ऐसा लगता है कि दिलीप बर्मन के सितारे गर्दिश में चल रहे हैं. एक तरफ तृणमूल कांग्रेस ने उन्हें पार्टी से लगभग अलग कर दिया है, तो दूसरी तरफ उन पर अपने पड़ोसी का रास्ता बंद करने का आरोप भी लगा है. उन पर आरोप है कि उन्होंने पड़ोसी के दरवाजे के सामने अपनी दीवार खड़ी कर पड़ोसी का रास्ता बंद कर दिया है. इस घटना के विरोध में प्रधान नगर थाने में पार्षद के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है.
क्या सिलीगुड़ी नगर निगम के वार्ड नंबर 46 के पार्षद और MIC दिलीप बर्मन भाजपा में जाने की तैयारी कर रहे हैं? राजनीतिक हलकों में यह चर्चा शुरू हो गई है. जिस तरह से दिलीप वर्मन ने तृणमूल कांग्रेस से दूरी बना ली है और भाजपा पार्षदों के साथ नजदीकियां बढ़ा रहे हैं, उसके बाद जानकार यही मानते हैं कि जल्द ही दिलीप बर्मन अपनी एक नई राजनीतिक पारी शुरू कर सकते हैं.
पिछले कुछ दिनों से दिलीप बर्मन तृणमूल कांग्रेस की बैठक में नजर नहीं आ रहे हैं. उन्हें बोर्ड बैठक से बाहर निकाला गया था. पिछले दिनों दिलीप बर्मन का सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर गौतम देव और डिप्टी मेयर रंजन सरकार के साथ विवाद होने के बाद पार्टी नेतृत्व ने इसे गंभीरता से लिया है. एक तरह से पार्टी ने उन्हें पार्टी की गतिविधियों से अलग-थलग कर दिया है. पार्टी के किसी भी कार्यक्रम में वे शामिल नहीं हो पा रहे हैं.
दूसरी तरफ दिलीप बर्मन नगर निगम में भाजपा पार्षदों के साथ खूब समय बिता रहे हैं. इसे देखकर ही जानकार मानते हैं कि दिलीप बर्मन भाजपा में जा सकते हैं. हालांकि दिलीप वर्मन ने स्पष्ट कर दिया है कि मैं किसी दूसरी पार्टी में जाने की सोच भी नहीं सकता. भाजपा पार्षदों के साथ बोलने बतियाने के संबंध में उन्होंने कहा कि यह स्वाभाविक है. लेकिन इसका यह अर्थ नहीं है कि मैं तृणमूल कांग्रेस से दूर होने जा रहा हूं. उन्होंने कहा कि यह सब अफवाह है. मैं तृणमूल कांग्रेस का सिपाही हूं और सिपाही बना रहूंगा.
यह तो दिलीप बर्मन का कहना है. लेकिन तृणमूल कांग्रेस उन्हें पार्टी में रखना ही नहीं चाहती. उन्हें पार्टी से दूर करने की पूरी तैयारी कर दी गयी है. 46 नंबर वार्ड में पिछले दिनों तृणमूल कांग्रेस ने एक बड़ी सभा का आयोजन किया. इस सभा में पार्टी ने साफ कर दिया कि 46 नंबर वार्ड का विकास कार्य दिलीप बर्मन के बगैर होगा. गौतम देव ने तृणमूल कांग्रेस के दूसरे पार्षदों और MMIC को निर्देश दिया है कि वार्ड नंबर 46 का विकास कार्य पार्टी नेतृत्व के अधीन किया जाएगा.
यह चर्चा है कि दिलीप बर्मन दुर्गा पूजा के बाद भाजपा में शामिल हो सकते हैं. सूत्रों का दावा है कि भीतर ही भीतर दिलीप बर्मन भाजपा के प्रदेश स्तर के नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं.लेकिन वे कहते हैं कि उन्होंने तृणमूल कांग्रेस नहीं छोड़ी है. लेकिन उन्हें उनके वार्ड में काम करने नहीं दिया जा रहा है. जबकि वह अपने वार्ड के निर्वाचित जनप्रतिनिधि हैं. जिस तरह से दिलीप बर्मन का भाजपा की ओर रुख देखा जा रहा है, उसके बाद जानकार उन्हें भाजपा की ओर जाने का इशारा कर रहे हैं.
हालांकि सिलीगुड़ी नगर निगम में विपक्ष के नेता अमित जैन ने कहा है कि दिलीप बर्मन का भाजपा में जाने की बात मात्र एक अफवाह है. हम पार्षद एक दूसरे से मुलाकात और बातें कर सकते हैं. लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि कोई किसी के दल में शामिल होने जा रहा है. उन्होंने कहा कि इसमें कोई सच्चाई नहीं है कि दिलीप बर्मन भाजपा में शामिल होंगे. बहरहाल यह देखना होगा कि तृणमूल कांग्रेस से लगातार बढ़ती दूरियां दिलीप बर्मन को किस दिशा में ले जाती है और क्या भाजपा में जाने की अटकलें मात्र एक अफवाह है या इसमें कोई सच्चाई है? जल्द ही सामने आ जाएगा.