सिलीगुड़ी, 27 जुलाई 2025:
कारगिल विजय दिवस की पूर्व संध्या पर, सशस्त्र सीमा बल (SSB) के फ्रंटियर मुख्यालय, सिलीगुड़ी द्वारा वीर शहीदों और उनके परिवारों को श्रद्धांजलि अर्पित करने हेतु एक विशेष साइकिल रैली का आयोजन किया गया। यह रैली फ्रंटियर मुख्यालय सिलीगुड़ी से कावाखाली मैदान तक 5 किमी और फिर वापसी में 5 किमी की रही।
इस प्रेरणादायक आयोजन का नेतृत्व आईजी फ्रंटियर सिलीगुड़ी श्री वंदन सक्सेना ने स्वयं किया, जिन्होंने रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर डीआईजी श्री ए.के.सी. सिंह एवं श्री शिव दयाल, कमांडेंट्स, अन्य अधिकारीगण, कार्मिक तथा बड़ी संख्या में जवानों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। रैली के माध्यम से सिलीगुड़ी शहर के नागरिकों में देशभक्ति की भावना, सुरक्षा बलों के प्रति सम्मान, आत्मीयता एवं सुरक्षा का सन्देश पहुँचा।
आईजी श्री वंदन सक्सेना ने अपने संदेश में “सेवा, सुरक्षा और सद्भाव” का मूल मंत्र देते हुए कारगिल युद्ध में बलिदान देने वाले वीर सैनिकों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस आयोजन ने न केवल वीर शहीदों की स्मृति को पुनः जीवंत किया, बल्कि जवानों के मानसिक एवं शारीरिक फिटनेस को भी नया आयाम दिया। इस दौरान सिलीगुड़ी पुलिस द्वारा यातायात प्रबंधन में उत्कृष्ट सहयोग प्रदान किया गया।
ध्यान कार्यक्रम में शांति और ऊर्जा की अनुभूति
साइकिल रैली के पश्चात फ्रंटियर मुख्यालय के तीस्ता स्टेडियम में एक विशेष ध्यान कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें सिलीगुड़ी की योग व ध्यान विशेषज्ञ श्रीमती डॉली जैन ने शारीरिक एवं मानसिक उपचार की महत्ता पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में फ्रंटियर मुख्यालय सिलीगुड़ी, सेक्टर मुख्यालय रानीडांगा एवं 41वीं बटालियन के अधिकारी, कर्मचारी एवं उनके परिवारजन शामिल हुए।
इस अवसर पर श्रीमती ठाकुर एवं श्रीमती पड्डा (संदीक्षा) ने श्रीमती डॉली जैन का पारंपरिक खादा पहनाकर स्वागत किया और आईजी श्री वंदन सक्सेना ने उन्हें स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया। ध्यान सत्र ने सभी उपस्थित लोगों को आंतरिक शांति, सकारात्मक ऊर्जा एवं मानसिक सुकून प्रदान किया।
पर्यावरण के लिए भी जागरूकता – वृक्षारोपण अभियान
इस प्रेरणादायक दिन का समापन वृक्षारोपण अभियान के साथ हुआ, जिसमें 220 से अधिक पौधे लगाए गए। यह अभियान मातृभूमि को हरा-भरा और पर्यावरण को संरक्षित रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम रहा।
एसएसबी सिलीगुड़ी फ्रंटियर द्वारा आयोजित यह आयोजन न केवल देश के वीरों को श्रद्धांजलि देने का माध्यम बना, बल्कि समाज में शांति, अनुशासन, स्वास्थ्य और पर्यावरण चेतना के अद्भुत समन्वय का भी उदाहरण प्रस्तुत किया।










