जिस तरह से देश में मोबाइल उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ती जा रही है, ऐसे में कंपनियों के द्वारा उसे भुनाने की कोशिश शुरू कर दी गई है. आजकल छोटे-छोटे बच्चों के हाथ में भी मोबाइल आ गए हैं. स्कूली बच्चे मोबाइल से ही काम करते हैं. कंपनियां इसका लाभ उठाना चाहती हैं. चर्चा है कि मोबाइल उपभोक्ताओं के रिचार्ज प्लान को महंगा करने की तैयारी की जा रही है.
मीडिया खबरों और विभिन्न सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार कंपनियां एक बार फिर से आपके मोबाइल रिचार्ज प्लान को महंगा कर सकती हैं. जिस तरह से खबरें आ रही हैं, उसके अनुसार मोबाइल यूजर्स को एक बार फिर से झटका लग सकता है. अगर आप एयरटेल, वोडाफोन, रिलायंस, जिओ, आइडिया आदि विभिन्न कंपनियां के सिम का उपयोग करते हैं तो अपनी जेब को ढीला करने के लिए तैयार हो जाइए.
खासकर उन लोगों को तगड़ा झटका लग सकता है, जो दो-दो सिम चलाते हैं. जिस तरह से कंपनियों की योजना है, अगर वह जमीनी हकीकत लेती है तो इस साल के अंत तक मोबाइल टैरिफ में कम से कम 10 से 12% तक की बढ़ोतरी हो सकती है. मोबाइल उपभोक्ताओं का कहना है कि बाकी वस्तुओं के दाम थोड़े बहुत बढ़ते हैं. परंतु मोबाइल रिचार्ज प्लान तो सुरसा के मुंह की तरह बढ़ते जा रहे हैं. पिछले साल इसी महीने कंपनियों ने मोबाइल टैरिफ में 11 से लेकर 23% तक की जबरदस्त बढ़ोतरी की थी.
तब इसका सिलीगुड़ी से लेकर देशभर में काफी विरोध हुआ था. देशभर में अनेक मोबाइल उपभोक्ता नंबर पोर्ट करवाने लगे. इस बार पूर्व के अनुभवों को देखते हुए कंपनियों के द्वारा टियर आधारित रणनीति को अपनाया जा सकता है. मिली जानकारी के अनुसार मोबाइल टैरिफ महंगा होने का जो कारण बताया जा रहा है, वह मोबाइल उपभोक्ताओं की संख्या में बढ़ोतरी है.
सिर्फ मई 2025 में ही 74 लाख नए सक्रिय ग्राहक जुड़े हैं. पिछले 29 महीनों की सबसे तेज वृद्धि यह मानी जा रही है. जानकार मानते हैं कि सक्रिय ग्राहकों में वृद्धि का मतलब टैरिफ बढ़ोतरी को स्वीकार करना ही नहीं है, बल्कि सेकेंडरी सिम्स को दोबारा एक्टिव करना भी शामिल है, जो पहले जरूरत के हिसाब से बंद कर दिये गये थे, उसे दोबारा एक्टिव किया जा रहा है. इस समय पूरे देश में सक्रिय मोबाइल उपभोक्ताओं की संख्या 1.08 अरब तक पहुंच गई है.
मिली जानकारी के अनुसार कंपनियों ने फैसला किया है कि गरीब मोबाइल उपभोक्ताओं की जेब पर कोई बोझ नहीं डाला जाएगा. यानी सस्ते रिचार्ज प्लान महंगे नहीं हो सकते हैं.जबकि मध्य और उच्च उपभोक्ताओं को यह वृद्धि उठानी होगी. अगर आप ₹300 से ऊपर के रिचार्ज प्लान लेते हैं तो आपको इस वृद्धि का सामना करना पड़ सकता है. जहां तक टैरिफ टियर की बात है तो अभी तक कोई स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आई है. समझा जा रहा है कि जो लोग ज्यादा डेटा उपयोग करते हैं अथवा इंटरनेट की स्पीड चाहते हैं, उन्हें टैरिफ प्लान महंगाई का ज्यादा बोझ उठाना होगा.