिलिंग जिला तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष बनने के बाद पापिया घोष ने माटीगाड़ा नक्सलबाड़ी क्षेत्र में अपनी सक्रियता बढ़ा दी थी. वह इस विधानसभा सीट के हर क्षेत्र में घर-घर जा रही थी और लोगों से अपना संपर्क बढा रही थी. पपिया घोष को लग रह रहा था कि पार्टी उन्हें टिकट देगी. परंतु शंकर मालाकार की पार्टी में एंट्री होने के साथ ही उनकी आशाओं पर पानी फिर गया लगता है.

इसी तरह से अरुण घोष भी हैं. अरुण घोष सिलीगुड़ी महकमा परिषद के सभाधिपति हैं. वे इस विधानसभा सीट पर अपनी मजबूत पकड़ रखते हैं. वह पार्टी के हर छोटे बड़े कार्यक्रम में सक्रियता से भाग लेते हैं. उन्हें इस सीट के लिए टीएमसी के संभावित उम्मीदवारों की सूची में देखा जा रहा था. लेकिन शंकर मालाकार की एंट्री ने उनकी आशाओं पर पानी फेर दिया है. इसी तरह से टीएमसी के और भी कई चेहरे हैं, जिन्हें लग रहा था कि पार्टी माटीगाड़ा नक्सलबाड़ी सीट से उन्हें विधानसभा चुनाव का उम्मीदवार बना सकती है. इनमें दिलीप बर्मन भी है. पर उन्हें भी अब निराशा का सामना करना पड़ सकता है.

आपको बताते चलें कि पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा के आनंदमय बर्मन ने यह सीट जीती थी. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस बार ऐसे लोगों को टिकट देना चाहती है, जो अपनी जीत के प्रति पूर्ण आश्वस्त है. शंकर मालाकार का इस क्षेत्र में बड़ा प्रभाव है और संगठन के स्तर पर भी उन्होंने काफी काम किया है. इस बार उन्होंने कांग्रेस छोड़कर टीएमसी का हाथ पकड़ा है तो जाहिर है कि टीएमसी के कार्यकर्ता और नेता पार्टी संगठन को और मजबूत बनाएंगे. इसका संकेत उस समय मिल गया था, जब शंकर मालाकार बागडोगरा एयरपोर्ट पर उतरे तो टीएमसी के बहुत सारे कार्यकर्ता और नेता उनका स्वागत करने पहुंच गए.

हालांकि विधानसभा चुनाव में इस क्षेत्र से अपनी उम्मीदवारी को लेकर शंकर मालाकार कहते तो कुछ नहीं है, परंतु एक मंजे हुए अनुभवी नेता की तरह वह इतना जरूर कहते हैं कि पार्टी उन्हें जो जिम्मेदारी देगी, उसी के अनुसार काम करेंगे. टीएमसी के बड़े नेता शंकर मालाकार के प्रति क्या विचार रखते हैं, यह तो पता नहीं. परंतु शंकर मालाकार ने टीएमसी कार्यकर्ताओं का दिल जरूर जीत रखा है. इसका ट्रेलर उन्होंने बागडोगरा में ही दे दिया था. टीएमसी कार्यकर्ता भी मानते हैं कि शंकर मालाकार कांग्रेस में काफी समय से जिला अध्यक्ष थे. दो बार विधायक भी रह चुके हैं.उनके पार्टी में आने से संगठन को मजबूती मिलेगी और उत्तर बंगाल में टीएमसी को काफी फायदा होगा. बहरहाल यह देखना होगा कि शंकर मालाकार सिलीगुड़ी और उत्तर बंगाल में टीएमसी को कितना लाभ दिला पाते हैं!

(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *