सिलीगुड़ी में बहुत से रूफटॉप रेस्टोरेंट हैं. वाम मोर्चा शासित निगम बोर्ड के अंतर्गत बहुत से रेस्टोरेंट मालिकों ने रूफटॉप रेस्टोरेंट बनवया था. तब सिलीगुड़ी नगर निगम के द्वारा उनके निर्माण को लेकर किसी तरह का कोई सवाल नहीं किया गया था. यही कारण है कि वाम मोर्चा शासित सिलीगुड़ी नगर निगम बोर्ड के अंतर्गत एक जमाने में अनेक रेस्टोरेंट मालिकों ने रूफटॉप रेस्टोरेंट के रूप में एक अद्वितीय फैशन को जन्म दिया था.
जब सिलीगुड़ी में वाम मोर्चा शासन समाप्त हुआ और सिलीगुड़ी नगर निगम में तृणमूल कांग्रेस शासित बोर्ड का गठन हुआ, तब भी रूफटॉप रेस्टोरेंट बने. हालांकि रेस्टोरेंट मालिकों को निर्माण प्रक्रिया में कुछ विशेष कागजातों के साथ सावधानी बरतनी पड़ती थी. लेकिन इसके बावजूद रूफटॉप रेस्टोरेंट बनने का सिलसिला चलता रहा. वाम मोर्चा शासन से चल रहे रूफटॉप रेस्टोरेंट का सिलसिला टीएमसी बोर्ड में भी चलता आ रहा है. इस बात की जानकारी सूत्रों ने दी है.
एक जमाने में रूफटॉप रेस्टोरेंट आन, बान और शान के प्रतीक समझे जाते थे. यहां नौजवानों की भीड़ लगी रहती थी. रूफटॉप रेस्टोरेंट का एक विशेष आकर्षण था. इमारत की छत पर स्थित रूफटॉप रेस्टोरेंट की देखरेख और उसकी सुरक्षा में कोई लापरवाही नहीं बरती जाती थी. लेकिन धीरे-धीरे पाश्चात्य संस्कृति और फैशन ने रूफटॉप रेस्टोरेंट को जो आकार दिया है, वह लोगों की सुरक्षा के लिए खतरा उत्पन्न कर रहा है.
कोलकाता में घटी घटना ने सिलीगुड़ी को भी काफी प्रभावित किया है. क्योंकि कोलकाता के बाद सिलीगुड़ी बंगाल का दूसरा सबसे बड़ा महत्वपूर्ण शहर है. इसलिए सिलीगुड़ी नगर निगम ने शहर में अवैध रूप से चल रहे रूफटॉप रेस्टोरेंट को चिन्हित करना शुरू कर दिया है. इनके निर्माण से लेकर रखरखाव और संचालन अवैध तरीके से हो रहा है, उनमें से अब तक 18 अवैध रूफटॉप रेस्टोरेंट को सिलीगुड़ी नगर निगम के द्वारा चिन्हित किया जा चुका है.
सिलीगुड़ी नगर निगम और मेयर गौतम देव के आदेश पर बोरो के इंजीनियरों द्वारा एक सर्वेक्षण किया गया था. जिनमें यह जानकारी मिली कि शहर के विभिन्न इलाकों में स्थित रूफटॉप रेस्टोरेंट को ना तो कानूनी अनुमति प्राप्त है और ना ही उनके पास आवश्यक दस्तावेज है. इन दस्तावेजों में भवन सुरक्षा, अग्नि सुरक्षा इत्यादि का कोई प्रमाण पत्र नहीं है. बोरो इंजीनियरों ने यह भी पाया है कि इन रूफटॉप रेस्टोरेंट को बिना किसी अनुशासन और नियमों के चलाया जा रहा है.
बोरो इंजीनियरों की रिपोर्ट के बाद सिलीगुड़ी नगर निगम ने कार्रवाई से पहले विशेषज्ञों की जांच कराई है. विशेषज्ञों की जांच रिपोर्ट के आधार पर सिलीगुड़ी में चल रहे इन 18 रूफटॉप रेस्टोरेंट को बेहद खतरनाक और अवैध माना गया है. इसके साथ ही उनके खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की गई है. इसके बाद ही सिलीगुड़ी नगर निगम ने इन सभी प्रतिष्ठानों के खिलाफ नोटिस जारी कर दिया है. और कहा है कि इन रूफटॉप रेस्टोरेंट को निर्धारित समय अवधि के भीतर हटाया नहीं गया तो, सिलीगुड़ी नगर निगम कानूनी प्रक्रिया अपनाते हुए रूफटॉप रेस्टोरेंट के निर्माण को गिरा देगा.
सूत्रों ने बताया कि अब तक 18 रूफटॉप रेस्टोरेंट को चिन्हित कर लिया गया है. लेकिन अभी भी काफी संख्या में अवैध रूफटॉप रेस्टोरेंट चल रहे हैं. जिनके बारे में सर्वेक्षण किया जा रहा है. अगर ये रूफटॉप रेस्टोरेंट भी मानकों पर खरे नहीं उतरे तो सिलीगुड़ी नगर निगम के द्वारा रेस्टोरेंट मालिकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. और उनसे रूफटॉप रेस्टोरेंट को बंद करने को कहा जाएगा.
अगर निर्धारित समय अवधि के भीतर उन्होंने ऐसा नहीं किया तो सिलीगुड़ी नगर निगम के द्वारा उन्हें गिरा दिया जाएगा. अब देखना होगा कि आने वाले समय में सिलीगुड़ी नगर निगम के द्वारा क्या कार्रवाई की जाती है. सवाल यह भी है कि क्या सिलीगुड़ी नगर निगम सिलीगुड़ी में चल रहे रूफटॉप रेस्टोरेंट को संपूर्ण रूप से बंद कराने में सफल होगा?