उत्तर बंगाल के ऐतिहासिक जलपेश मंदिर में चल रहे श्रावण मेले को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था लागू की है। सावन महीने में भगवान शिव को जल चढ़ाने के लिए असम, फालकाटा और अन्य क्षेत्रों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु जलपेश मंदिर पहुंच रहे हैं। भारी भीड़ को नियंत्रित करने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए धूपगुड़ी पुलिस ने नाका चेकिंग अभियान तेज कर दिया है।
शाम के समय विशेष जांच अभियान के तहत सालबाड़ी और जलढाका पेट्रोल पंप के आसपास के इलाकों में कड़ी निगरानी की जा रही है। पुलिस अधिकारियों ने कई वाहनों से शराब की बोतलें और मादक पदार्थों के पैकेट बरामद किए हैं। इन सभी वस्तुओं को मौके पर ही नष्ट किया जा रहा है।
धूपगुड़ी पुलिस ने साफ चेतावनी दी है कि मेला क्षेत्र में मादक पदार्थ लेकर प्रवेश करने वालों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी और बरामद सामग्री तत्काल जब्त की जाएगी।
श्रावण का पवित्र महीना विशेष रूप से भगवान शिव की उपासना का समय होता है, जब श्रद्धालु गेरुआ वस्त्र धारण कर ‘बोल बम’ के जयघोष के साथ मंदिर तक जल चढ़ाने आते हैं। लेकिन प्रशासन ने चिंता जताई है कि कुछ लोग धार्मिक आस्था के नाम पर नशाखोरी और मस्ती में लिप्त होकर श्रद्धालुओं की भावना और हिन्दू सनातन संस्कृति को आघात पहुंचा रहे हैं।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ऐसे कथित श्रद्धालु, जो अनुशासनहीनता फैलाते हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
श्रावण मेला में श्रद्धा और सुरक्षा का संतुलन बनाए रखने के लिए प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है और स्थानीय लोगों से भी सहयोग की अपील की जा रही है।